UP PCS रिजल्ट में भाई-बहन ने गाड़े झंडे, बिना किसी कोचिंग हासिल की कामयाबी, एक साथ बने SDM
मेहनत और लगन से ही कामयाबी हासिल की जा सकती है। अगर इंसान के हौसले बुलंद हों और कुछ कर दिखाने का जज्बा हो, तो कोई भी मुश्किल उसे अपनी मंजिल पाने से रोक नहीं सकती। इसी बीच आज हम आपको एक सगे भाई-बहन के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी हर तरफ चर्चा हो रही है। दरअसल, उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन की ओर से पीसीएस 2021 परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया गया है। इस परीक्षा में टॉप करने वाले सगे भाई-बहन की चर्चा हर तरफ हो रही है।
जी हां, उत्तर प्रदेश के रहने वाले विवेक सिंह और उनकी बहन संध्या सिंह का नाम भी UP PCS टॉपर्स की लिस्ट में है। इन दोनों को एसडीएम का पद मिला है। UP PCS 2021 परीक्षा में प्रयागराज के विवेक सिंह को 8वीं रैंक हासिल हुई है। वहीं उनकी बहन संध्या सिंह को 12 वीं रैंक हासिल हुई है। भाई-बहन के एक साथ UP PCS में टॉप करने की खबर जैसे ही सामने आई, तो उनके गांव में खुशी का माहौल बन गया।
बिना कोचिंग के पाई कामयाबी
आपको बता दें कि संध्या और विवेक प्रयागराज से दूर मेजा इलाके में रहते हैं। सबसे खास बात यह है कि विवेक और संध्या ने पीसीएस की कभी कोचिंग नहीं की। उन्होंने सेल्फ स्टडी के बलबूते यह परीक्षा पास की है। इन दोनों के माता-पिता गांव में ही एक प्राइवेट स्कूल चलाते हैं। पिता कृष्ण कुमार सिंह और मां प्रतिमा सिंह बच्चों की सफलता से फूली नहीं समा रही हैं। उन्होंने कहा कि आज उनके बेटे-बेटी ने जो काम किया, उससे ज्यादा उन्हें अब कुछ नहीं चाहिए। उनके बच्चों ने उनका नाम रोशन कर दिया है।
वही संध्या और विवेक का कहना है कि वह दोनों एक दूसरे को जरूरत पड़ने पर पढ़ाते थे। दोनों का कहना है कि उनकी सफलता के पीछे शिक्षकों की मेहनत और उनके माता-पिता की मेहनत है। उन्होंने कहा कि घरवालों की प्रेरणा से ही उन्होंने मेहनत करके इस मुकाम को हासिल किया है। डिप्टी कलेक्टर के पद पर दोनों भाई और बहन का चयन हुआ है। भाई विवेक कुमार सिंह तीसरे प्रयास में डिप्टी कलेक्टर पद पर चयनित हुए हैं, जबकि बहन संध्या सिंह पहले ही प्रयास में सफल हुई हैं।
आपको बता दें कि विवेक कुमार सिंह ने नैनी के माधव ज्ञान केंद्र से दसवीं की पढ़ाई करने के बाद प्रयागराज के ज्वाला देवी इंटर कॉलेज से इंटर मैथ से किया। उसके बाद 2019 में गाजियाबाद के आरकेजीआइटी से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक की पढ़ाई की। दसवीं के बाद से ही वह प्रशासनिक अधिकारी बनने का सपना देखने लगे थे। जब उन्होंने बीटेक पूरा कर लिया तो वह सिविल सर्विसेज की तैयारी में जुट गए।
संध्या सिंह का ऐसा बताना है कि बड़े भाई विवेक कुमार सिंह ने उनकी तैयारी करवाई। वह आपस में मिलकर सभी विषयों पर डिस्कस करते थे। उन्होंने अपनी कमियों को दूर करने की कोशिश की थी। पढ़ाई के दौरान दोनों ने एक दूसरे की मदद की और खूब मोटिवेट किया। इसके साथ ही सेल्फ स्टडी को अपना हथियार बनाया। परिवार का सकारात्मक माहौल इसमें बहुत काम आया।