PICS: मुकेश अंबानी के घर में बना है बेहद सुंदर व भव्य मंदिर, 6 हज़ार करोड़ रूपये में हुआ था तैयार

अपनी आस्था और सूझबूझ से बुलंदियों पर है. वह भारत और एशिया के सबसे धनी व्यक्ति है. उनके पास पावर, पैसा, नाम बेशुमार है. उनकी कुल संपत्ति करीब ₹5.63 लाख करोड़ के पास है. कोरोना आपदा के दौरान उनकी संपत्ति में और वृद्धि हुई है. आपको बता दें कि मुकेश अंबानी जिस घर में रहते हैं उसका नाम एंटीलिया है। यह विश्व के सबसे महंगे घरों में से एक है। यह 4 लाख स्क्वेयर फिट में बनी हुई है जिसकी कीमत 1 से 2 बिलियन डॉलर बताई जाती है. यह 27 मंजिल की बिल्डिंग बेहद शानदार लगती है. वहीं इस सबसे महंगे घर में मुकेश अंबानी ने सबसे कीमती सामान से घर को चार चांद लगाया है. इस घर की देखरेख के लिए 600 स्टाफ की जरूरत पड़ती है.

हालांकि अंबानी परिवार बता दें कि इतने पैसे वाले होने के बाजजूद मुकेश अम्बानी की ईश्वर में गहरी आस्था है। वह किसी भी कार्य को शुरू करवाने से पहले पूजा एवं हवन करवाते हैं। भगवान पर उनकी श्रद्धा अटूट है। आपको बता दें कि मुकेश अंबानी का परिवार यूं तो बहुत पॉवर रखता है मगर उन्हें अपनी जमीन से जुड़ा हुआ बताया जाता है. मुकेश और नीता अंबानी भगवान में बहुत श्रद्धा भाव रखते है. इसीलिए मुकेश और नीता अंबानी के इस घर में बेहद ही खूबसूरत पूजा का मंदिर बना हुआ है.

भगवान का यह मंदिर घर की शान मानी जाती है. बता दे की मंदिर को इन दोनों ने मिल कर बहुत खूबसूरती से सजाया है। शौक़ से इस मंदिर की सजावट पर करोड़ो रूपये खर्च भी किये गए हैं। आपको यह जानकारी हैरानी होगी कि मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के पूजा घर में सभी मूर्तियां, दरवाजे एवं सभी चीजें केवल प्योर सोने से निर्मित हैं.

दिलचस्प बात है कि भारत के सबसे धनी व्यक्ति खुद ही इसमें पूजा पाठ करते है और समय बिताते है. शायद इसी आस्था की वजह से ही आज वह बुलंदियों पर है. आप सजावट और मूर्तियों से ही अनुमान लगा सकते हैं कि मुकेश अंबानी के घर का मंदिर कितना आलीशान और कीमती है. दरअसल मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी हीरों की शौकीन हैं. इसलिए उन्होंने अपने भगवान की मूर्तियों के लिए भी बने गहनों में हीरे का उपयोग किया है. हीरो की सजावट से उनका यह मंदिर बेहद रॉयल लगता है. नीता अंबानी छोटे परिवार से अति है और भगवान में उनकी बहुत श्रद्धा है. ऐसे में वह अपने बच्चों को भी भक्ति के पाठ देती है. उनकी हर जीत भगवान को ही समर्पित होती है.