इंजीनियर बनाना चाहते थे पिता लेकिन बने क्रिकेटर, अब IPL में अपना जलवा दिखा रहे हैं शिवम मावी
क्रिकेट का खेल युवाओं के बीच में बेहद लोकप्रिय है। विशेष रूप से आईपीएल एक ऐसा मंच है जहां पर युवा वर्ग के खिलाड़ी अपना-अपना प्रदर्शन दिखाने के लिए उत्सुक हैं, जैसा कि आप लोग जानते हैं कोरोना महामारी के बीच आईपीएल 2020 का आगाज हो चुका है और इस सीजन के आईपीएल में कई युवा खिलाड़ी अपने बेहतर प्रदर्शन से फैंस का दिल जीत रहे हैं, परंतु इस मंच तक पहुंचने के लिए इन खिलाड़ियों ने अपने जीवन में बहुत संघर्ष किया है। कई मुसीबतों का सामना करने के बाद इन्होंने यह मुकाम प्राप्त किया है। आप सभी लोग कोलकाता नाइट राइडर्स की तरफ से खेल रहे तेज गेंदबाज शिवम मावी को तो जानते ही हैं। जी हां, वही शिवम मावी जिन्होंने 140 से अधिक की रफ्तार वाली गेंद से सभी लोगों का दिल जीत लिया है। शिवम मावी के जीवन की कहानी भी किसी संघर्ष से कम नहीं है। तो चलिए जानते हैं उनके जीवन से जुड़ी हुई महत्वपूर्ण बातों के बारे में।
साधारण परिवार में हुआ था शिवम मावी का जन्म
शिवम मावी का जन्म 26 नवंबर 1998 को उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर के एक छोटे से गांव में हुआ था। यह एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखते हैं। इनके पिता जी का नाम पंकज मावी है, जो एक व्यवसाई है। यह बाद में परिवार के साथ नोएडा शिफ्ट हो गए थे। नोएडा आने के बाद शिवम मावी के पिताजी ने उनका एडमिशन सिटी स्कूल में करा दिया था। शिवम को बचपन से ही खेलने कूदने का बेहद शौक था। सबसे ज्यादा इनको क्रिकेट खेलना पसंद था। शिवम के पिताजी का सपना था कि इनका बेटा बड़ा होकर इंजीनियर या फिर डॉक्टर बने, लेकिन शिवम मावी का सपना कुछ और ही था, यह क्रिकेटर बनना चाहते थे।
पढ़ाई-लिखाई के दौरान ही यह घर की गलियों में दोस्तों के साथ क्रिकेट खेलते थे। जो भी व्यक्ति शिवम मावी के खेल को देखता था खूब प्रशंसा करता था। लोगों ने कई बार उनके पिताजी से भी शिवम के खेल की प्रशंसा की थी। जब पिता ने अपने बेटे की काबिलियत और जुनून को देखा तो इन्होंने फूल चंद शर्मा की वंडर्स क्रिकेट अकादमी में इनका एडमिशन करा दिया था। महज 8 वर्ष से ही यह तेज गेंदबाजी करने लगे थे। शिवम मावी को कोच फूलचंद द्वारा क्रिकेट में ट्रेन किया गया। बचपन में इन्होंने बहुत मेहनत की, लगन के साथ उन्होंने क्रिकेट की बारीकियों को सीखा। ताकि यह भारतीय क्रिकेट में अपना नाम बना सके।
अंडर-19 वर्ल्ड कप के रहे हिस्सा
आपको बता दें कि शिवम मावी ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत अंडर-14 से दिल्ली की टीम से की थी। इन्होंने दिल्ली की तरफ से बेहद शानदार प्रदर्शन किया था, लेकिन इसके बावजूद भी इनको दिल्ली से अंडर-16 में स्थान नहीं मिल पाया, लेकिन इन्होंने हिम्मत नहीं हारी। शिवम मावी ने अपनी तेज और घातक गेंदबाजी से चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी तरफ खींचा था। इनकी मेहनत और लगन का फल मिला। इनकी तेज गेंदबाजी को देखते हुए वर्ष 2017 में उन्हें अंडर-19 भारतीय टीम में शामिल किया गया। अपनी शानदार गेंदबाजी से इन्होंने सबका ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया था। तब उन पर दिग्गज क्रिकेटर राहुल द्रविड़ की नजर पड़ी थी, जिसके बाद उन्हें अंडर-19 वर्ल्ड कप 2018 के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया था।
शिवम मावी ने भी सिलेक्टरों का भरोसा नहीं तोड़ा। विश्व कप में इन्होंने अपनी तेज रफ्तार की गेंदबाजी से कई बल्लेबाजों के लिए मुश्किल खड़ी कर दी थी। 140 से अधिक की स्पीड से गेंद फेंक कर शिवम मावी ने दिग्गज क्रिकटरों को काफी प्रभावित किया।