जानें कब से शुरू हो रहा है महालक्ष्मी व्रत, इस विधि से पूजा कर पाएं धन की देवी की कृपा
जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं महालक्ष्मी जी को धन की देवी कहा जाता है। ऐसा बताया जाता है कि यदि किसी व्यक्ति के ऊपर धन देवी माता लक्ष्मी जी की कृपा दृष्टि हो तो उस व्यक्ति के जीवन से धन से जुड़ी हुई परेशानियां दूर होती हैं और व्यक्ति अपने क्षेत्र में लगातार सफलता हासिल करता है। मौजूदा समय में बहुत से लोग हैं, जो मां लक्ष्मी जी की विशेष पूजा अर्चना करके उनका आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं। अगर आप भी माता लक्ष्मी जी को प्रसन्न करना चाहते हैं तो इसका एक बड़ा मौका भाद्रपद महीने में मिलता है। जी हां, इस महीने के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को महालक्ष्मी व्रत होता है और इस दिन व्रत करने और विधि विधान पूजा करने से धन की देवी माता लक्ष्मी जी प्रसन्न होकर सुख समृद्धि का वरदान देती हैं।
आपको बता दें कि महालक्ष्मी व्रत 14 सितंबर 2021 को रखा जाएगा। हालांकि, अष्टमी तिथि आज दोपहर 3:10 बजे से प्रारंभ हो जाएगी और कल 14 सितंबर को 1:09 बजे तक रहेगी। धर्म-पुराणों के अनुसार देखा जाए तो महालक्ष्मी व्रत को बहुत अहम बताया गया है। एक पौराणिक कथा के अनुसार जब पांडव जुए में कौरवों के आगे अपना सब कुछ हार गए थे तो पांडवों में सबसे बड़े भाई युधिष्ठिर ने भगवान श्री कृष्ण जी से मार्गदर्शन मांगा था और धन प्राप्त करने के तरीके पूछे थे।
उस समय भगवान श्री कृष्ण जी ने युधिष्ठिर को महालक्ष्मी व्रत करने के लिए कहा था। यह व्रत 16 दिन का होता है। इसमें पहले दिन व्रत रखने के बाद बाकी दिन केवल पूजा भी कर सकते हैं। धन की देवी माता लक्ष्मी जी को प्रसन्न कर धन और समृद्धि पाने के लिए यह व्रत बहुत ही अहम माना जाता है।
इस प्रकार कीजिए महालक्ष्मी व्रत पूजा
1. आप महालक्ष्मी व्रत वाले दिन सुबह के समय जल्दी उठकर स्नान करने के पश्चात साफ-सुथरे कपड़े धारण कर लीजिए।
2. उसके बाद आप पूजा स्थल को अच्छी तरह से साफ करके भगवान के समक्ष हाथ जोड़े और व्रत का संकल्प लीजिए।
3. आप पूजा के लिए चौकी पर देवी महालक्ष्मी जी की मूर्ति स्थापित कीजिए और उसके पास श्री यंत्र और जल भरकर कलश रख दीजिए।
4. उसके बाद आप देवी महालक्ष्मी को धूप-दीप दिखाएं, हो सके तो घी का दीपक जलाएं, यह बहुत ही शुभ माना जाता है।
5. इसके बाद आप देवी लक्ष्मी जी को फूल और फल अर्पित कीजिए और महालक्ष्मी व्रत की कथा पढ़ें।
6. आखिर में आप आरती कीजिए। शाम को पूजा करके व्रत खोल सकते हैं।
महालक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए मंत्रों का जाप
संसार में हर व्यक्ति मां लक्ष्मी जी को प्रसन्न कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करना चाहता है। आप महालक्ष्मी व्रत वाले दिन देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए कुछ मंत्रों का जाप कर सकते हैं, यह बहुत ही लाभदायक माना जाता है। इसके लिए आप लक्ष्मी बीज मंत्र “ऊं ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभ्यो नमः”, महालक्ष्मी मंत्र “ओम श्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ओम श्रीं श्रीं महालक्ष्मीये नमः” या लक्ष्मी गायत्री मंत्र “ऊं श्री महालक्ष्मीये च विद्महे विष्णु पटनाय च धिमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयत् ऊं” का जाप करें। ऐसा करने से महालक्ष्मी जी प्रसन्न होती हैं और सुख-समृद्धि का वरदान देती हैं।