फनी जोक्स : भिखारी – बहन कुछ खाने को दो.. लड़की – टमाटर खाओ..भिखारी – रोटी ही दे दो

हंसना हम सबके सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है  और इसीलिए हमे हंसने मुस्कुराने का कोई भी मौका नहीं छोड़ना चाहिए और जब भी हम खुश रहते है तो इससे हमारे स्वास्थ और हमारी मानसिक सेहत भी एकदम दुरुस्त रहती है और इसी बात को ध्यान में रखते हुए आज के इस पोस्ट में हम आपके  कुछ ऐसे मजेदार जोक्स लेकर आये हैं जिन्हें पढ़ने के बाद यकीनन आपकी हंसी रुक नहीं पाएगी. तो देर किस बात की है चलिए शुरू करते हैं हंसने हंसाने का ये खूबसूरत सिलसिला.

 

एक आदमी ने श्मशान घाट पर वाई-फाई सिग्नल मिलते ही
बाजू में खड़े भाई साहब से पूछा – वाई-फाई का पासवर्ड क्या है…?
भाई साहब ने जवाब दिया – मैयत में आए तो, कुछ तो शर्म करो…!
आदमी – M कैपिटल या स्मॉल…!

 

चिंटू – पप्पू जल्दी उठ, भूकंप आ रहा है,
सारा घर हिल रहा है…!
पप्पू – ओए, चुपचाप जाके सो जा,
घर गिरेगा तो हमारा क्या जाएगा,
हम तो किरायेदार हैं…!

संता – तुम ऑपरेशन कराए बिना ही अस्पताल से क्यों भाग गए…?
बंता – नर्स बार-बार कह रही थी कि डरो मत, हिम्मत रखो, कुछ नहीं होगा…!
ये तो बस एक छोटा सा ऑपरेशन है!
संता – तो इसमें डरने वाली कौन सी बात है? सही तो कह रही थी नर्स…!
बंता – वो ये बात मुझसे नहीं, डॉक्टर से कह रही थी…!

 

पिताजी – पढ़ेगा नहीं तो क्या करेगा…?
बेटा – बस चलाऊंगा, फिर अपनी बस लूंगा, आम के बाग खरीदूंगा,
बीवी को पढ़ाऊंगा, उसे कलेक्टर बनाऊंगा,
आपके नाम पर अस्पताल खोलूंगा…!
पिताजी ने चप्पल निकाली और बोले –
तूने आज फिर सूर्यवंशम देखी है…

 

उस दिन तो उड़ते पंछी भी चौंक कर हवा में ही रूक गए…!
जब पत्नी बोली – सुनो,
ये जो तुम कार में एसी चलाते हो,
इसका बिल घर पर आता है या दुकान पर…?

 

एक प्रतियोगिता में प्रतिभागियों से पूछा गया –
एक ऐसा वाक्य बताइए, जिसमें दुविधा, जिज्ञासा,
डर, शांति, क्रोध और खुशी का आभास हो…!
पुरस्कृत वाक्य था – मेरी पत्नी मुझसे बात नहीं कर रही है…!

 

परम सत्य ज्ञान
कहते हैं कि पति परिवार को हेड होता है…!
लेकिन लोग भूल जाते हैं कि पत्नी परिवार की गर्दन होती है…
और गर्दन जिधर मुड़ेगी,
हेड को तो उधर ही मुड़ना है…!

 

एक सज्जन बता रहे थे कि
वो पिछले 20 सालों से गीता के उपदेश सुनते आ रहे हैं…!
पता करने पर पता चला कि
गीता उनकी धर्मपत्नी का नाम है…!

 

शेरों-शायरी के शौकीन एक प्रेमी की दुखभरी दास्तां
हसरत ए दीदार के लिए
उनकी गली में मोबाइल की दुकान खोली…!
मत पूछो अब हालात-ए-बेबसी ए गालिब,
रोज एक नया शख्स उनके नंबर पर रिचार्ज करवाने आता है…!

रेलवे पूछताछ केंद्र पर एक महिला पहुंची…!
क्लर्क – कोहरे के कारण सब ट्रेनें लेट हैं,
और कुछ पूछना है…?
महिला – इस ड्रेस में मैं मोटी तो नहीं लग रही…!

 

मास्टर – सबसे पवित्र वस्तु क्या है…?
पप्पू – सर मोबाइल…!
मास्टर (गुस्से में) – वो कैसे…?
पप्पू – वह बाथरूम, अस्पताल, श्मशान से होकर आने के बाद भी बिना धोये हुए घर, रसोई और मंदिर सब जगह जा सकता है…!

बीवी पति के साथ मंदिर गई और मन्नत का धागा बांध के मन्नत मांगी,
फिर हड़बड़ाई और धागा खोल दिया।
पति – क्या हुआ, धागा क्यों खोला…?
पत्नी – मैंने मन्नत मांगी थी कि  आपकी जिंदगी की तमाम मुश्किलें दूर हो जाएं…!
फिर अचानक ख्याल आया, कहीं मैं ही न निपट जाऊं…!

केमिस्ट – अगर इस दवाई से आराम ना मिले, तो डॉक्टर का पर्चा फिर से लाना…!
मरीज – ऐसा क्यों…?
केमिस्ट – मैं फिर से डॉक्टर की लिखी
दवाई पढ़ने की कोशिश करूंगा…!
मरीज बेहोश होते-होते बचा…!