बेटे के लिए मां बन गई भगवान, किडनी देकर अपने लाल की बचाई जान, कहानी पढ़कर रो दिए लोग
मां ऐसा शब्द है जिसे दुनिया का हर बच्चा अपने मुंह से इस दुनिया में आने के बाद सबसे पहले लेता है। मां हमारे लिए बहुत कुछ करती है। मां हमारे जीवन के शुरुआती समय में सुख-दुख में हमारा साथी होती है। मां कभी भी इस बात का एहसास नहीं होने देती कि संकट की घड़ी में हम अकेले हैं। मां की महानता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इंसान भगवान का नाम लेना भले ही भूल जाए, लेकिन मां का नाम लेना नहीं भूलता है। एक मां दुनिया भर के कष्ट सहकर भी अपने बच्चों को अच्छी से अच्छी सुख सुविधाएं देना चाहती है।
मां अपने बच्चों को कभी भी परेशानी में नहीं देख सकती। अगर बच्चों पर कोई भी मुसीबत आती है, तो मां उस मुसीबत से लड़कर हमारी रक्षा करती है। मां अपने बच्चों के लिए कुछ भी कर सकती है। वह उनकी रक्षा के लिए अपनी जान पर भी खेल जाती है। तभी तो कहा जाता है कि मां तो मां होती है और मां के प्रेम से बढ़कर इस दुनिया में कुछ भी नहीं है। इतनी बीच सोशल मीडिया पर एक मां की कहानी काफी तेजी से वायरल हो रही है, जिसके प्रेम ने तमाम आंखों को नम कर दिया है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर “ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे” ने इस दिल छू लेने वाली कहानी को शेयर किया है, जिसे हजारों लोगों द्वारा लाइक किया जा चुका है। आपको बता दें कि यह कहानी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में रहने वाले सौरभ की है, जिनकी मां ने उन्हें किडनी देकर एक नई जिंदगी दी।
जब चेहरे पर आ गई सूजन
दरअसल, इस पोस्ट में यह लिखा गया है कि जब मम्मी की उम्र 21 साल की थी, तब मैं पैदा हुआ। वह पढ़ी-लिखी नहीं थी, तो वह चाहती थी कि मुझे वह सब मिल सके जो उन्हें नहीं मिला। इसलिए उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि एक भी दिन मेरा स्कूल ना छूटे। पोस्ट में आगे यह लिखा गया है कि मां ने मुझे वह हर किताब खरीदकर दी जिसकी जरूरत थी। मेरे खाने-पीने का भी बहुत ध्यान रखा। जब पापा एक मजदूर के तौर पर परिवार के लिए रोजी-रोटी जुटा रहे थे, तो यह सुनिश्चित कर रही थी कि मैं एक अच्छा छात्र बनू और फिर मैंने बी.एड करते हुए खुद का कोचिंग सेंटर शुरू किया।
पोस्ट में आगे यह लिखा गया है कि बेटे ने अपनी मां से कहा कि मैं अब सब कुछ संभाल लूंगा। बेटे की यह बात सुनने के बाद मां के चेहरे पर बड़ी सी मुस्कान खिल उठी। सौरभ का बिजनेस अच्छा चल रहा था। लेकिन जनवरी 2020 में कुछ छात्रों ने उसे बताया कि उसके चेहरे पर सूजन है लेकिन सौरभ ने इसके बारे में ज्यादा नहीं सोचा। लेकिन जब सूजन नहीं गई तो वह अपने पैरेंट्स के साथ अस्पताल गया। जहां पर कुछ टेस्ट कराने के बाद डॉक्टरों द्वारा यह बताया गया कि सौरभ, तुम्हारी किडनी काम नहीं कर रही है।
डॉक्टर की बात पर यकीन नहीं हुआ
डॉक्टर के द्वारा कही गई बात पर सौरभ को भरोसा नहीं हुआ। सौरभ ने हमेशा ही एक हेल्थी डाइट ली और कोई बुरी लत नहीं लगाई। वहीं सौरभ की मां बहुत ज्यादा निराश और परेशान हो गई। सौरव के पापा भी रोने लगे। मां अपने बेटे से बार-बार पूछती रही कि यह क्या हो गया? डॉक्टर ने सौरभ को तब तक डायलिसिस कराने का निर्देश दिया जब तक की उसे कोई डोनर नहीं मिल जाता और वह इम्प्लांट सर्जरी के लिए खर्च नहीं जुटा लेता। इसलिए उसने 1 साल से ज्यादा समय तक डायलिसिस करवाया लेकिन सौरभ की रोज की हालत देखकर मां ने यह निर्णय किया कि क्या वह सौरभ को किडनी दे सकती है। उन्होंने कहा था कि “अपने बेटे के लिए मैं इतना नहीं कर सकती?”
इलाज के लिए लिया लाखों रुपए का कर्जा
वहीं मार्च 2021 में दोस्तों रिश्तेदारों से उन्होंने कुछ पैसा उधार लिया और सर्जरी का भुगतान करने के लिए 8 लाख का कर्ज ले लिया। सौरभ ने कहा कि सर्जरी के लिए जाने से पहले मैंने उनका हाथ पकड़ा और कहा सब ठीक होगा। मैंने उनके लिए दुआ की कि सब ठीक हो। सर्जरी साढ़े 8 घंटे तक चली। सौरभ के पिता ने उसे बताया कि मम्मी मेरा नाम जपते हुए उठ गई। जब मैं उठा तो सिर्फ वही थीं जो मेरे दिमाग में थीं। मैं उनके कुछ घंटे बाद मिला। मेरे मुंह और नाक में ट्यूब थी। मैं उन्हें बस आश्वस्त करने वाला इशारा ही कर सका।
साथ में हमने ठीक होना शुरू किया और 2 सप्ताह के अंदर हम पहले की तरह स्वस्थ हो गए। मुझे लगता था कि मम्मी के साथ मेरा रिश्ता और मजबूत नहीं हो सकता लेकिन मैं गलत था। मैं अब भी अपना कर्ज चुका रहा हूं, लेकिन मैं उसे एक ऐसी जिंदगी देने का सपना देखता हूं, जहां उसकी देखभाल की जाए। जो मेरे पास कमी थी उसने मुझे वह सब कुछ दिया। आपको बता दें कि यह दिल छू लेने वाली कहानी सोशल मीडिया पर खूब पढ़ी जा रही है। इस कहानी को पढ़कर लोगों की आंखों में आंसू आ गए हैं।