पुलिसकर्मी की बहादुरी को सलाम! 70 वर्षीय महिला को बचाने के लिए लगा दी कुएं में छलांग, बचाई जान
आजकल के समय में पुलिस के प्रति लोगों की धारणा काफी बदल चुकी है। कुछ पुलिसवालों की वजह से पूरी पुलिस फोर्स बदनाम हो रही है। वैसे देखा जाए तो हर पुलिस वाला एक जैसा नहीं होता है। कुछ पुलिस वाले होते हैं जो अपने फर्ज से पीछे हट जाते हैं परंतु कुछ पुलिस वाले ऐसे भी होते हैं जो अपना फर्ज निकाल निभाने के लिए अपनी जान दांव पर लगाने को हमेशा तैयार रहते हैं। आज हम आपको एक ऐसे पुलिस कॉन्स्टेबल के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं, जिसके बारे में जानकर आप भी जरूर तारीफ करेंगे। इन दिनों यह पुलिस कॉन्स्टेबल सुर्खियों में छाया हुआ है। इस पुलिस कॉन्स्टेबल ने एक ऐसा बहादुरी का काम किया है, जिसके चलते सभी लोग इसकी जमकर तारीफ कर रहे हैं।
बुजुर्ग महिला अपने घर के कुएं में गिरने की सूचना मिली
यह घटना बुधवार को आंध्र प्रदेश के कृष्णा डिस्ट्रिक्ट के गुदुर में हुई थी। खबरों के अनुसार ऐसा बताया जा रहा है कि लगभग आधी रात को कॉन्स्टेबल ए शिव कुमार और श्याम रोज की तरह बीट पर थे। तभी उन्हें डायल 100 के माध्यम से सूचना मिली कि एक 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला अपने घर के कुएं में गिर गई है। मौके पर स्थानीय लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई थी परंतु रात के अंधेरे में कुछ भी नजर नहीं आ रहा था। कुएं की गहराई ज्यादा होने की वजह से लोग कुछ भी नहीं कर पा रहे थे।
पुलिस कॉन्स्टेबल ने कुएं में लगा दी छलांग
जब बुजुर्ग महिला की सूचना पुलिसकर्मी को मिली तो कुछ ही मिनटों में कॉन्स्टेबल घटनास्थल पर पहुंच गए और उन्होंने वहां पर देखा कि बुजुर्ग महिला बी सावित्री डूबने वाली है। मौके पर पहुंचे कॉन्स्टेबल उस बुजुर्ग महिला को बचाने में जुट गए थे। उनको कोई भी सीढ़ी या रस्सी नहीं मिली तो कॉन्स्टेबल शिव कुमार ने अपनी जान की बिना परवाह किए कुएं में छलांग लगा दी। यह बहादुरी का काम करने के बाद उन्होंने कहा कि उस वक्त मेरा एक ही मकसद था कि मैं उन्हें किसी तरह बचा लूँ। उनको डूबने से बचाने के लिए अपनी गोद में बैलेंस किया था।
रस्सी का इंतजाम करते-करते लग गया था इतना वक्त
जब कॉन्स्टेबल शिव कुमार ने बुजुर्ग महिला को कुएं में छलांग लगाकर अपनी गोद में बैलेंस कर लिया तब स्थानीय लोगों और शिव कुमार के सहयोगी शाम ने रस्सी का इंतजाम किया। रस्सी का इंतजाम करने में करीब 10 मिनट लग गए थे, जिसके बाद में रस्सी की सहायता से उन्होंने दोनों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। लोगों ने पास के सरकारी अस्पताल से बुजुर्ग महिला को देखने के लिए मेडिकल स्टाफ को बुलाया, लेकिन कथित तौर पर कहा गया कि अस्पताल के कर्मचारी मौके पर नहीं आ सकते हैं। फिर कॉन्स्टेबल शिव कुमार ने पंजीकृत मेडिकल प्रैक्टिशनर को बुलाया। जिन्होंने महिला को चिकित्सा प्रदान की।
जमकर हो रही है तारीफ
जैसे ही यह खबर सोशल मीडिया पर लोगों तक पहुंचीं तो सभी लोग इन दोनों ही पुलिस कॉन्स्टेबल की जमकर तारीफ कर रहे हैं। उनको सलूट करते हुए लोग यह कह रहे हैं कि सभी को इसी प्रकार अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। दोनों पुलिस कॉन्स्टेबल के प्रयासों की स्थानीय लोगों और पुलिस अधिकारियों ने भी खूब सराहना की है।