ईद पर इस मुस्लिम शख्स ने कायम की अनोखी मिसाल, बकरे की फोटो वाले केक को काट कर कहा- ‘यही है असली क़ुरबानी’
बकरीद का त्यौहार पूरे देश में बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस बार भी इस त्यौहार को लोगों ने कुर्बानी के साथ बड़ी ही धूमधाम से सेलिब्रेट किया. सरकार द्वारा दी गई गाइडलाइंस को ध्यान में रखते हुए लोगों ने बकारीद मनाई. इस बीच एक परिवार ऐसा भी रहा जिसने इस बकरा ईद को एक मिसाल के तौर पर पेश किया. यह परिवार सीतापुर से आता है और इन दिनों सोशल मीडिया पर चारों तरफ बस इसी परिवार के चर्चे हैं. आइए इस पोस्ट के जरिए से जानते हैं कि इस परिवार ने ऐसा कौन सा अनोखा काम किया जो इन दिनों लाइमलाइट में छाया हुआ है.
परिवार ने बकरे की जगह केक की दी कुर्बानी
जानकारी के लिए बता दे एक तरफ जहां लोग बकरा ईद को सेलिब्रेट करने के लिए बकरों की कुर्बानी दे रहे थे. दूसरी तरफ सीतापुर का एक परिवार ऐसा भी था जो इस ईद के मौके पर बकरे की कुर्बानी देने की बजाय बकरे की फोटो लगे हुए एक केक की कुर्बानी दे एक अलग मिसाल पेश कर गया.यह परिवार सीतापुर के ग्वालमंडी के रहने वाले व्यक्ति मेराज अहमद का है. उनके द्वारा किए गए इस कारनामे की अब चारों तरफ खूब चर्चा हो रही है और मेराज अहमद सुर्खियो का विषय बने हुए हैं.
अहमद बोले यही है असली क़ुरबानी
गौरतलब है कि मेराज अहमद पशु समिति के अध्यक्ष है. इस तरह की अलग कुर्बानी देने के पीछे की वजह बताई है. उन्होंने ने कहा है कि कुर्बानी को कई तरीकों से दिया जा सकता है. जरूरी नहीं है कि कुर्बानी के दिन किसी निर्दोष बकरे की ही कुर्बानी दी जाए. आप किसी गरीब घर की बेटी की शादी करवा कर और रक्तदान कर किसी की जान बचा कर भी कुर्बानी दे सकते हैं. मेराज ने कहा है कि उन्हें किसी निर्दोष की जान लेने से अच्छा उसकी फोटो लगा केक काटना.
गरीबों की करें मदद
बता दे की मेराज अहमद ने आमजन से यह अपील की है कि अल्लाह ने किसी को भी यह हक नहीं दिया कि किसी निर्दोष जीव की हत्या कर दी जाए. हर एक जीव के लिए उसका जीवन अनमोल होता है और सबको अपना जीवन जीने का अधिकार दिया गया है. यह व्यक्ति कहते है कि समाज को अब अपनी सोच बदलने की जरूरत है. बकरीद का त्यौहार साल में एक बार आता है और इस त्योहार के मौके पर हजारों लाखों रुपए की बकरों की कुर्बानी दी जाती है. आगे मेराज कहते हैं कि ऐसे जीवो की कुर्बानी देने की बजाय अगर आप गरीब परिवारों की मदद कर दे तो इससे अल्लाह ज्यादा खुश होंगे.