पतंग उड़ाने पर हो सकती है जेल, लग सकता है 10 लाख का जुर्माना, पढ़ें ये जरूरी खबर
हमारे देश में बहुत से लोग ऐसे हैं, जो त्योहारों पर खुशी के लिए पतंग उड़ाते हैं। पतंग उड़ाने की कला प्राचीन कला है, जो प्राचीन काल से ही चली आ रही है। वैसे देखा जाए तो देश के हर कोने-कोने में बच्चे और जवान पतंगबाजी करते हैं। खासकर बच्चों को पतंग उड़ाना बहुत पसंद होता है। भारत देश में कई जगह पर पतंग प्रतियोगिता भी रखी जाती है। मकर संक्रांति पर पतंग उड़ाने की परंपरा भी है।
मकर संक्रांति पर भारत देश के कई राज्यों में पतंग उड़ाई जाती है। परिवार के सभी सदस्य मिलकर पतंग उड़ाते हैं। अगर आप भी पतंग उड़ाने का शौक रखते हैं तो आप यह जरूरी खबर जरूर पढ़ लीजिए ,वरना दोस्तों और परिजनों को पतंग उड़ाना काफी महंगा पड़ सकता है।
जी हां, जैसे कि हम लोग जानते हैं खुले आकाश में, बादलों को छू लेने वाली रंग बिरंगी पतंग उड़ाना सभी को बहुत अच्छा लगता है परंतु यह शौक आप पर भारी भी पड़ सकता है। अगर आप मनमर्जी के अनुसार पतंग उड़ाते हैं तो इसकी वजह से जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है। इतना ही नहीं बल्कि जेल जाने के अलावा आपको लाखों रुपए का जुर्माना भी भरना पड़ सकता है।
मकर संक्रांति वाले दिन इसकी छूट नहीं है क्योंकि देश में पतंग उड़ाना गैरकानूनी है। हम भारत की ही बातें कर रहे हैं, जहां पर पतंगबाजी करना सिर्फ गैरकानूनी ही नहीं है बल्कि ऐसा जो भी व्यक्ति करता है उसको 2 साल जेल की सलाखों के पीछे सजा काटनी पड़ सकती है। इतना ही नहीं बल्कि 10 लाख का जुर्माना भी भरना पड़ सकता है।
भले ही यह खबर जानने के बाद कुछ लोगों को हंसी आ रही होगी परंतु यह हंसने वाली बात नहीं है। जो खबर हम आपको बता रहे हैं यह बिल्कुल सच है और इसके लिए देश में कानून भी बनाया गया है।
सवाल उठते रहे हैं इस कानून पर
भले ही आप सभी लोगों को इस पर विश्वास करना मुश्किल हो रहा होगा और बहुत से लोग हैं जो अपने सामान्य से शौक को पूरा करने के लिए कानून को भी तोड़ रहे हैं, जिसका परिणाम यह हो सकता है कि जेल की सलाखों के पीछे जाना पड़ सकता है। इतना ही नहीं बल्कि भारी-भरकम जुर्माना भी देना पड़ सकता है।
आखिर इस प्रकार के कानून के पीछे क्या तर्क हो सकता है और क्या इस कानून का कोई औचित्य है। इस तरह के सवाल उठ रहे हैं कि कानून को क्यों बरकरार रखा गया है। आखिर इस कानून को बदला क्यों नहीं गया है। बता दें कि कानून के प्रावधान विभिन्न क्षेत्रों के मुताबिक अलग-अलग हो सकते हैं। तो चलो जानते हैं कुछ अहम जानकारी के बारे में…
भारत में पतंग उड़ाना क्या अवैध है?
अगर आपके मन में यह सवाल उठ रहा है कि क्या भारत में पतंग उड़ाना अवैध है? तो इसका जवाब हां में है। भारत में पतंगबाजी करना गैरकानूनी है। ऐसा देश में लागू इंडियन एयरक्राफ्ट एक्ट 1934 की वजह से है। इस कानून के तहत देश में पतंग और गुब्बारे आदि उड़ाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। भारतीय विमान अधिनियम 1934 के मुताबिक भारत में पतंग उड़ाना अवैध है, जिसे 2008 में संशोधित किया गया था।
धारा 11 अपराधियों को 2 वर्ष की जेल की सजा, 10 लाख का जुर्माना या जेल और जुर्माना दोनों की परमिशन देती है। लेकिन बता दें कि पतंगबाजी के जो भी लोग शौकीन हैं उनके लिए लाइसेंस का भी प्रावधान किया गया है। इस लाइसेंस को प्राप्त होने पर पतंग उड़ाने की परमिशन है।
क्या कहता है 1934 का भारतीय विमान अधिनियम?
अब आपको बता दें कि 1934 के भारतीय विमान अधिनियम यानी इंडियन एयरक्राफ्ट एक्ट 1934 की धारा 11 में यह कहा गया है कि अगर कोई भी जानबूझकर एक विमान को इस प्रकार से उड़ाता है जिससे किसी व्यक्ति, जमीन, पानी या हवा में किसी भी संपत्ति को खतरा पहुंचता है तो उसे 1 साल की कैद हो सकती है। इतना ही नहीं बल्कि 1 साल कैद को बढ़ाई जा सकती है यानी कि 2 साल तक जेल की सलाखों के पीछे गुजारना पड़ सकता है।
इतना ही नहीं बल्कि जुर्माना 10 लाख भी भरना पड़ सकता है। इसके अलावा सजा और जुर्माना दोनों के साथ दिए जा सकते हैं। साल 2018 में इस अधिनियम को बरकरार रखा गया था और स्वीकार्य जेल समय और जुर्माने की राशि में बढ़ोतरी के साथ संशोधित किया गया था।
क्या पतंग को माना जा सकता है विमान
अगर हम 1934 के भारतीय विमान अधिनियम के अनुसार देखें तो एक विमान कोई भी मशीन या ऐसा उपकरण होता है जो वायुमंडलीय दबाव द्वारा समर्थित होता है। इसमें फिक्स्ड और फ्री गुब्बारे, ग्लाइडर, पतंग, एयरशिप और फ्लाइंग मशीन आदि शामिल होती है। इस लिस्ट में हम ड्रोन और लालटेन को भी शामिल कर सकते हैं।
आखिर इस कानून का अमल कहां और किस प्रकार से किया जा रहा है इस विषय में कुछ भी कह पाना थोड़ा मुश्किल हो सकता है क्योंकि आजकल हम लोग जानते हैं कि पतंग सभी उड़ाते हैं परंतु सभी को तो जेल में नहीं डाला जाता है।
जानिए पतंग उड़ाने का लाइसेंस कैसे प्राप्त किया जा सकता है
अब ये सवाल आता है कि आखिर पतंग उड़ाने का लाइसेंस कैसे प्राप्त कर सकते हैं? यह काम थोड़ा उलझन भरा हो सकता है क्योंकि कुछ राज्यों और शहरों में पतंग उड़ाने का लाइसेंस स्थानीय पुलिस थाने से प्राप्त किया जा सकता है। वहीं कुछ स्थानों पर केवल भारतीय नागरिक उड्डयन प्राधिकरण से प्राप्त किया जा सकता है।
अगर देश में कभी भी कोई बड़े स्तर पर पतंग महोत्सव, बैलून फेस्टिवल, हॉट एयर बैलून फेस्टिवल और ग्लाइडर उड़ाने से जुड़े हुए कार्यक्रम होते हैं तो इसके लिए स्थानीय पुलिस प्रशासन और भारतीय नागरिक उड्डयन प्राधिकरण से परमिशन लेनी पड़ती है।