टीचर- जोरदार बारिश के साथ तेज हवाएं चल रही हैं।
इस वाक्य को भविष्यफल बताओ।
पप्पू- अब लाइट जाएगी?
इंटरव्यू में बॉस ने पूछा- क्या आपको ब्रिटिश भाषा आती है?
लड़का- हां
बॉस- कुछ बोल के दिखाओ
लड़का- डूगना लागान डेना पड़ेगा बुवन!
बॉस- बॉस बेहोश
शादी के दौरान दामाद ने ससुर पर गुस्सा करते हुए कहा,
एकदम बर्बाद कर देने का सोच रहे हैं का ससुरजी?
गिफ्ट में बाइक देने की क्या जरूरत थी, घोड़ा दे देते…
पेट्रोल सौ के पार
टीचर ने परीक्षा में चार पृष्ठों का निबन्ध लिखने को दिया,
विषय था ‘आलस्य क्या है?’
एक ब्च्चे ने तीन पृष्ठों को खाली छोड़ दिया और चौथे पर बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा…
“यही आलस्य है…”
टीचर- बताओ स्वर और व्यंजन में क्या फर्क होता है?
छात्र- स्वर मुंह से बाहर निकलते हैं और व्यंजन मुंह के अंदर ही रह जाते हैं।
टीचर बेहोश
लूज मोशन की तकलीफ से परेशान ट्रैफिक हवलदार डॉक्टर के पास पहुंचा
डॉक्टर ने ट्रैफिक हवलदार को कुछ दवाईयां लिख दीं
मेडिसिन लेते वक्त ट्रैफिक हवलदार ने डॉक्टर से पूछा, किसी चीज का परहेज?
डॉक्टर बोला- सीटी जोर से मत बजाना बस
आंटी डॉक्टर के पास गईं
आंटी- मेरे घुटने में बहुत दर्द है
डॉक्टर- आपका वजन कितना है?
आंटी- चश्मा लगा के तो 83 किलो है
डॉक्टर- और बिना चश्मे के ?
आंटी- बिना चश्मे के मुझे दिखता ही नहीं
संता- कोई चीज बुरी नहीं है होती बस समय समय की बात है।
बंता- बोला वौ कैसे
संता- अगर बगल की स्कूटी पर खूबसूरत
लड़की हो तो ट्रैफिक जाम भी अच्छा लगता है
पप्पू- यार रात भर ट्रेन में मुझे नींद ही नहीं आई ।
ऊपर की सीट मिली थी,
साथ ही साथ गर्मी भी बहुत थी।
गप्पू- अरे तो सीट बदल लेना चाहिए था।
पप्पू- कैसे बदलता? नीचे के सीट वाला आया ही नहीं था।
पत्नी- मुझे एक कुत्ता खरीदना है।
पति- तुम्हें कुत्ता ही क्यों खरीदना है?
पत्नी- ताकि तुम्हारे ऑफिस जाने के बाद कोई
तो मेरे आगे पीछे दुम हिलाने वाला हो।
टीचर- बच्चों, महान व्यक्ति वह होता है, जो हमेशा दूसरों की मदद करे।
संता- सर एग्जाम में न आप खुद महानता दिखाते हैं,
न हमें आपस में दिखाने देते हैं।
टीचर की बोलती हो गई बंद!
गर्लफ्रेंड- क्या तुम मुझसे प्यार करते हो…?
बॉयफ्रेंड- हां…!
गर्लफ्रेंड- लेकिन तुम्हें तो मेरी कोई परवाह ही नहीं है…!
बॉयफ्रेंड- प्यार करने वाले किसी की परवाह नहीं करते…!
पति दारू पीकर रात को घर देरी से पहुंचा, तो पत्नी हाथ में झाड़ू लेकर सामने खड़ी थी…!
पति- कितना काम करेगी तू…? ला ये झाड़ू मुझे दे दे, रात के दो बजे हैं,
सोना नहीं है क्या…? कुछ तो अपना ख्याल कर पगली…!
ये सुनकर बेचारी पत्नी की आंखों में आंसू आ गए…!
पार्क के सूचना पट्टी पर एक सुविचार लिखा था…! .
‘पेड़ पर अपनी माशूका का नाम लिखने से बेहतर है,
उसके नाम पर एक पेड़ लगाएं’ ये बात सोनू के दिल को छू गई…!
उसी दिन उसने गर्लफ्रेंड्स को याद करते हुए
आखिर में एक बीघा जमीन लेकर अरहर बो डाला…!
पिता- पढ़ ले नालायक, कभी तूने अपनी कोई बुक खोलकर भी देखी है।
बेटा- हां पापा देखी है, बल्कि रोज देखता हूं उसे।
पिता- कौन सी बुक पढऩे लगा है तू?
बेटा- फेसबुक।