जोक्स कि इस मजेदार दुनिया में आप सभी का एक बार फिर से स्वागत है दोस्तों हम सभी को अपने जीवन खुश रहना चाहिए क्योंकि खुश रहने से ही हमारी आधी परेशानी स्वतः ही दूर हो जाती है और इसी बात को ध्यान में रखते हुए हम आपके लिए आज एक बार फिर से कुछ मजेदार जोक्स लेकर आए हैं तो आइए बिना देर किये है पढ़ लेते हैं इन मजेदार चुटकुलों को
एक दस साल का बच्चा बहुत ध्यान से
एक किताब पढ़ रहा था
जिसका टाइटल था, ‘बच्चों का पालन-पोषण कैसे करें?
मां – तुम इस किताब को क्यों पढ़ रहे हो?
बच्चा – मैं ये देखना चाहता हूं कि
मेरा पालन-पोषण ठीक से हो रहा है या नहीं…
टीचर – इस मुहावरे को वाक्य में
प्रयोग करके बताओ – “मुंह में पानी आना “….
छात्र- जैसे ही मैंने नल की टोंटी से मुंह लगाकर नल चालू किया –
“मेरे मुंह में पानी आ गया… “.
टीचर – गेट आउट
पत्नी- मेरी ये समझ में नहीं आता की कई साल से मैं करवा चौथ का व्रत
नहीं रख रही फिर भी तुम पूर्ण स्वस्थ कैसे रहे हो। जुकाम तक नही..
पति- मैं बहुत नियम संयम से रहता हूँ इसलिए।
पत्नी- मुझे बेवकूफ समझ रखा है क्या?
सच-सच बताओ वह कौन है..
जो तुम्हारे लिए करवा चौथ का व्रत रखती है
बीमा कंपनी के एक एजेंट से एक
साहब ने पूछा: अगर मैं अपनी पत्नी
का बीमा करवाऊं और कल वह मर जाए तो मुझे क्या मिलेगा?
बीमा एजेंट (लंबी सांस लेते हुए): जेल या फांसी..
मेरे एक शुभचिंतक ने मुझे यह सुझाव
दिया कि wife से बहस से नहीं जीतो,
बल्कि अपनी मुस्कान से हराओ।
मैंने प्रयास किया…..
Wife बोली-बहुत ज्यादा हंसी आ रही है तुमको ऑजकल??लगता है।
तुम्हारा भूत उतारना पड़ेगा
शिष्य – गुरूजी, ऐसी पत्नी को क्या कहते हैं
जो गोरी हो, लंबी हो, सुन्दर हो, होशियार हो,
पति को समझती हो
कभी झगड़ा नहीं करती हो ?
गुरूजी – उसे मन का वहम कहते हैं
बेटा.. मन का वहम !…
डॉक्टर- तुम्हारा कान कैसे जला?
पप्पू- मैं कमीज प्रेस कर रहा था कि फोन आ गया,
मैंने जल्दी में फोन की जगह प्रेस को कान पर लगा लिया
डॉक्टर- तो दूसरा कान कैसे जला?
पप्पू- अब एम्बुलेंस को भी तो फोन करना था ना
अध्यापक (छात्रों से)- बच्चों, अगर औरत विवाहित हो
तो उसकी निशानी क्या है?
छात्र- मांग का सिंदूर
अध्यापक- और पुरुष अगर विवाहित हो तो कैसे पता चलता है?
छात्र- उसका लटका हुआ परेशान चेहरा देखकर
एक बार थानेदार, कलेक्टर और मास्टर बैठे थे…
थानेदार- मेरा बहुत रौब है, जब जी करे किसी को भी पीट सकता हूं
कलेक्टर- मैं जिले का राजा हूं, जो चाहे कर सकता हूं
आखिर में मास्टर की बारी आई…
मास्टर- अपना तो जी कोई रौब नहीं है. सारे दिन स्टूडेंट्स को चांटे
मारता हूं. आगे उनकी किस्मत, फिर चाहे पगले थानेदार बनें या कलेक्टर.
पत्नी की ख्वाहिश…..कल रात पत्नी बोली-
आज मुझे उसी तरह ट्रीट करो जैसे….
शादी से पहले करते थे….?
मैंने गाड़ी निकाली… डिनर कराया….
आइसक्रीम खिलाई और उसके घर के बाहर छोड़ भाग आया….!
तब से ससुर जी के फोन पर फोन आ रहे हैं….!!