जब जया प्रदा ने मीडिया को बताई थी अमर सिंह की अहमियत, कहा था- “उन्हें राखी भी बाँध दूँ तो भी…”
जया प्रदा अपने जमाने की मशहूर और दिग्गज अभिनेत्री रही हैं. साउथ फिल्म इंडस्ट्री से शुरुआत करने के बाद जया प्रदा ने बॉलीवुड का रुख किया तो यहां भी हर किसी को अपना दीवाना बनाया. दिग्गज फिल्मकार श्याम बेनेगल की नजर में जया प्रदा सबसे खूबसूरत अभिनत्री थीं. फिल्मों के बाद जया प्रदा ने राजनीति में कदम रखा तो यहां भी खूब सुर्खियां बटोरीं. राजनीति में वह अमर सिंह को अपना गॉडफादर बताती हैं. आइए जानें कैसा था अमर सिंह और जया प्रदा का रिश्ता.
आपको बता दे की जया प्रदा जब बॉलीवुड में आईं तो उन्होंने अमिताभ बच्चन के साथ भी खूब काम किया. अमिताभ बच्चन के साथ ‘शराबी’, ‘गंगा जमुना सरस्वती’, ‘आखिरी रास्ता’, ‘जादूगर’, ‘इंद्रजीत’ और ‘आज का अर्जुन’ आदि. अमिताभ और उनकी फिल्में अधिकतर हिट होती थीं. दोनों ने कुछ ब्लॉकबस्टर फिल्में दीं. जया प्रदा और अमिताभ काफी अच्छे दोस्त बन गए थे.
दरअसल अमिताभ जब राजनीति में थे और उन्ही के जरिए ही जया प्रदा की मुलाकात अमर सिंह से हुई थी. बाद में अमर सिंह ने जया प्रदा को समाजवादी पार्टी से जोड़ा. जया प्रदा समाजवादी पार्टी के टिकट पर लोकसभा तक भी पहुंचीं. जया प्रदा के लिए अमर सिंह और आजम खान के बीच काफी कड़वाहट भी बढ़ गई थी.
हालांकि जब अमर सिंह को समाजवादी पार्टी ने दल से बाहर का रास्ता दिखाया तो जया प्रदा ने भी पार्टी छोड़ दी और अमर सिंह के साथ हो हुई थी. 2019 में जया प्रदा ने बीजेपी के टिकट पर रामपुर से चुनाव लड़ा तो अमर सिंह तबीयत खराब होने के बावजूद भी उनके लिए प्रचार करते दिखे. जया प्रदा ने अमर सिंह को हमेशा अपना गॉडफादर बताया. उनका कहना था कि लोग अमर सिंह से मेरे रिश्ते पर कुछ भी बोलें मुझे परवाह नहीं. जया प्रदा ने कहा था कि अगर वह अमर सिंह को राखी भी बांध दें तब भी लोग बातें बनाना बंद नहीं करेंगे.
गौरतलब है कि जयाप्रदा की इमेज पर्दे पर साफ सुथरी थी और इसका फायदा उन्हें राजनीति के कैरियर में आने में मिला. जयाप्रदा 1994 में एन.टी.रामाराव की तेलुगूदेशम पार्टी में शामिल हुई मगर बाद में चंद्रबाबू नायडू के गुट में चली गई. 1996 में जयाप्रदा आंध्रप्रदेश के लिए राज्यसभा में मनोनीत की गई. उनकी पहली बड़ी राजनीतिक कामयाबी वह थी जब उन्होंने 2004 के आम चुनावों के दौरान रामपुर संसदीय निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीता.
जब 2020 में अमर सिंह के निधन पर जया प्रदा ने कहा था कि, ‘अमर सिंह साहब मेरे राजनीतिक मार्गदर्शक एवं गॉडफादर थे. उन्होंने कहा कि मेरे दुख की घड़ी में हर पल उन्होंने मेरा साथ दिया. हमेशा समाज की सेवा करने के लिए मुझे प्रेरित किया. आज मैं राजनीति में उन्हीं की वजह से जीवित हूं. जया अपने पूरे राजनीतिक जीवन का श्रेय अमर सिंह को ही देती है.