जब जया बच्चन ने ऐश्वर्या राय की ली थी चुटकी, कहा था- “मिस वर्ल्ड को नर्स बना चुकी है मेरी पोती…”

प्लैनेट की सबसे खूबसूरत स्त्री और मिस वर्ल्ड का खिताब जीत चुकी ऐश्वर्या राय बच्चन हर किसी की फेवरेट है. ऐश्वर्या राय बच्चन एक सफल मॉडल के साथ साथ एक बेहतरीन ऐक्ट्रेस भी है. उन्होंने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के साथ साथ साउथ फिल्मों में भी अपना लोहा मनवा चुकी है. यूं तो ऐश्वर्या के कईयों से नजदीकियों के खबरे थी मगर उन्होंने साल 2007 में अभिषेक बच्चन से अरेंज मैरिज की थी. वे अपनी शादी शुदा जिंदगी में बेहद खुश है और उन्होंने एक बेटी को भी जन्म दिया था जो अब धीरे धीरे बड़ी हो रही हैं. आइए जाने ऐश्वर्या की सास दोनों के रिश्ते के बारे में क्या कहती है.

बता दे कि ऐश्वर्या और अभिषक बच्चन की बेटी का नाम आराध्या बच्चन है. वे बच्चन परिवार की सबसे छोटी सदस्य है. उन्हें मीडिया से भी बहुत प्यार मिलता है. आराध्य को घर में बहुत लड़ प्यार मिलता है और खासकर अपनी मां से. ऐश्वर्या राय की सास जया बच्चन ने एक इंटरव्यू में बताया था कि ऐश्वर्या आराध्य का सबसे ज़्यादा खयाल रखती है. वे किसी पर भी आराध्य की सुरक्षा का भरोसा नहीं करती है और सारा काम खुद ही करती है.

हालांकि बच्चन परिवार आराध्या के लिए जितने चाहे उतने नैनी रख सकता है मगर उनके लिए एक भी नहीं रखा गया था, क्योंकि ऐश्वर्या खुद ऐसा चाहती थी. उन्हें लगता है कि कोई दूसरे उतने बेहतर तरीके से उनकी बेटी ख्याल नहीं रख पाएगा. आराध्या के जन्म के कुछ समय बाद दिये इस इंटरव्यू में जया बच्चन ने कहा था कि वे चाहती हैं कि ऐश्वर्या बाहर जाना शुरू करें, लेकिन वह आराध्या की देखभाल के लिए किसी का भरोसा नहीं करतीं और उसका हर काम खुद करती हैं. जया बच्चन ने इस दौरान बताया था कि वो कभी-कभी ऐश्वर्या को चिढ़ाती भी हैं कि आराध्या बहुत लकी हैं कि मिस वर्ल्ड उसकी नर्स हैं.

बता दें कि ऐश्वर्या राय का अपनी बेटी के साथ साथ घर के बाकी सदस्यों से भी मधुर संबंध है. उनमें खूबसूरती के साथ संस्कार भी कूट कूट कर भरा हुआ है. वे सास जया बच्चन के साथ काफी अच्छी बॉन्डिंग शेयर करती हैं. दोनों कई मौकों पर एक दूसरे की तारीफ करते देखी जा चुकी हैं. ऐश को बहू बनाने से पहले जया ने एक इंटरव्यू में उनकी तारीफ करते हुए कहा था- “हां, मैं चाहती थीं कि मेरा बेटा उससे शादी करें. मैं ऐसे लड़की से उसकी शादी करना चाहती थीं जिसमें वह परंपरा और संस्कार हो.”