बॉलीवुड एक ऐसी जगह है, जहां पर रहना बहुत ही मुश्किल काम है। यहां पर हर कोई चाहता है कि उसे एक दमदार डेब्यू मिले और वह लगातार बड़ी फिल्मों में काम करें और अपने स्टारडम से सबको हैरान कर दें लेकिन ऐसा सबके साथ नहीं होता है। बॉलीवुड के कुछ सितारे ऐसे भी हैं जो कुछ फिल्में करने के बाद इंडस्ट्री को अलविदा कह देते हैं। आज हम आपको एक ऐसे ही सितारे के बारे में बताने वाले हैं।
आप सभी लोगों को आमिर खान के फिल्म “लगान” में नजर आईं अभिनेत्री ग्रेसी सिंह तो याद ही होंगी। एक समय ऐसा था जब ग्रेसी सिंह बॉलीवुड का एक बड़ा नाम थीं। ग्रेसी सिंह ने आमिर खान से लेकर अजय देवगन और संजय दत्त से लेकर अमिताभ बच्चन सहित कई बड़े बड़े स्टार्स के साथ काम किया। संजय दत्त की फिल्म मुन्ना भाई एमबीबीएस और गंगाजल में नजर आईं ग्रेसी सिंह बॉलीवुड से धीरे-धीरे गायब हो गईं।
टीवी सीरियल से एक्टिंग में ग्रेसी सिंह ने किया था डेब्यू
आपको बता दें कि ग्रेसी सिंह ने अपने करियर की शुरुआत एक डांसर के तौर पर किया था। उन्होंने डांस ग्रुप द प्लैनेट्स के साथ टूर भी किया था। इसके बाद ग्रेसी सिंह ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत साल 1997 में टीवी धारावाहिक “अमानत” से की थी। इस सीरियल में ग्रेसी सिंह को खूब पसंद किया गया। सीरियल में काम करने के दौरान ही अभिनेत्री ने कई छोटी-बड़ी फिल्मों में काम करना शुरू किया।
ग्रेसी सिंह उस समय सुर्खियों में आई थीं। जब वह एपिक स्पोर्ट्स ड्रामा फिल्म ‘लगान: वन्स अपॉन ए टाइम इन इंडिया’ में नजर आईं थीं। आमिर खान ने इस फिल्म को प्रोड्यूस किया था। वहीं इस फिल्म की राइटिंग आशुतोष गोवारिकर ने की थी और उन्होने ही इसे डायरेक्ट भी किया था। फिल्म “लगान” में ग्रेसी सिंह ने अपनी सादगी और मासूमियत से हर किसी का दिल जीत लिया और यह फिल्म हिट साबित हुई थी।
इसके बाद ग्रेसी सिंह ने मुन्ना भाई एमबीबीएस और गंगाजल में भी काम किया और उन्होंने अपने अभिनय से सबको इंप्रेस कर दिया, जिसके बाद वह लाइमलाइट में छा गईं। लेकिन वह अपनी सफलता को संभाल नहीं पाईं। ग्रेसी सिंह की अमिताभ बच्चन और अनिल कपूर स्टारर फिल्म “अरमान” फ्लॉप साबित हुई थी। इसके बाद उन्होंने कई फिल्म में काम किया, जिनमें चंचल, देशद्रोही और देख भाई देख जैसी फिल्में शामिल हैं। लेकिन यह फिल्में फ्लॉप रहीं।
एक के बाद एक बॉलीवुड में फ्लॉप फिल्में देने के बाद ग्रेसी सिंह ने तमिल, तेलुगू, मलयालम, गुजराती, पंजाबी और बंगाली फिल्मों में भी काम किया परंतु वहां पर भी उन्हें कुछ खास सफलता ना मिल पाई। आपको बता दें कि ग्रेसी सिंह को आखिरी बार टीवी धारावाहिक “संतोषी मां – सुनिए व्रत कथाएं” में देखा गया था।
2013 में ग्रेसी सिंह ने अध्यात्म का कर लिया था रुख
आपको बता दें कि बचपन से ही ग्रेसी सिंह को अध्यात्म से प्यार था। बॉलीवुड में अपना करियर खत्म होता देख उन्होंने ब्रह्मकुमारी से जुड़ने का फैसला किया। साल 2013 में ग्रेसी सिंह ने ब्रह्मकुमारी वर्ल्ड स्पिरिचुअलिटी यूनिवर्सिटी ज्वाइन कर ली। इसके बाद वह पूरी तरह से उनके नियमों का पालन करने लगीं और उनके कार्यक्रमों में हिस्सा लेने लगीं। ब्रह्मकुमारी में शामिल होने के बाद एक इंटरव्यू के दौरान ग्रेसी सिंह ने यह कहा था कि “मैंने असीम सुरक्षा, शांति, आनंद, समझ, स्वीकृति और सहयोग का अनुभव किया। मैं दुनिया भर के लोगों से मिली जो विनम्र, दयालु और समझदार थे।”