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मिलिए दुनिया के पहले जीवित “सेप्टुपलेट्स” से, एक साथ 7 बच्चों को दिया था माँ ने जन्म

देश विदेश में कई चमत्कार सुनने को अक्सर मिलते रहते है. कई बार ऐसे ऐसे चमत्कार हो जाते है जो होश उड़ा जाता है. एक ऐसा ही किस्सा अमरीका में हुआ जिससे लोग चमत्कारों का चमत्कार बता रहे है. हैरानी की बात है कि इस घटना ने ना सिर्फ अमरीका पर पूरी दुनिया में ज़बरदस्त सुर्खियां बटोरी थी.

दरअसल एक दंपति के कोई संतान नहीं हो रही थी, बहुत प्रयास बाद उनकी एक बेटी हुई. लेकिन उन्होंने कभी यह नहीं सोचा होगा कि जब वे दूसरे बच्चे के लिए प्रयास करेंगे और उसके बजाय सेप्टुपलेट्स प्राप्त करेंगे. सेप्टुपलेट्स एक ऐसी अवस्था है जब एक ही बार में सात बच्चे पैदा होते है. परिवार मानती है कि यह विश्वास, चमत्कार और सच्चे प्यार के बारे में एक कहानी है जो सबसे कठिन समय का सामना भी करती है.

बात है साल 1997 में संयुक्त राज्य अमरीका की. दरअसल दंपति का नाम बॉबी और केनी मैक्गहे है. उन्हें प्यार हुआ और उन्होंने शादी कर ली और एक परिवार शुरू करने का फैसला किया. बॉबी कि एकमात्र समस्या यह थी कि उनका जन्म एक खराबी पिट्यूटरी ग्रंथि के साथ हुआ था और परिणामस्वरूप वह प्रजनन समस्याओं से पीड़ित थी. 1996 में उन्हें एक बच्ची मिली, और उन्होंने उसका नाम मिकायला मैरी रखा.

उन दिनों यह खबर चर्चा का विषय बना था. यह दंपत्ति इस कदर मशहूर हुआ था कि तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन और टीवी होस्ट ओपरा विनफ्रे ने उन्हें अपने शो में आमंत्रित किया था. इस कपल का ऐसा मानना था कि ऐसा भगवान की मर्जी से हुआ है.

हालांकि पहली बार एक साथ जन्म लेने वाले सात बच्चों की चर्चा अमेरिका के डेस मोइनेस इलाके में हुआ. इन बच्चों का जन्म फर्टीलिटी ट्रीटमेंट के जरीए गर्भ धारण करने से हुआ था. जब ये सामने आया कि महिला 7 बच्चों को एक साथ जन्म देने वाली है, तो महिला ने कुछ बच्चों का अबॉर्शन कराने की बात कही थी. हालांकि, उसे इसकी इजाजत नहीं दी गई थी. बाद में उन्हें ओप्रा विनफ्रे ने अपने शो में भी बुलाया था. साथ ही कई लोग उनकी मदद के लिए आगे आये, जिसके चलते उन्हें एक घर, कार एक साल तक मैक्रोनी और चीज जैसे समान मुफ्त में दिए गए थे.

इसके साथ ही बच्चों को दो साल तक मुफ्त नैपीज भी मुहैया कराए गए थे. इसके साथ ही आयोवा के किसी भी विश्व विद्यालय में पढ़ाई के दौरान पूरी स्कॉलरशिप जैसे शानदार गिफ्ट मिले थे. शुरूआती महीनों में ये सप्लेट एक दिन में 42 बोतल दूध पी जाते थे और उन्हें 52 नैपीज की जरूरत पड़ती थी.

बता दे की अभी मां और उनके सभी आठ बच्चे स्वस्थ है और बहुत बड़े हो चुके है. बहुत बच्चों की शादी हो चुकी है और अपना जीवन बिता रहे है . एक बच्चे ने अपनी दूसरी पीढ़ी को भी जन्म दे दिया है. वहीं कुछ अभी यूनिवर्सिटी में पढ़ाई भी क रहे है.

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