बंदर ले रहे अपने बच्चे की मौत का बदला, अब तक 80 पिल्लों को मार डाला, ग्रामीणों में दहशत, जानें पूरा मामला

दुनिया भर से आए दिन ऐसी कोई ना कोई खबर निकल कर सामने आ जाती है, जिस पर यकीन करना काफी मुश्किल हो जाता है। कुछ ऐसे ही हैरान कर देने वाली एक घटना महाराष्ट्र से सामने आई है। जहां पर बंदरों और कुत्तों के बीच गैंगवार शुरू हो गई है। जी हां, आप लोग बिल्कुल सही सुन रहे हैं। गैंगस्‍टर्स के बीच हुई गैंगवार की घटना के बारे में तो हम लोग आमतौर पर सुनते ही रहते हैं परंतु शायद ही किसी ने होगा जिसमें अभी तक बंदरों और कुत्तों के बीच गैंगवार के बारे में सुना होगा।

भले ही बंदरों और कुत्तों के बीच गैंगवार की यह घटना सुनने में थोड़ी अजीब लग रही है परंतु महाराष्ट्र के बीड में बंदरों और कुत्तों के बीच गैंगवार चल रहा है, जिसकी वजह से इलाके के लोगों में दहशत बनी हुई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार ऐसा बताया जा रहा है कि इस गैंगवार में अब तक करीब 70-80 पिल्लों की जान जा चुकी है।

महाराष्ट्र के बीड जिले के माजलगांव में बंदरों और कुत्ते के बीच चल रहे गैंगवार की वजह से ग्रामीणों में दहशत फैली हुई है। लोग डर के मारे इधर-उधर भाग रहे हैं। आलम यह है कि बंदर कुत्ते के पिल्ले को लेकर मोहल्ले के किसी भी छत पर पहुंच जाते हैं, जिससे वहां मौजूद लोगों को अपने ऊपर हमले का डर बना रहता है।

ग्रामीणों का ऐसा बताना है कि बंदरों ने कुत्तों से बदला लेने का सिलसिला तब से शुरू किया जब कुछ कुत्तों ने एक बंदर के बच्चे को मार डाला, जिसकी वजह से बंदर काफी नाराज हो गए और उन्होंने कुत्तों को मारना शुरू कर दिया।

ग्रामीणों का ऐसा बताना है कि कुत्ते ने बंदर के बच्चों को मार दिया था और तभी से इनके बीच लड़ाई शुरू हो गई। ग्रामीणों का ऐसा भी बताना है कि पिछले 3 महीनों में बंदरों ने कई कुत्ते के पिल्लों को मार डाला है। कुत्तों और बंदरों के बीच चल रही इस लड़ाई की वजह से पूरे गांव के लोग काफी दहशत में हैं। वन विभाग को भी इस पूरी घटना की जानकारी गांव वाले दे चुके हैं।

गांव में बंदरों का खौफ इतना बढ़ गया है कि सड़क पर चलने वाले लोग भी डरे-डरे रहते हैं क्योंकि बंदर सड़क पर चलने वाले लोगों पर भी कई बार हमला कर देते हैं। पांच हजार की आबादी वाले इस गांव के लोग बंदरों के आतंक की वजह से बहुत ज्यादा परेशान चल रहे हैं।

वहीं वन विभाग ने कुछ बंदरों को पकड़ कर पिंजरे में कैद कर लिया है परंतु गांव के लोगों का ऐसा कहना है कि इसका कोई ठोस निकालना आवश्यक है। गांव वाले बताते हैं कि बंदरों का झुंड आता है और कुत्ते के बच्चों की तलाश में जुट जाता है। जब भी उन्हें कोई कुत्ते का बच्चा दिखता है तो वह उसे उठा लेते हैं।

वन विभाग का इस पूरे मामले पर ऐसा कहना है कि उनको गांव वालों की तरफ से यह जानकारी प्राप्त हुई थी कि बंदरों का यहां पर काफी आतंक मचा हुआ है। सूचना मिलने के बाद हमारी एक टीम जांच के लिए मौके पर पहुंची। जहां उन्हें नजर आया कि एक बंदर कुत्ते के बच्चे को लेकर काफी ऊंचाई पर बैठा हुआ है। बंदर बच्चों को अपने पास रख लेते हैं। भूख और प्यास की वजह से इनकी मृत्यु हो जाती है।

गांव वालों का ऐसा कहना है कि हालत अब ऐसी हो गई है कि गांव में शायद ही कोई कुत्ता बचा है। बंदरों के आतंक की वजह से अब स्कूल जाने वाले बच्चे भी सुरक्षित नहीं है क्योंकि यह बंदर अब स्कूली बच्चों को भी निशाना बनाने लगे हैं।