सावन का पवित्र महीना भगवान शिव जी को प्रसन्न करने और अपनी मनोकामना को पूरा करने का पर्व माना गया है। सावन का महीना भगवान शिव जी को अत्यंत प्रिय है। ऐसा माना जाता है कि इस मास में जगत जननी देवी पार्वती ने कठोर तपस्या और व्रत करके भगवान शिव जी को प्रसन्न किया था और उनको पति के रूप में प्राप्त किया। इसके अलावा एक और मान्यता है कि सावन के महीने में भगवान शिव जी ने समुद्र मंथन से निकला विष पीकर सृष्टि की रक्षा की थी। इसी वजह से सावन के महीने में भगवान शिव जी की पूजा का महत्व और अधिक बढ़ जाता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अगर सावन के महीने में सुबह उठकर स्नान करने के पश्चात भक्ति भाव और विधि-विधान से भगवान शिवजी की पूजा और अभिषेक किया जाए तो इससे व्यक्ति की सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है। अगर शादीशुदा महिलाएं भगवान शिवजी की पूजा करती हैं तो उनके सौभाग्य में वृद्धि होती है तथा कुंवारी लड़कियां सावन के महीने में शिव पूजा करती है तो बहुत ही शीघ्र विवाह के योग बनते हैं, गुणवान पति पाने की अभिलाषा इस महीने में व्रत रखने से पूरी हो जाती है।
शिव पुराण में इस बात का उल्लेख किया गया है कि भगवान शिव जी की पूजा के दौरान अगर कुछ फूलों को अर्पित किया जाए तो इससे व्यक्ति की सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। तो चलिए जानते हैं सावन महीने में भगवान शिव की पूजा के दौरान कौन से फूल अर्पित करें।
कमल, बेलपत्र और शंखपुष्प
भगवान शिव जी की पूजा के दौरान आप कमल, बिल्वपत्र और शंखपुष्प अर्पित करें। अगर आप इन फूलों से भगवान शिवजी की पूजा-अर्चना करते हैं तो इससे भगवान शिव के साथ-साथ माता लक्ष्मी जी भी प्रसन्न होती हैं और आपको लक्ष्मी की प्राप्ति हो जाती है। ऐसा माना जाता है कि अगर एक लाख की संख्या में इन फूलों द्वारा भगवान शिव जी की पूजा संपन्न हो जाए तो सारे पापों का नाश हो जाता है।
चमेली और बेला
अगर किसी व्यक्ति को विवाह करने की इच्छा है तो वह भगवान शिव जी को बेला के फूल अर्पित कर पूजा करें। इसके अलावा चमेली के सुगंधित फूलों से भगवान शिव जी की पूजा करने से व्यक्ति को वाहन सुख की प्राप्ति होती है।
दूर्वा और हरसिंगार करें अर्पित
अगर आप भगवान शिव जी की पूजा में हरसिंगार का फूल अर्पित करते हैं तो इससे सुख-संपत्ति में बढ़ोतरी होती है। अगर आप भगवान शिव को दूर्वा अर्पित करते हैं तो उससे आप निरोगी रहेंगे। शिव पुराण के अनुसार अगर एक लाख दूर्वाओं के द्वारा शिवजी की पूजा की जाए तो इससे दीर्घायु की इच्छा पूरी होती है।
कनेर और दुपहरिया
सावन के महीने में अगर आप भगवान शिव जी की पूजा कनेर के फूलों से करते हैं तो इससे उत्तम वस्तु की प्राप्ति होती है। इसके अलावा अगर दुपहरिया के फूल के द्वारा भगवान शिव जी की पूजा करने से मनुष्य को आभूषण की प्राप्ति होती है।
मदार और धतूरा
भगवान शिव जी के पूजा के दौरान मदार के फूल अर्पित करने से व्यक्ति के नेत्र और हृदय स्वस्थ रहते हैं। अगर आप धतूरे के फूल को पूजा में इस्तेमाल करते हैं तो इससे विषैले जीवों का खतरा नहीं रहता है।