ढाई महीने के बच्चे को गोद में लेकर विधानसभा पहुंचीं NCP विधायक, अब हर तरफ हो रही तारीफ
जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं माता-पिता इस दुनिया में भगवान के वह रूप हैं जो बिना किसी स्वार्थ के हमें पालते हैं, पढ़ाते-लिखाते हैं और हमेशा भगवान से यही मांगते हैं कि हमारे बच्चे पर कोई आंच ना आए और उसे हर कामयाबी मिले। वहीं मां हमारे लिए इतना कुछ करती है। मां के बिना जीवन की उम्मीद नहीं की जा सकती। अगर मां ना होती तो हमारा अस्तित्व ही नहीं होता। भले ही दुनिया में मां सबसे आसान शब्द है मगर इस नाम में भगवान खुद बात करते हैं। जब नवजात शिशु इस दुनिया में आता है तो सबसे ज्यादा खुशी मां को ही होती है।
मां अपने बच्चों के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार रहती है। वैसे देखा जाए तो एक महिला के कई रूप हो सकते हैं परंतु हर रूप में एक महिला मां के रूप को सबसे ऊपर रखती है। भले ही एक महिला देश के सबसे बड़े पद पर क्यों ना बैठ जाए लेकिन वह पहले एक अच्छी मां ही कहलाना पसंद करती है। कुछ ऐसा ही एक उदाहरण महाराष्ट्र के नागपुर में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की विधायक सरोज बाबूलाल अहिरे ने पेश की है। सरोज अहिरे 30 सितंबर को ही मां बनी हैं। यह अपने ढाई महीने के बच्चे को गोद में लेकर विधानसभा पहुंची और सदन की कार्यवाही में भी हिस्सा लिया।
अपने बच्चे को गोद में लिए विधानसभा पहुंचीं NCP विधायक सरोज बाबूलाल
NCP MLA from Nashik, reached the Vidhan Bhawan carrying her two and half month old child. She will be attending the winter session of the Maharashtra assembly in Nagpur. A woman is an example of how to multitask. pic.twitter.com/ADJeyLsxXa
— Singh Varun (@singhvarun) December 19, 2022
— Singh Varun (@singhvarun) December 19, 2022
आपको बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा में सोमवार को एक बेहद अलग नजारा देखने को मिला। एनसीपी विधायक सरोज बाबूलाल अहिरे अपने ढाई महीने के बेटे के साथ सदन की कार्यवाही में भाग लेने यहां पहुंचीं थीं। इस संबंध में महिला विधायक ने कहा कि “मैं अब एक मां हूं, लेकिन मैं अपने मतदाताओं के सवालों के जवाब लेने विधानसभा आई हूं।” जब सरोज अपने बच्चे को हाथों मे थामे जैसे ही सदन परिसर में घुसी, सभी की नजरें उन्हीं पर थम गई। बता दें कि एनसीपी विधायक सरोज ने 30 सितंबर को ही बच्चे को जन्म दिया है।
विधायक बोलीं, ‘मैं, मां भी हूं और विधायक भी’
सरोज अहिरे ने आगे यह कहा कि “वह मां भी हैं और विधायक भी और यह दोनों कर्तव्य महत्वपूर्ण हैं, इसलिए वह अपने बच्चे को यहां लेकर आईं हैं।” उन्होंने कहा कि “उनका बच्चा बहुत छोटा है, उनके बिना रह नहीं सकता इसलिए उन्हें बच्चे को साथ लाना पड़ा।” उन्होंने यह भी बताया कि “पिछले ढाई सालों से कोरोना के कारण नागपुर में कोई सत्र आयोजित नहीं किया गया था इसलिए वह अपने मतदाताओं के लिए जवाब लेने आईं हैं। विधानसभा क्षेत्र के कई अहम मुद्दे हैं, जिन्हें विधानसभा में उठाने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि वह अपने बच्चे को रोजाना सदन में लाना चाहेंगी, ताकि वह काम के साथ-साथ अपने बच्चे का भी ख्याल रख सकें।
उन्होंने कहा कि “हालांकि सदन परिसर में महिला विधायकों के लिए कोई फीडिंग रूम या क्रैच की सुविधा नहीं है। मुझे लगता है कि सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए और कुछ बंदोबस्त करने चाहिए ताकि अधिक संख्या में महिला विधायकें अपने नवजात बच्चों को साथ ना सकें।” आपको बता दें कि सरोज 2019 में विधायक चुनी गई थीं। उसके बाद फरवरी 2021 में उनकी शादी हो गई थी। नासिक के डियोलाली निर्वाचन क्षेत्र से विधायक सरोज ने समय पर सदन पहुंचने के लिए अपने परिवार के साथ 500 किलोमीटर का सफर तय किया।
हर तरफ हो रही है तारीफ
आपको बता दें कि इस संबंध में एनसीपी नेता धनंजय मुंडे ने भी ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है कि “विधायक सरोज अहिरे ने आज अपने ढाई महीने के प्रशंसक के साथ विधान सभा सत्र में भाग लिया। ताई ने मात्र ढाई महीने के बच्चे के साथ कार्य में भाग लेकर क्षेत्र के प्रति जिम्मेदारी और कर्तव्य का उत्कृष्ट उदाहरण पेश किया है।”