आजकल के समय में ज्यादातर लोगों के मन में पुलिस की छवि नकारात्मक है। हर तरह के लोगों के मन में पुलिस को लेकर विचार अलग-अलग देखने को मिलते हैं। कोई पुलिस को अच्छा कहता है तो कोई पुलिस को खराब बताता है। अधिकतर लोग पुलिस वालों को बुरा ही मानते हैं परंतु कभी-कभी पुलिस वाले कुछ ऐसा कर गुजरते हैं, जिसकी तारीफ हर कोई करता है।
कुछ पुलिसवालों की वजह से ही सारे पुलिस वाले बदनाम हो जाते हैं। आज हम आपको एक ऐसी खबर के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जिसको जानने के बाद यकीन मानिए आपका नजरिया बिल्कुल बदल जाएगा। दरअसल एक पुलिस वाले ने एक अनूठी मिसाल पेश की है।
आपको बता दें कि पुलिस को हमेशा से ही जनता का रक्षक माना जाता है परंतु उनका फर्ज है कि यह हर नागरिक को संकट से बचाएं परंतु थाना प्रभारी हनुमंत लाल तिवारी केवल जनता के रक्षक ही नहीं बल्कि बेसहारा लोगों का सहारा भी बन जाते हैं। इन दोनों हनुमंत लाल तिवारी चर्चा का विषय बने हुए। दरअसल, उन्होंने अपनी मुंहबोली बहन का विवाह बड़े ही धूमधाम के साथ करवाया ,
हम आपको जिस मामले के बारे में जानकारी दे रहे हैं यह उत्तर प्रदेश के लखीमपुर क़स्बा के सिकंदराबाद का है। यहां के निवासी विचल त्रिवेदी की बीते वर्ष मृत्यु हो गई थी। दरअसल, उनके घर पर पड़ी टीन की शेड में करंट आ गया था और जाने अनजाने में उन्होंने शेड को छू लिया था, जिसकी वजह से विचल त्रिवेदी की जान चली गई थी। मृत्यु के पश्चात उनके पूरा परिवार पूरी तरह से बिखर गया था।
बता दें कि इस बिखरते परिवार का सहारा कस्बे की पुलिस चौकी पर तैनात प्रभारी हनुमंत लाल तिवारी को मिला। उन्होंने विचल त्रिवेदी की बेटी को अपनी बहन माना और उसे राखी बंधवा ली। थाना प्रभारी हनुमंत ने जब उसे बहन माना तो साथ ही साथ उसके विवाह की जिम्मेदारी भी उन्होंने अपने कंधे पर ले ली। इसके बाद हनुमंत लाल तिवारी मझगई चौकी के थाना प्रभारी हो गए परंतु उसके बावजूद भी वह अपनी जिम्मेदारियों को नहीं भूले थे।
हनुमंत लाल तिवारी परिवार के लोगों की सहमति से दिवंगत विचल त्रिवेदी की बेटी अनीता का विवाह बड़े ही धूमधाम के साथ करवाया। दिवंगत की पत्नी कमलेश त्रिवेदी का ऐसा कहना है कि हनुमंत लाल तिवारी ने उनके परिवार के प्रति एक बेटे का फर्ज निभाया है। वह अनीता के तिलक में भी गए। विवाह का सारा खर्च उन्होंने ही उठाया है। इतना ही नहीं बल्कि हनुमंत लाल तिवारी एक भाई की तरह मेहमानों के स्वागत के लिए दरवाजे पर भी खड़े रहे थे।
हनुमंत लाल तिवारी के मुताबिक दिवंगत विचल त्रिवेदी का परिवार बहुत ही गरीब है। जब परिवार के मुखिया की मृत्यु हो गई तो बाद पीछे पत्नी सहित तीन बेटियां तथा एक बेटा रह गया बेटा। अभी बहुत छोटा है और घर की जिम्मेदारी उठाने में सक्षम नहीं है। ऐसे में उन्होंने कहा कि वह कहीं भी रहे उस परिवार की हर संभव सहायता करेंगे।
आपको बता दें कि हमेशा से ही हनुमंत लाल तिवारी अपने ने के कामों के लिए सुर्खियों में बने रहते हैं। हाल ही में उन्होंने कई दिनों जंगल के किनारे भटक रही एक बुजुर्ग महिला को उनके परिवार से मिलवाया है। जब हनुमंत लाल तिवारी की नजर इस भटक रही महिला पर पड़ी तो वह उसकी सहायता के लिए तुरंत सामने आए। हनुमंत लाल में अपने प्रयासों से महिला के परिवार का पता लगाया क्योंकि वह महिला पूछने पर अपने परिवार के बारे में कुछ भी बता नहीं पा रही थी। आखिर में हनुमंत लाल तिवारी में उस बुजुर्ग महिला को उसके परिवार वालों से मिलवा दिया। इतना ही नहीं बल्कि इस दौरान उन्होंने उस महिला का उचित इलाज भी करवाया था।