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ग्वालियर में शख्स को थमा दिया 3419 करोड़ का बिजली का बिल, देखकर पहुंच गया अस्पताल, अब कंपनी ने कही ऐसी बात

वैज्ञानिक ने मनुष्य को अनेक वरदान स्वरुप अविष्कार दिए हैं, जिनमें से बिजली भी एक वरदान है। हमारे जीवन में बिजली का बहुत उपयोग होता है। बिजली ऊर्जा का एक शक्तिशाली स्त्रोत होता है, जिसके प्रयोग से अनेकों काम किए जाते हैं। मौजूदा समय में बिजली हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग बन चुकी है। आजकल के समय में घरों में बिजली का प्रयोग काफी तेजी से बढ़ गया है।

अगर थोड़ी देर के लिए भी बिजली चली जाती है तो लोगों को बहुत समस्या उत्पन्न होने लगती है। आजकल के आधुनिक जीवन में बिजली मनुष्य कि जिंदगी की एक बहुत बड़ी जरूरत बन चुकी है। अक्सर देखा गया है कि लोग बिजली का इस्तेमाल तो कर लेते हैं परंतु कई बार बिल इतना ज्यादा हो जाता है कि यह भी उनके लिए परेशानी बन जाती है।

अगर आपका बिजली का बिल हजारों, लाखों में नहीं करोड़ों रुपए में भी नहीं बल्कि अरबों रुपए में आ जाए तो सोचिए आप की क्या हालत होगी। कुछ ऐसा ही हुआ है मध्य प्रदेश के ग्वालियर में, जहां पर बिजली विभाग की एक बड़ी गलती की वजह से एक शख्स की तबीयत इतनी ज्यादा खराब हो गई कि उसको इलाज के लिए अस्पताल में एडमिट कराना पड़ गया।

3419 करोड़ का आया बिजली बिल

आपको बता दें कि ग्वालियर में मध्य प्रदेश सरकार की तरफ से संचालित बिजली कंपनी ने एक परिवार का बिजली बिल गलत भेज दिया, जिसमें 3419 करोड़ की रकम छपी हुई देखकर शख्स को इतना तगड़ा झटका लगा कर वह बीमार पड़ गया। ऐसा बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश के ग्वालियर की रहने वाली प्रियंका गुप्ता को 3419 करोड़ का बिजली बिल मिला था, जिसे देखने के बाद उनके ससुर बीमार पड़ गए।

फिलहाल मध्य प्रदेश सरकार की ओर से संचालित बिजली कंपनी ने इसे मानवीय त्रुटि बताया है। वहीं शहर के शिव विहार कॉलोनी के निवासी गुप्ता परिवार को राहत देते हुए उन्हें 1300 रुपए का एक सही बिल जारी किया गया है।

करोड़ों का बिजली बिल देखकर शख्स पड़ा बीमार

प्रियंका गुप्ता के पति संजीव कंकाने के द्वारा ऐसा बताया गया कि जुलाई के लिए घरेलू खपत के लिए बिजली बिल पर करोड़ों की रकम देखकर उनके पिताजी बीमार पड़ गए थे। संजीव कंकाने के मुताबिक 20 जुलाई को जारी किए गए बिल को मध्य प्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के पोर्टल के माध्यम से क्रॉस चेक करने पर सही पाया गया था।

विभाग ने कही ये बात

जब यह मामला सामने आया तो MPMKVVC ने बाद में इस मामले को संज्ञान में लेते हुए बिजली बिल को ठीक किया और परिवार को उनका तेरा 1300 रुपए का सही बिल जारी करके दे दिया। इस मामले में MPMKVVC के महाप्रबंधक नितिन मांगलिक में बिजली बिल में छपी भारी-भरकम रकम के लिए मानवीय भूल को जिम्मेदार ठहराया है और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ एक्शन भी लिया गया है। सहायक राजस्व अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया है और जूनियर इंजीनियर को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है।

बता दें सोशल मीडिया पर यह मामला सुर्खियों का विषय बना हुआ है। इतना ही नहीं बल्कि कई लोग इस लापरवाही पर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं।

 

 

 

 

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