अगर घर में है आर्थिक समृद्धि के प्रतीक लाफिंग बुद्धा तो गलती से भी नहीं करने चाहिए ये काम
घर में लाफिंग बुद्धा की मूर्ति रखना सुख-संपदा एवं प्रगति का प्रतीक माना जाता है। मान्यता हैं की घर में इसके होने से संपन्नता एवं सफलता आती है। फेंगशुई में अनेक प्रकार की वस्तुएं उपलब्ध है| जिसका प्रयोग हम अपने घर या व्यवसायिक स्थल में उत्पन्न हो रहे वास्तु दोष से छुटकारा पाने के लिए करते है। आज हम आपको लाफिंग बुद्धा के विषय में बताएँगे कि किस प्रकार से आप उसका उपयोग करके आप अपने घर में समृद्धि ला सकते हैं|
बहुत लोगों को अपने देखा होगा की वो उपहार के तौर पर लाफिंग बुद्धा देते हैं| लाफिंग बुद्धा के बारे में बहुत सारी बातें प्रचलित हैं। यदि आप उदास रहते हैं, आर्थिक बोझ तले दबे हुए हैं या फिर घर में उदासी जैसी स्थिति बनी हुयी है, तो आप लाफिंग बुद्धा को अपने घर लाकर इन समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं| अक्सर लाफिंग बुद्धा की मूर्ति मकान, व्यापार स्थल, लॉबी या फिर बैठक कक्ष में ही रखना चाहिए।
लेकिन इस बात का ध्यान रखें की यह जमीन से ढाई फीट ऊपर तथा मुख्य दरवाजे के सामने होनी चाहिए। लाफिंग बुद्धा की मूर्ति का मुख हमेशा प्रवेश द्वार की ओर होनी चाहिए। ऐसा करने से मूर्ति अधिक क्रियाशील रहती है। कुछ लोग मानते हैं की इसको बस उपहार के तौर पर ही देना चाहिए| इस मूर्ति को स्वयं भी खरीदा जा सकता है। जब भी लाफिंग बुद्धा खरीदे तो इस बात का ध्यान रखें की वह सिरामिक का बना होना चाहिए।
हंसते हुए चेहरे को खुशहाली और संपन्नता का प्रतीक माना जाता है। चीन में लाफिंग बुद्धा को संपत्ति का देवता माना जाता है और इसकी पूजा-आराधना भी की जाती है। घर में इनकी स्थापना से धन-दौलत का आगमन निश्चित माना जाता है। लाफिंग बुद्धा मोटा पेट संपन्नता का प्रतीक माना जाता है। इनके पेट को छूने की परंपरा है। चीन वासियों के अनुसार इसे बैडरूम में नहीं रखना चाहिए और इसकी पूजा करना भी वर्जित है। इसलिए इसे सिर्फ सजाकर ही रखना चाहिए। लाफिंग बुद्धा के कई प्रकार की आकृतियां होती हैं जैसे- हंसता हुआ लाफिंग बुद्धा, थैला लिया लाफिंग बुद्धा, धातु का बना हुआ लाफिंग बुद्धा और फुक-लुक-साउ आदि। इन सबका फल अलग-अलग हमें मिलता है। इनके फल की जानकारी ना होने की वजह से व्यक्ति इसका उचित लाभ लेने से वंचित रह जाते है।
हंसता हुआ लाफिंग बुद्धा
हंसता हुआ लाफिंग बुद्धा को भवन में मुख्य द्वार के अंदर इस प्रकार रखें की, मुख्य द्वार से प्रवेश करने वाले व्यक्ति को प्रवेश करते ही यह दिखाई पड़े तथा ऐसा प्रतीत हो मानो कि बुद्धा हंस कर स्वागत कर रहा हो। यदि आपके मुख्य द्वार से प्रवेश करने पर सामने कोई कोना हो, तो लाफिंग बुद्धा को वहाँ रखना अधिक अनुकूल होगा। बेडरूम में किचन में या अन्य कमरों में हंसता हुआ बुद्धा नहीं रखना चाहिए। यह प्रतिमा मुख्य द्वार से प्रवेश करने वाले व्यक्ति की ऊर्जा में अभी वृद्धि करती है।
इसके अलावा लाफिंग बुद्धा में कुछ मूर्तियां इस प्रकार से बनी होती है जिनमे दोनों हाथ ऊपर की और उठे होते है। इस प्रकार की मूर्ती रखने के लिए लकड़ी या धातु की बनी तीन फुट ऊंची मेज का प्रयोग करना चाहिए तभी इसका लाभ होगा। जिन व्यक्तियों के घर, ऑफिस या भवन में झगड़ा ज्यादा होता है या घर में हमेशा क्लेश की स्थिति रहती है, वह इस ऊँचे हाथ किये हुए बुद्धा की मूर्ति कभी ना रखे। इनके लिए और सभी के लिए केवल बैठी हुई लाफिंग बुद्धा की मूर्ति ही लाभदायक सिद्ध होती है।
थैला लिए लाफिंग बुद्धा
थैला लिए लाफिंग बुद्धा के मूर्ति में जो समान हैं वह ऊपर तक दिखना चाहिए। पीठ पर थैला रखे हुए बुद्धा की ऐसी प्रतिमा को मुख्य द्वार की ओर मुंह किये हुए इस प्रकार रखा जाए तो वहां अर्थ चक्र सुचारू रूप से चलता है।
धातु का बना लाफिंग बुद्धा
धातु की बनी हुई बुद्धा की प्रतिमाएं ऐसे लोगों के लिए कारगर होती हैं, जिन व्यक्तियों को निर्णय शक्ति की कमी हो इसके अलावा जिनकी उदारता एवं भावुकता का लाभ अन्य व्यक्ति उठाते हो| उन्हें धातु की बनी हँसती हुई बुद्धा की प्रतिमा का प्रयोग करना चाहिए। लाफिंग बुद्धा के साथ किसी भी वास्तु या अन्य मूर्ति को नहीं रखना चाहिए। धातु की प्रतिमा को घर या ऑफिस में रखने से निर्णय लेने की क्षमता में वृद्धि होती है। तथा इससे आत्म विश्वास भी बढ़ता है।