जानिए कब है नागपंचमी? इन चीजों से करें रुद्राभिषेक, होगी मनोवांछित फल की प्राप्ति, सुख से भर जाएगा जीवन
भारतीय संस्कृति और हिंदू धर्म में पेड़-पौधे और पशु-पक्षियों जैसे प्राकृतिक तत्वों का विशेष स्थान माना गया है। हमारे ऐसे कई व्रत और त्यौहार है जो विशेष रूप से इन्हीं प्राकृतिक तत्व पर आधारित है और इन्हीं में से एक नाग पंचमी का त्यौहार है। नाग पंचमी के त्यौहार पर विशेष रूप से सांपों की पूजा की जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, उत्तर भारत में नाग पंचमी का त्योहार श्रावण शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि की को मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन सांपों के 12 स्वरूपों की पूजा की जाती है और नाग देवता को दूध अर्पित किया जाता है।
आपको बता दें कि भगवान भोलेनाथ को सांप सबसे प्रिय माने जाते हैं। इसी वजह से अगर इस दिन भगवान शिव जी के साथ-साथ नाग देवता की पूजा की जाए तो यह बेहद फलदाई माना गया है। इस दिन बहुत से लोग हैं जो व्रत रखते हैं और इस दिन रुद्राभिषेक करने का भी विशेष महत्व माना गया है। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से नाग पंचमी कब है? और किन चीजों से रुद्राभिषेक करने से लाभ मिलेगा? इसके बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।
जानिए कब है नाग पंचमी?
नाग पंचमी का त्योहार सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। आपको बता दें कि इस बार पंचमी तिथि की शुरुआत 12 अगस्त 2021 को दोपहर 3:24 बजे से होगी और इसकी समाप्ति 13 अगस्त 2021 को 1:42 बजे पर होगी। इस लिहाज से देखा जाए तो नाग पंचमी का त्यौहार 13 अगस्त को मनाया जाएगा। अगर हम नागपंचमी के सबसे शुभ मुहूर्त की बात करें तो 13 अगस्त की प्रातः काल 5:49 बजे से 8:28 बजे तक रहने वाला है।
जानिए नाग पंचमी पर रुद्राभिषेक कराने के क्या लाभ होते हैं
सावन का महीना बहुत ही पवित्र माना गया है। सावन के पूरे महीने में किसी भी दिन रुद्राभिषेक करा सकते हैं, इससे व्यक्ति को शुभ फल की प्राप्ति होती है। लेकिन नाग पंचमी के दिन अगर रुद्राभिषेक कराया जाए तो यह अत्यंत ही शुभ फलदायक माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि रुद्राभिषेक कराने से व्यक्ति की सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार देखा जाए तो व्यक्ति अपनी आवश्यकता अनुसार अलग-अलग पदार्थों से रुद्राभिषेक करा सकता है। इससे मनोवांछित फल की प्राप्ति होने की संभावना रहती है। तो चलिए जानते हैं किन चीजों से रुद्राभिषेक कराने से कौन सी इच्छा पूरी हो सकती है।
दूध
अगर भगवान शिव जी का दूध से रुद्राभिषेक कराया जाए तो इससे घर परिवार की सारी परेशानियां दूर हो जाती हैं। परिवार में सुख-शांति आती है। इतना ही नहीं बल्कि संतान सुख की प्राप्ति की कामना पूर्ण होने की भी मान्यता है। अगर भगवान शिव जी का अभिषेक गाय के दूध से किया जाए तो यह बहुत ही शुभ फलदायक माना जाता है।
दही
अगर किसी व्यक्ति को अपने कामकाज में बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है तो ऐसी स्थिति में भगवान शिव जी का अभिषेक दही से कराना चाहिए। इससे कामकाज में तेजी आती है। इतना ही नहीं बल्कि घर या प्रॉपर्टी से जुड़े हुए लाभ मिलने की भी संभावना रहती है।
शहद
अगर भगवान शिव जी का अभिषेक शहद से कराया जाए तो इससे समाज में मान-सम्मान की प्राप्ति होती है, वाणी दोष से छुटकारा मिलता है, व्यक्ति का स्वभाव विनम्र हो जाता है।
इत्र
अगर भगवान शिव जी का अभिषेक इत्र से कराया जाए तो इससे जीवन में शांति आती है और मानसिक चिंता दूर हो जाती है। इतना ही नहीं बल्कि नींद की समस्या से भी छुटकारा मिलता है।
गंगाजल
भगवान शिव जी का अभिषेक गंगाजल से करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है। व्यक्ति के जीवन में खुशियां आती हैं।
घी
अगर शिवजी का अभिषेक घी से किया जाए तो इससे स्वास्थ्य संबंधित परेशानियों से छुटकारा मिलता है। अगर कोई व्यक्ति किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित चल रहा है तो ऐसी स्थिति में भगवान शिव जी का अभिषेक घी से करना चाहिए।