दुनियाभर में भगवान शिव जी के भक्तों की कमी नहीं है। वहीं भगवान शिव जी के मंदिर भी जगह-जगह बने हुए हैं। इन मंदिरों में सैकड़ों भक्त देवों के देव महादेव की पूजा अर्चना करने पहुंचते हैं। भगवान शिव जी के मंदिरों में आपने यह देखा होगा कि हर शिव मंदिर में एक नंदी जरूर होते हैं। ऐसा कहा जाता है कि भगवान शिव जी के सबसे प्रिय गणों में एक नदी हैं। नंदी जी कैलाश पर्वत के द्वारपाल भी हैं। शिव मंदिर में शिवलिंग के सामने कुछ दूरी पर ही नंदी जी विराजमान रहते हैं। साथ ही नंदी की पूजा किए बिना शिव जी की पूजा पूरी नहीं मानी जाती है।
आपने अक्सर देखा होगा कि शिव मंदिर जाने वाले लोग नंदी के कान में कुछ बोलते हैं। नंदी के कान में धीरे से अपनी मनोकामना बोली जाती है। ऐसी मान्यता है कि नंदी के कानों में अपनी मनोकामना बोलने से वह जरूर पूरी हो जाती है। हालांकि नंदी के कान में कोई भी बात कहने का एक खास तरीका होता है। इस तरीके का अनुसरण करने के बाद ही भोलेनाथ आपके सुनते हैं। ऐसी स्थिति में नंदी के कान में मनोकामना बोलने का सही तरीका क्या है? इसके बारे में जानना बहुत जरूरी है। धर्म शास्त्रों में नंदी के कान में मनोकामना बोलने का सही तरीका बताया गया है। अगर आप इस तरीके को अपनाते हैं तो आपकी मनोकामना बहुत जल्दी पूरी हो सकती है।
नंदी के कान में मनोकामना बोलने का सही तरीका
1. अक्सर देखा गया है कि कई लोग सिर्फ भगवान शिव जी के पूजा करके ही घर चले जाते हैं। लेकिन भगवान शिव के साथ नंदी की पूजा करना भी बेहद महत्वपूर्ण है। अगर आप शिवलिंग की पूजा करते हैं, तो उसके बाद नंदी की भी पूजा अवश्य करें। नंदी के सामने दीपक जरूर जलाएं। इसके साथ ही शिवजी के साथ साथ नंदी जी की भी आरती कीजिए।
2. जब आप पूजा-आरती कर लें तो उसके बाद किसी से भी बातचीत मत कीजिए और नंदी के कान में अपनी मनोकामना बोल दें। ऐसा माना जाता है कि शिवजी ज्यादातर समय तपस्या ही लीन रहते हैं और तपस्या में विघ्न ना पड़े इसलिए लोग अपनी समस्या नंदी के कान में बोल कर चले जाते हैं। फिर बाद में नंदी जी आपकी बात शिव जी तक पहुंचा देते हैं। मान्यता है कि शिव जी ने नंदी जी को खुद यह वरदान दिया था कि जो व्यक्ति तुम्हारे कान में अपनी मनोकामना कहेगा, उसकी इच्छा जरूर पूरी होगी। अगर आप नंदी जी के कान में अपनी मनोकामना बोलते हैं तो वह पूरा होने में देर नहीं लगती है।
3. जब आप नंदी जी के कान में अपनी मनोकामना बोलते हैं, तो उस समय यह ध्यान रखना होगा कि मनोकामना बाएं कान में बोलें। इससे मनोकामना बोलना ज्यादा शुभ माना जाता है।
4. जब आप नंदी जी के कान में अपनी मनोकामना बोलें, तो उस दौरान आपको यह ध्यान रखना होगा कि आपकी मनोकामना गलत नहीं होनी चाहिए। मतलब आप किसी का बुरा या अहित नहीं मांगे। इसके साथ ही मनोकामना बोलने के बाद नंदी जी के सामने पैसे, फल या मिठाई आदि कुछ चढ़ाएं।