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इस चमत्कारी मंदिर में केसरीनंदन हनुमान सबके दुख करते हैं दूर, भक्तों की हर मनोकामना होती है पूरी

महाबली हनुमान जी को भगवान श्री राम जी का परम भक्त कहा जाता है। ऐसा कहा जाता है कि अगर हनुमान जी की कृपा किसी व्यक्ति पर हो तो उस व्यक्ति के जीवन के सारे दुख दूर हो जाते हैं। महाबली हनुमान जी कलयुग में भी अपने भक्तों की पुकार अवश्य सुनते हैं। जो भक्त सच्चे मन से हनुमान जी का स्मरण करता है उनकी रक्षा स्वयं बजरंगबली करते हैं। वैसे देखा जाए तो देश भर में हनुमान जी के बहुत से प्रसिद्ध और चमत्कारी मंदिर मौजूद हैं। जहां पर भक्तों की भारी भीड़ लगी रहती है। इन मंदिरों की अपनी कोई ना कोई विशेषता है, जिसके चलते लोगों की आस्था इन मंदिरों से जुड़ी हुई है।

आज हम आपको महाबली हनुमान जी के एक ऐसे मंदिर के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जहां पर भक्तों के सारे दुख दूर होते हैं और बजरंगबली सबकी मनोकामना पूर्ण करते हैं। आपको बता दें कि महाबली हनुमान जी का यह चमत्कारी मंदिर मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में है, जहां पर प्रत्येक मंगलवार और शनिवार भक्त अपनी समस्या केसरी नंदन हनुमान जी को देते हैं। यहां पर मौजूद मंदिर के बारे में ऐसे ऐसा बताया जाता है कि अयोध्या के बाद यह दूसरा पूर्व मुखी हनुमान मंदिर है, जहां श्रद्धालु अपनी समस्या लेकर आते हैं।

ऐसा कहा जाता है कि जिन लोगों का ट्रांसफर नहीं हो रहा है, किसी से जमीन विवाद है या फिर शादी विवाह में बाधा उत्पन्न हो रही है तो अपनी समस्या का समाधान करने के लिए छिंदवाड़ा के केसरी नंदन हनुमान जी का दरबार आपके लिए खुला है।

मान्यता अनुसार, हर मंगलवार और शनिवार को पूर्व मुखी मंदिर में विराजे पवन पुत्र जनसुनवाई करते हैं। इसके लिए पीड़ितों को बकायदा मंदिर द्वार पर एक हाजिरी रजिस्टर होती है, जिसमें आपको शुरू में जय श्री राम लिखना होता है और उसके बाद आपके आने का समय आपका नाम, पता और जाने का समय बकायदा रजिस्टर में लिखना होता है। उसके तत्पश्चात मंदिर समिति द्वारा एक आवेदन मिलता है जिसमें पीड़ित अपनी लिखित शिकायत लिखकर उसे बकायदा मोड़कर सिंदूर से जय श्री राम लिख कर भगवान के सामने रखते हुए आवेदन करते हैं।

ऐसा कहा जाता है कि इन पर जो भी समस्याएं लिखी होती है वह बिल्कुल गुप्त होती है जिसे कोई देख नहीं सकता है। इस मंदिर के पुजारी का ऐसा बताना है कि यहां सदियों से हनुमानजी लिखित आवेदन लेकर भक्तों के दुख दूर करते आ रहे हैं। लोग दूर-दूर से इस मंदिर में भगवान के दर्शन करने के लिए आते हैं और इस मंदिर में भक्तों की सारी इच्छा पूरी होती है। इस मंदिर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें दीवारें नहीं है बल्कि यह मंदिर नारियलों से बना हुआ है। इस मंदिर के बारे में ऐसा बताया जाता है कि लोग शासन-प्रशासन से ज्यादा अपनी समस्या को लेकर भगवान के भरोसे होते हैं। इस मंदिर में नियमित रूप से आने वाले हजार आवेदन पत्र है। इस मंदिर से लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। हजारों की संख्या में भगवान को लिखित शिकायत दर्ज कराया जाता है और इस दरबार में सुनवाई भी होती है।

हनुमान जी के इस दरबार में आने वाले भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। जब भक्तों की मनोकामना पूरी हो जाती हो तो यहां आकर वह हनुमान जी को नारियल अर्पित करते हैं। इस मंदिर में ना जाने कितने भक्तों की मनोकामना पूरी हो चुकी है। इस मंदिर में आपको बहुत सारे नारियल देखने को मिल जाएंगे। भक्तों द्वारा मनोकामना पूरी होने पर जितने भी नारियल होते हैं उतने नारियल को रस्सी से बांध दिया जाता है। यही वजह है कि मंदिर की दीवारें नारियल की बनी हुई हैं। यह मंदिर हजारों साल पुराना बताया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि यहां पवन पुत्र हनुमान एक नीम के पेड़ के नीचे बैठे हैं जो हनुमान मूर्ति यहां मौजूद है वह बाल रूप में है और सबसे बड़ी खास बात यह है कि यह मूर्ति अग्निकुंड में स्थापित है।

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