IPL 2020 के इस सीजन में ऐसे बहुत से युवा खिलाड़ी है जो बेहद शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। अपने बेहतर प्रदर्शन से इन्होंने फैंस का दिल जीत लिया है। क्रिकेट प्रेमियों के बीच आईपीएल बेहद लोकप्रिय है। सभी फैंस अपने-अपने फेवरेट खिलाड़ियों के जीवन के बारे में जानने के उत्सुक रहते हैं। इसी बीच हम आपको आईपीएल 2020 में मुंबई इंडियंस की ओर से खेल रहे युवा क्रिकेटर ईशान किशन के जीवन से जुड़े हुए कुछ दिलचस्प किस्सों के बारे में जानकारी देने वाले हैं। आपको बता दें कि ईशान किशन एक शानदार बल्लेबाज हैं और इन्होंने अपनी प्रतिभा का लोहा हर किसी को मनवाया है। यह लंबे-लंबे छक्के लगाकर क्रिकेट फैंस का दिल जीत रहे हैं। ईशान किशन ने अपनी मेहनत के दम पर यह मुकाम हासिल किया है।
पढ़ाई में जीरो थे ईशान किशन
आपको बता दें कि ईशान किशन ने अपनी प्रतिभा का जौहर बचपन से ही दिखाना शुरू कर दिया था और आज यह चमकते हुए सितारे हैं। ईशान किशन का जन्म 18 जुलाई 1998 को बिहार के पटना में हुआ था। इनके पिता जी का नाम प्रणव पांडे है। जो बिल्डर हैं। ईशान किशन का एक भाई भी है जो उनको क्रिकेट को लेकर बहुत सपोर्ट करता है। ईशान किशन को बचपन से ही क्रिकेट का बहुत शौक था। जब भी इनको थोड़ा भी समय मिलता था तो यह क्रिकेट खेलने के लिए चले जाते थे। माता-पिता ने अपने बेटे को बेहतर शिक्षा दिलाने के लिए पटना के सबसे बड़े स्कूल डीपीएस में दाखिल करवाया। ईशान किशन की मां चाहती थी कि उनका बच्चा पढ़ लिखकर डॉक्टर बने, लेकिन ईशान का पढ़ने में बिल्कुल भी मन नहीं लगता था। इनका दिमाग हमेशा क्रिकेट में ही लगा रहता था। पढ़ाई में कमजोर होने की वजह से इनको स्कूल से भी निकाल दिया गया था।
बेटे में क्रिकेट के जुनून को देखते हुए पिता ने भी दिया साथ
ईशान बचपन से ही क्रिकेट में बहुत माहिर थे। बेटे में क्रिकेट के जुनून को देखते हुए पिता ने भी इनका साथ दिया और इनको क्रिकेटर बनाने का निर्णय लिया। बड़े भाई का भी इनको पूरा सपोर्ट मिला था। ईशान ने अपने भाई की सलाह के बाद क्रिकेट क्लब को ज्वाइन किया और क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया। आपको बता दें कि इशान किशन एक बाएं हाथ के विकेटकीपर बल्लेबाज हैं, जो दोनों में माहिर हैं। ईशान के कोच संतोष कुमार का ऐसा कहना है कि “ईशान किशन की प्रतिभा महेंद्र सिंह धोनी और ऑस्ट्रेलिया के गिलक्रिस्ट की तरह है।” ईशान के करियर में उनके कोच संतोष कुमार की खास भूमिका रही है क्योंकि जब BCCI ने बिहार क्रिकेट एसोसिएशन की मान्यता किसी कारण वश रद्द कर दी थी तब ईशान के कोच यानी संतोष कुमार जी ने उन्हें सलाह दी थी कि वह बाहर या किसी और स्टेट में जाकर खेलें। बाद में ईशान रांची गए। रांची पहुंचकर इन्होंने अपने करियर की शुरुआत की और अपनी प्रतिभा को बरकरार रखते हुए आगे बढ़े। ईशान किशन की मेहनत और लगन का फल मिला और यह झारखंड की रणजी टीम में चुने गए। आपको बता दें कि रणजी ट्रॉफी मैच में इशान किशन ने दिल्ली के खिलाफ सबसे अधिक 273 रन बनाए थे जो झारखंड के लिए एक खिलाड़ी का रणजी में सर्वोच्च स्कोर है।
IPL करियर की शुरुआत
ईशान किशन को 2015 को 2016 में होने वाले अंडर-19 विश्व कप के लिए भारतीय टीम की कमान सौंपी गई। अंडर-19 का वर्ल्ड कप इशान किशन के लिए बहुत अच्छा साबित हुआ और जल्द ही इस वर्ल्ड कप के बाद उनको आईपीएल का बुलावा आ गया। वर्ष 2017 में आईपीएल में ईशान किशन को गुजरात लायंस की टीम से खेलने का अवसर मिला था। गुजरात लायंस की टीम में इशान किशन ओपनिंग बल्लेबाज थे। वर्ष 2018 में मुंबई ने ईशान किशन को 5.5 करोड़ रुपए की मोटी रकम देकर अपनी टीम में शामिल किया। यह भी अपने टीम के लिए अच्छे साबित रहे। 14 मैचों में शानदार बल्लेबाजी करते हुए 275 रन बनाए, जिसमें से दो अर्धशतक शामिल हैं। वर्ष 2019 में मुंबई ने इन्हें अधिक अवसर नहीं दिया। इनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं था। आईपीएल 2020 के 13वें सीजन में मुंबई ने इन्हें शुरुआती मैच में खेलने का अवसर नहीं दिया, लेकिन जब इन्हें मुंबई ने इस वर्ष पहली बार आरसीबी के खिलाफ प्लेइंग इलेवन में शामिल किया तब इन्होंने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से सभी फैंस का दिल जीत लिया।