पहली बार छलका करिश्मा का दर्द , कहा लोग कहते थे कौन करेगा इससे शादी

फ़िल्मी दुनिया की बात हो तो करिश्मा तन्ना आज एक जाना माना नाम बन चुकी हैं| एक्टिंग की दुनिया में बिना किसी गोद्फठेर के उन्होंने यह पहचान कमाई है| अभी हाल ही में करिश्मा ने ‘खतरों के खिलाडी 10’ की ट्राफी को अपने नाम किया है| इस ट्राफी को जीतने वाली वः पहली महिला बन गयी हैं| लिहाज़ा अपनी इस उपलब्धि को लेकर करिश्‍मा थोड़ी भावुक भी नजर आई थीं| जिसकी वजह से तमन्ना ने अपने पुराने दिनों के कुछ वाक्यों को याद करते हुए कुछ बातें बताई|

करिश्मा ने बताया के पहले ऐसी बातें चलती थीं के आखिर एक्टिंग की दुनिया में जा रही लडकी से भला शादी कौन करेगा| साथ ही करिश्मा ने एक पोस्ट भी किया था जिसमे लिखा- ‘आज इस ट्राफी को हाथ में पकड़े हुए मुझे बड़ा अलग महसूस हो रहा है| ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे अपनी माँ के सपनों को मैंने हाथों में थाम रखा है।’

तमन्ना ने पोस्ट में आगे बताया के मेरा ताल्लुख गुजरात के बेहद पारंपरिक परिवार से है| ऐसे में मुझे अक्सर ऐसा सूनने को मिला के मई अपने सपने पूरे नहीं कर पाऊँगी| सब यही कहते थे के ये सब आखिर क्यों करना चाहती हैं और इसके आलावा किसी चीज़ के बारे में वो क्यों नहीं सोचतीं| उन्होंने कहा के उस वक्त सब यही कह रहे थे थोड़ा शिक्षित होकर एक नौकरी कर लो| और फिर शादी करके जिन्दगी बिता लो| ये सब करने की वजह से कोई तुमसे शादी भी नहीं करेगा|

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इसके बाद करिश्मा ने लिखा के उनके क्षेत्र में सब कहते थे ये पुरुषों की दुनिया है जिस्मेवो सर्वाइव नहीं कर पाएंगी| और साथ ही उनका कोई गॉडफ़ादर या कनेक्शन भी नहीं है| लेकिन उन्होंने कहा के मेरे पास एक चीज़ थी जो हर युवा में होनी चाहिए| वो है सेफ्टी जोन से बाहर आकर खुद के लिए लड़ना और कुछ करके लौटना| अपने सपनों के लिए जूनून आपको क्या कुछ नहीं दिला सकता बस आपको लड़ते रहने की जरूरत हैं|

करिश्‍मा ने आगे लिखते हुए बताया के मुझे गर्व है के मैंने शारीरिक, मानसिक और तकनीकी रूप से कड़ी मेहनत की है| साथ में उन्होंने लिखा के मैंने खुद को विश्वास दिला लिया था के सब मेहनतसे ही मुकाम पाते हैं| भले ही एक ही जीते लेकिन अनुभव सबको मिलता है और यही हमें बेहतर बनाता है|

साथ ही उन्होंने जब विनर ट्राफी हाथ में ली तो उसका एहसास भी शेयर किया| उन्होंने बताया के उस वक्त वो अपने साथियों का प्यार महसूस कर पा रही थी| साथ ही उन्होंने कहा के मैं अपनी माँ की मुस्कराहट को भी महसूस क्र रही थी क्योंकि उनसे ज्यादा किसी को नहीं पता है मैंने कितनी लड़ाई की है| साथ ही उन्होंने बताया के वह उस पल का भी अनुभव क्र रही थी जब उनके पिता नें उन्हें प्रोत्साहन दिया था|

अंत में करिश्मा ने लिखा कि, “ मै उस पल प्‍यार और कृतज्ञता के आलावा कुछ और महसूस नहीं कर रही थी। मेरे लिए यह एक माइलस्‍टोन है जो के आगे भी हैं।जिन्होंने मेरे लिए दुआ की उनको धन्‍यवाद और ढेर सारा प्‍यार|”