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ये हैं इंडियन क्रिकेट टीम का बस ड्राईवर, सुरेश रैना से लेकर सचिन तेंदुलकर तक के बारे में खोल चूका हैं कई राज

टीम इंडिया इस दौरान इंग्लैंड में हैं जहाँ वे इंग्लैंड की टीम से मुकाबला करने वाली हैं. इस इंग्लैंड दौरे के दौरान भारत और इंग्लैंड के बीच एक घमासान मैच देखने को मिलेगा. इंडिया और इंग्लैंड के बीच की ये टेस्ट सीरिज 1 अगस्त को Birmingham में शुरू होगी.

हालाँकि आज हम आपको टीम इंडिया के मैच या उसके किसी खिलाड़ी के बारे में नहीं बताने जा रहे हैं बल्कि आज हम बात करेंगे टीम इंडिया के स्टाफ के एक सदस्य के बारे में जो कि टीम इंडिया को आगे बढ़ाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं. आप ने अक्सर देखा होगा कि टीम इंडिया जब भी ट्रवल करती हैं तो उनकी अपनी एक बस होती हैं. आज हम इस बस के ड्राईवर जेफ गुडविन के बारे में चर्चा करने वाले हैं.

जेफ़ ने हाल ही में BCCI (बोर्ड ऑफ़ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया) को एक इंटरव्यू दिया था जिसमे उसने टीम इंडिया के खिलाडियों के बारे में कुछ बहुत ही दिलचस्प चीजें बताई. टीम इंडिया के बस ड्राईवर जेफ ने सभी खिलाडियों की तारीफ़ करते हुए कहा कि “सभी लड़के काफी फ्रेंडली नेचर के हैं. बस में उनके साथ सफ़र करना काफी दिलचस्प हैं. वे सभी काफी अनुसाशन में रहते हैं. पहले के क्रिकेट प्लेयर्स और आज के क्रिकेट प्लेयर्स में काफी अंतर आ गया हैं. मेरे जमाने में ऑस्ट्रेलिया के प्लेयर्स मैच के बाद सारी रात शराब पीते रहते थे और फिर सुबह 2 बजे उठते थे. लेकिन आजकल ऐसा बहुत कम होता हैं.”

जेफ़ आगे कहते हैं कि “खासतौर पर टीम इंडिया अपने प्रोफेशनल व्यवहार के लिए कभी नहीं जानी गई लेकिन ये वर्तमान टीम गेम ख़त्म होते ही तुरंत बस में आ जाती हैं. ये काफी प्रोफेशनल हैं. ये टीम सबसे बेस्ट हैं.”

हालाँकि जेफ़ ने एक ख़ास घटना का भी जिक्र किया जिसे वो जिंदगी भर नहीं भुला सकता हैं. जेफ़ कहते हैं कि “मुझे अब भी याद हैं जबी मेरी बीवी की तबियत खराब थी और मुझे पैसो की सख्त जरूरत थी तो सुरेश रैना ने अपनी शर्ट मुझे देकर कहा था कि इसे नीलाम कर दो और जो पैसे आए उससे अपनी पत्नी का इलाज करवा लो. सुरेश रैना की ये दिलेरी मैं कभी नहीं भुला पाउँगा.”

जेफ़ ने सचिन के बारे में भी एक दिलचस्प बात बताई. दरअसल जेफ़ का बेटा जो कि 21 साल का हैं, वो भी टीम इंडिया के लिए बस ड्राईवर रह चूका हैं. ऐसे में जेफ़ कहते हैं कि मेरा बेटा जब भी बस ड्राइविंग करता था तो सचिन उसके पास में आकर बैठ जाते थे और स्माइल करते हुए उससे कहते थे कि तुम्हारे पिता बहुत बड़े सितारें हैं. टूर के अंत तक मेरा बेटा भी बड़ा सितारा बन गया. वो सिर्फ 21 का हैं और उसे भारतीय सरकार की तरफ से धन्यवाद लेटर भी प्राप्त हुआ हैं.”

गुडविन जेफ़ ही वो बंदे हैं जिन्हें ज्यादातर वक़्त टीम इंडिया की बस चलाने के लिए नियुक्त किया जाता हैं. उन्होंने टीम इंडिया के लिए बस चलाना 1999 के क्रिकेट वर्ल्ड कप से शुरू किया था. तब से लेकर अब तक वो अपनी बेहतरीन सर्विस टीम इंडिया को दे रहे हैं. जेफ़ के द्वारा कही गई ये बाते बताती हैं कि हमारी टीम के प्लेयर्स कितने जमीन से जुड़े और दिलेर व्यक्ति हैं.

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