पत्नी के प्यार में इस पति ने बनवाया हूबहू ताजमहल जैसा आलिशान घर, देखिए इस महल की EXCLUSIVE तस्वीरें
कहते हैं सच्चा प्यार मिलना आज के मॉडर्न युग में लगभग असंभव हो चुका है. असल में मतलब के इस दौर में इंसान एक दूसरे को प्यार जताना मानो भूल सा गए हैं. जहाँ एक समय में शाह जहां जैसे आशिकों ने जन्म लिया था और पत्नी मुमताज़ के लिए प्यार की निशानी ‘ताजमहल’ बनवा दिया था. वहीँ आज हम आपको एक ऐसे पति पत्नी के प्यार की दास्ताँ बता रहे हैं जिन्होंने इस कलयुग में भी साबित कर दिखाया है कि सच्चा प्यार अब भी जिंदा है. दरअसल, यह मामला मध्य प्रदेश के शहर बुरहानपुर का है. जहां के आनंद प्रकाश चौकसे ने कुछ ऐसा कर दिखाया है, जिसकी कल्पना उनकी पत्नी ने सपने में भी नहीं की थी.
दरअसल आनंद ने अपनी पत्नी को अपना प्रेम साबित करने के लिए एक प्रेम निशानी तोहफे में दी है. यह तोहफा कुछ और नहीं बल्कि ताजमहल की तरह दिखने वाला एक घर आलीशान घर है जो कि पूरी तरह से आगरा में बने प्रेम की निशानी की तरह नज़र आता है. 4 बेडरूम वाले इस घर को तोहफे में पाकर आनंद चौकसे की पत्नी मंजूषा अब फूली नहीं समा रही है.
कुछ विज्ञानिकों का यह दावा है कि ताजमहल बनवाने के लिए शाह जहां ने बुरहानपुर शहर से गुजरने वाली नदी ताप्ति के किनारे को चुना था लेकिन कुछ कारणों के चलते वह यहाँ पर बनवाना मुमकिन नहीं हो पाया था जिसके बाद आख़िरकार इसे आगरा में निर्मित करवा दिया गया था. वहीँ आनंद चौकसे को हमेशा से दिल में यह गम था कि ताजमहल जैसा खूबसूरत महल उनके बुरहानपुर में नहीं है. ऐसे में जब उन्हें मौका नसीब हुआ तो उन्होंने अपनी इस कसक को पूरा कर दिखाया और पत्नी को बुरहानपुर में हूबहू ताजमहल जैसा एक घर बनवा कर दे डाला.
यह घर आनंद चौकसे ने पत्नी मंजूषा को प्यार की यादगारी के तौर पर गिफ्ट किया है. हालाँकि इसके निर्माण के लिए आनंद को कईं तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा था लेकिन उन्होंने कभी हिम्मत नहीं हारी और अपने अटूट विश्वास के चलते ताजमहल जैसा घर बनाने में आख़िरकार कामयाबी हासिल कर ही ली. इस घर को बनाने वाले इंजिनियर प्रवीण चौकसे ने बतया कि आनंद ने किस प्रकार से उन्हें सबसे कठिन ताजमहल जैसा मकान बनाने का टास्क दे दिया था.
प्रवीण ने आगे बताया कि आनंद और उनकी पत्नी एक बार ताजमहल को देखने गए और वहां उन्होंने बारीकी से इसका अध्ययन भी किया. उन्होंने वापिस लौट कर उनसे ताजमहल जैसा ही घर बनाने की डिमांड रख दी थी. वहीँ बाद में इंजिनियर प्रवीण ने खुद जाकर ताजमहल को जांचा और बारीकी से उसका अवलोकन किया. प्रवीण के अनुसार आनंद के घर का क्षेत्रफल 90×90 है जबकि इसका बेसिक स्ट्रक्चर 60 बाई 60 का है. इसकी डॉम की ऊंचाई उन्होंने 29 फीट ऊंची रखी है और घर में बड़े हाल के साथ कुल 4 बेडरूम, एक किचन, एक मैडिटेशन रूम और एक लाइब्रेरी बनाई है.
इस घर को ताजमहल जैसा लुक देने के लिए बंगाल और इंदौर के कलाकरों की मदद ली गई थी जबकि घर की फ्लोरिंग का जिम्मा राजस्थान के मकराना के कारीगरों को सौंपा गया था. वहीँ घर के इनले का पूरा काम आगरा के परफेक्ट कारीगरों ने किया है. घर में रखे गए फर्नीचर का काम ज्यादातर सूरत और मुंबई से हुआ है.