भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर जी (Lata Mangeshkar) ने अपनी मधुर आवाज से पूरी दुनिया के लोगों पर राज किया है लेकिन अब लता मंगेशकर जी हमारे बीच में नहीं रहीं। 92 साल की उम्र में वह इस दुनिया को हमेशा हमेशा के लिए छोड़ कर भगवान के पास चली गईं। रविवार सुबह 8:12 बजे पर मुंबई स्थित ब्रीच कैंडी अस्पताल में लता मंगेशकर ने अंतिम सांस ली।
बता दें कि लता मंगेशकर जी लगभग एक महीने से अस्पताल के आईसीयू में वेंटिलेटर सपोर्ट पर थीं। लता मंगेशकर जी के निधन से बॉलीवुड स्तब्ध है। तो वहीं फैंस के ऊपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। लता मंगेशकर जी के निधन से संगीत की दुनिया में शोक की लहर है।
लता मंगेशकर जी के निधन के बाद सभी उनके गीतों द्वारा उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। सुरों की मलिका कही जाने वाली मशहूर गायिका लता मंगेशकर जी किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं और उन्होंने अपनी खूबसूरत आवाज का जादू दुनिया भर में बिखेरा है।
जब भी संगीत की दुनिया का जिक्र होता है तो उसमें लता मंगेशकर जी का नाम जरूर लिया जाता है परंतु अब लता मंगेशकर जी इस दुनिया को हमेशा हमेशा के लिए छोड़ कर चली गई हैं। उनका अंतिम संस्कार कुछ देर बाद मुंबई के शिवाजी पार्क में किया जाएगा।
लता मंगेशकर जी के पार्थिव शरीर का काफिला शिवाजी पार्क के लिए रवाना हो चुका है, जोकि उनके घर प्रभुकुंज से निकलकर हाजी अली के मार्ग होते हुए शिवाजी पार्क पहुंचने वाला है। लता मंगेशकर जी के अंतिम सफर के दर्शन करने के लिए सड़कों पर हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई है। हर किसी की बस एक ही तमन्ना है, बस किसी तरह गायिका के अंतिम दर्शन हो जाए।
जैसा कि आप सभी लोग इस तस्वीर में देख सकते हैं, यह तस्वीर शिवाजी पार्क के अंदर की है। इस तस्वीर में देखा जा सकता है कि लता मंगेशकर जी के अंतिम संस्कार के लिए लकड़ियां रखी गई हैं। बस कुछ देर बाद ही लता मंगेशकर जी पंचतत्व में विलीन हो जाएंगी।
लता मंगेशकर जी के पार्थिव शरीर को शाम 6:00 बजे शिवाजी पार्क में रखा जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी भी कुछ देर में ही शिवाजी पार्क में पहुंचने वाले हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लता मंगेशकर जी के राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करने का आदेश दिया है।
आपको बता दें कि लता मंगेशकर जी (Lata Mangeshkar) के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भी शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि “मैं ये दुख शब्दों में बयां नहीं कर पा रहा हूं। दयालु और देखभाल करने वाली लता दीदी हमें छोड़कर चली गईं। वह हमारे देश में एक खालीपन छोड़ गई है, जिसे भरा नहीं जा सकता। आने वाली पीढ़ियां उन्हें भारतीय संस्कृति के एक दिग्गज के रूप में याद रखेंगी, जिनकी सुरीली आवाज में लोगों को मंत्रमुग्ध करने की अद्वितीय क्षमता थी। आपको बता दें कि स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर जी के निधन के बाद देश में दो दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित कर दिया गया है।