पिता मारुति फैक्ट्री में करते थे काम, बड़ी मुश्किल से चलता था घर, लेकिन हौसले और जुनून से मोहिता शर्मा बनीं IPS
सिविल सेवा परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। इस परीक्षा को पास करना बहुत मुश्किल होता है। हर साल लाखों लोग इस परीक्षा की तैयारी करते हैं परंतु उनमें से कुछ एक ही होते हैं जो इस परीक्षा को पास कर पाते हैं। इस परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए उम्मीदवारों को कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। लेकिन कहते हैं ना कि जिसके हौसले मजबूत हो और कुछ करने का जुनून हो तो वह अपनी मंजिल हासिल कर ही लेता है। कुछ कर गुजरने का ऐसा ही हौसला और जुनून था कांगड़ा की मूल निवासी मोहिता शर्मा में।
मोहिता शर्मा के घर की आर्थिक स्थिति ज्यादा ठीक नहीं थी। घर के आर्थिक हालात ऐसे थे कि बड़ी मुश्किल से ही घर का गुजारा चल पाता था। लेकिन पिता की आंखों में बेटी को बड़ा अधिकारी बनने का सपना था। वहीं बेटी असुविधाओं से लड़कर कामयाबी के आसमान को छूना चाहती थी, जिसके लिए यूपीएससी की तैयारी में जी तोड़ मेहनत के साथ जुट गई और एक दिन उन्होंने वह कर दिखाया, जिससे पूरे परिवार को गर्व हुआ।
पिता थे मारुति की फैक्ट्री में वर्कर
आपको बता दें कि मोहिता शर्मा मूल रूप से हिमाचल की रहने वाली हैं। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। ऐसी स्थिति में रोजगार की तलाश में पिता परिवार के साथ दिल्ली में आकर ही रहने लगे थे। मोहिता शर्मा की माताजी हाउसवाइफ हैं। वहीं मोहिता शर्मा के पिता मारुति की फैक्ट्री में काम किया करते थे। उनका वेतन भी कुछ ज्यादा नहीं था। पिता की सारी कमाई घर चलाने में ही खत्म हो जाती थी। लेकिन पिता अपनी बेटी को पढ़ाना चाहते थे। इसी वजह से उन्होंने अपनी बेटी की पढ़ाई से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया।
वहीं पिता के सपने को देखकर मोहिता शर्मा भी गंभीर हो गईं और उन्होंने अपना पूरा ध्यान पढ़ाई पर केंद्रित किया। मोहिता ने स्कूली पढ़ाई के बाद साल 2012 में भारतीय विद्यापीठ कॉलेज से इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन में बीटेक की डिग्री हासिल की, जिसके बाद उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा देने का निर्णय लिया और जी तोड़ मेहनत के साथ तैयारी में जुट गईं।
4 बार हुईं असफल, फिर भी नहीं मानी हारी
मोहिता शर्मा के लिए अपने इस सपने को साकार करना इतना आसान नहीं था। एक इंटरव्यू के दौरान मोहिता ने यह बताया था कि यूपीएससी परीक्षा में उनको लगातार चार बार असफलता का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बावजूद भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। उन्होंने बताया कि असफल होने के बाद भी उनके मन में कभी निराशा नहीं आई। उनके दिमाग में बस पिता के सपने को सच करने की बात घूमती रहती थी।
फिर मोहिता ने पांचवीं बार परीक्षा देने का निर्णय लिया। इस बार उन्होंने अपनी पिछली कमियों को दूर कर तैयारी की। आखिरकार मोहिता की मेहनत रंग लाई। साल 2017 में यूपीएससी की परीक्षा में उन्होंने सफलता हासिल की। अच्छी रैंकिंग की वजह से उनकी नियुक्ति आईपीएस में हुई।
मोहिता अपनी कामयाबी में इंटरनेट को काफी श्रेय देती हैं। उनका कहना है कि यूपीएससी की तैयारी के दौरान इंटरनेट उनके लिए वरदान साबित हुआ। आपको बता दें कि मोहिता कौन बनेगा करोड़पति के 12वें सीजन में भी खेल चुकी हैं और आईपीएस मोहिता शर्मा ने एक करोड़ रुपए जीत लिए थे।