अगर आप भी डाकघर में सुकन्या समृद्धि योजना के तहत पैसे जमा कराते हैं तो यह जानकारी आपके लिए बहुत जरूरी है. यह मामला उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के बड़ोत गांव में सामने आया है. जहां एक डाकघर में सुकन्या समृद्धि योजना और जमा खाता में जमा किए गए लाखों रुपए गायब हो गए. जब डाकघर दे विभाग ने इस बारे में जांच की. तो वहां के डाकपाल को दोषी पाया गया और उसको उसके पद से हटा दिया गया. साथ ही उसके खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई. इस गांव के डाकघर में करीब दर्जनों ग्रामीणों ने लगभग 18.50 लाख रुपए जमा करा रखे थे जो सुकन्या समृद्धि योजना, जमा खाता और RD के तहत जमा थे.
खबरों के मुताबिक पोस्ट ऑफिस में तैनात डाकपाल जिसका नाम देवेंद्र है, वह इस पूरी राशि को निगल गया है. लिहाजा ना तो यह पैसा डाकघर को मिला और ना ही अकाउंट होल्डर्स को मिल पाएगा. जैसे ही पैसे गायब होने की बात लोगों के सामने आई तो अकाउंट होल्डर्स को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा. इसके बाद खाताधारकों ने तुरंत इसकी शिकायत की उच्च विभाग में की. मामले की जानकारी मिलते ही विभागीय कार्यवाही शुरू हो गई. इस कार्यवाही में दोषी पाए जाने पर कार्यवाह डाकपाल देवेंद्र सिंह को उनके पद से हटा दिया गया.
दोषी देवेंद्र सिंह के पास जैसे ही कोई पैसे जमा कराता वह उन पैसों को अपने पास रख लेता और अकाउंट होल्डर की डॉक कॉपी में इसकी कोई एंट्री ना करता. इसके साथ ही अगर कोई उसको पासबुक में एंट्री करने को कहता. तो वह हाथ से ही लिखकर डॉक कॉपी को अकाउंट होल्डर को थमा देता था. और भोले-भाले ग्रामीणों को लगता उनके पैसे उनके अकाउंट में जमा हो रही हैं और वह चुपचाप वहां से चले जाते. इस तरह है उसने 80 लाख 50 हजार रुपए हथिया लिए.
खाताधारकों को लगता था कि उनकी मेहनत की कमाई उनके पोस्ट ऑफिस खाते में जमा हो रही है. और वह यह सब सोच सोच कर ही खुश थे लेकिन उनकी खुशी थोड़े ही दिनों की थी. कुछ ग्रामीण जब पासबुक में एंट्री कराने गए तो उन्होंने कंप्यूटर से एंट्री करने की बात कही. कंप्यूटर से एंट्री होने पर उनको पता चला उनके खाते में कुछ भी नहीं है. इसके बाद जब उन्होंने बड़ोत के हेड ऑफिस में एंट्री कराई. तब भी उन्हें उनके अकाउंट में कुछ नहीं मिला. तब यह पूरा मामला सामने आया. और उन्होंने इसकी शिकायत जमा कराई जिसके बाद कार्यवाही शुरू हुई.