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ये हैं वरुण चक्रवर्ती, निराश होकर क्रिकेट छोड़ा, आर्किटेक्ट की नौकरी की, मेहनत से सपना किया पूरा

जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं कोरोना काल में आईपीएल 2020 चल रहे हैं। क्रिकेट प्रेमियों के लिए आईपीएल 2020 बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। आप ऐसा समझ सकते हैं कि यह क्रिकेट प्रेमियों के लिए किसी त्योहार से कम नहीं है। यह ऐसा मंच है जहां पर हर युवा खिलाड़ी अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए उत्सुक रहता है। आईपीएल 2020 के इस सीजन में ऐसे बहुत से युवा खिलाड़ी हैं जिन्होंने अपने अच्छे प्रदर्शन से सभी लोगों को काफी प्रभावित किया है। इन्हीं खिलाड़ियों में से एक नाम “वरुण चक्रवर्ती” का है। जी हां, जिन्होंने आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स की तरफ से खेलते हुए धमाल मचाया है, लेकिन इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्होंने अपने जीवन में बहुत मेहनत की है। इन्होंने निराश होकर क्रिकेट छोड़ दिया था, फिर इन्होंने आर्किटेक्स सेक्टर में नौकरी की लेकिन जब उन्होंने वापसी की तो यह सुर्खियों में छा गए। अब यह कोलकाता नाइटराइडर्स (KKR) टीम में हैं।

मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखते हैं वरुण चक्रवर्ती

आपको बता दें कि वरुण चक्रवर्ती का जन्म 29 अगस्त 1991 में एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था। जब इनकी 13 वर्ष के उम्र थी, तभी से इनको क्रिकेट का बहुत शौक था। कम उम्र से ही यह एक विकेटकीपर बल्लेबाज की तरह क्रिकेट खेला करते थे। वरुण पढ़ाई करने के दौरान ही क्रिकेट खेलते थे। 17 साल की उम्र तक इसी तरह यह क्रिकेट खेलते रहे, लेकिन कहा जाता है ना किस्मत से ज्यादा और वक्त से पहले कभी भी इंसान को कुछ नहीं मिलता है। कुछ ऐसा ही वरुण चक्रवर्ती के साथ हुआ। इन्हें एज ग्रुप क्रिकेट में कई बार रिजेक्शन का सामना करना पड़ा था। जब वरुण के घरवालों ने देखा कि इनको क्रिकेट में कुछ सफलता नहीं मिल पा रही है तो घरवालों ने इनको पढ़ाई पर ध्यान देने को कहा। घरवालों के दबाव की वजह से इन्होंने क्रिकेट खेलना छोड़ दिया। चेन्नई के SRM यूनिवर्सिटी से इन्होंने अपने ग्रेजुएशन की पढ़ाई की।

वरुण चक्रवर्ती पढ़ाई कर पूरी करने के बाद आर्किटेक्ट का काम करने लगे। करीब 2 वर्षों तक इन्होंने आर्किटेक्ट सेक्टर में नौकरी की लेकिन इनका नौकरी में मन बिल्कुल भी नहीं लगता था। इनका सपना क्रिकेटर बनने का था, जिसको यह भूल नहीं पा रहे थे। उन्होंने फिर वीकेंड में क्रिकेट खेलना शुरू किया। वरुण चक्रवर्ती उस समय के दौरान शौकिया तौर पर क्रिकेट खेला करते थे। यह किसी भी हाल में क्रिकेटर बनने का सपना पूरा करना चाहते थे परंतु उनकी नौकरी इनके सपने पर भारी पड़ रही थी। बाद में वरुण चक्रवर्ती ने क्रिकेट के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी। वर्ष 2015 में क्रोमबेस्ट क्रिकेट अकादमी में दाखिला लिया। करीब 7 वर्षों बाद वरुण ने वापसी की, तब इनकी उम्र 25 की हो गई थी।

वरुण चक्रवर्ती ने क्रिकेट अकादमी में फास्ट बॉलर ऑलराउंडर के रूप में क्रिकेट खेलना शुरू किया, लेकिन यहां भी इनकी किस्मत ने साथ नहीं दिया। शुरुआत में ही उन्हें मैच के दौरान चोट लग गई थी, घुटने की चोट की वजह से वरुण चक्रवर्ती को एक बार फिर से कई दिनों तक क्रिकेट से दूर होना पड़ गया था। बाद में इन्होंने स्पिन गेंदबाजी की इन्होंने। टेनिस बॉल में गेंदबाजी पर खूब मेहनत की। मेहनत के बलबूते यह टेनिस बॉल क्रिकेट के बेहतरीन स्पिनर बने। वरुण ने अपनी स्पिन गेंदबाजी में ढेर सारी वेरिएशन सीख ली, जिसकी वजह से इनको मिस्त्री स्पिनर के नाम से लोग जानने लगे थे। जब इन्होंने क्रिकेट में वापसी की तो चौथे सीजन में जुबली क्रिकेट क्लब को ज्वाइन किया ,इस टूर्नामेंट में उन्होंने घातक गेंबाज़ी की, जिसमें उन्होंने 7 मैचों में 31 विकेट लेकर सबको आश्चर्यचकित कर दिया।

27 वर्षीय वरुण चक्रवर्ती की मेहनत रंग लाई। इनको तमिलनाडु प्रीमियर लीग में शीशम मदुरई पैंथर्स टीम से खेलने का अवसर प्राप्त हुआ। इन्होंने बेहतरीन गेंदबाजी की थी, जिसके बलबूते उस वर्ष टूर्नामेंट में इन्होंने टीम को जीत दिलाई। टूर्नामेंट के फाइनल में वरुण चक्रवर्ती में 16 रन देकर तीन विकेट लिए। वरुण चक्रवर्ती के इस प्रदर्शन को देखकर मैच में कमेंट्री कर रहे ऑस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाज माइक हसी ने कहा कि वरुण चक्रवर्ती में एक अलग तरह का बेहतरीन टैलेंट है। वरुण को चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के नेट्स में बतौर नेट्स बॉलर के तौर पर बुलाया गया। वहां पर इन्होंने गेंदबाजी के हुनर सीखें।

आईपीएल में छा गए वरुण चक्रवर्ती

वरुण चक्रवर्ती ने वर्ष 2018 में एक बार फिर से अपनी शानदार गेंदबाजी से सबको आश्चर्यचकित कर दिया। इस वर्ष विजय हजारे ट्रॉफी के लिए लिस्ट ए क्रिकेट में 50 ओवर वाली तमिलनाडु की टीम में शामिल कर लिया। इन्होंने सिलेक्टरों को निराश नहीं होने दिया। इन्होंने अपनी बेहतरीन गेंदबाजी से नौ मैच में 22 विकेट लिए वहीं 4.2 की इकोनामी से रन दिए। इनके शानदार प्रदर्शन को देखते हुए रणजी ट्रॉफी के लिए भी दरवाजा खुल गया।

आईपीएल 2019 में यह सबसे महंगे बिकने वाले खिलाड़ी थे, जिनको किस्मत से एक ओवर खराब होने के चलते किंग्स इलेवन पंजाब की टीम से एक ही मैच खेलने को मिला था। लेकिन आईपीएल 2020 में कोलकाता नाइट राइडर्स ने इन पर विश्वास जताया और इनको सबसे महंगे दामों पर खरीदा। इस सीजन में कोलकाता ने उन्हें प्लेइंग इलेवन में भी शामिल किया। कई बार रिजेक्शन का सामना करने के बावजूद भी वरुण चक्रवर्ती इस सीजन में धमाल मचा रहे हैं।

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