जोक्स की इस मजेदार दुनिया में आपका एक बार फिर से स्वागत है और आजकल के इस भागदौड़ भरी जिंदगी में हर दूसरा आदमी किसी न किसी वजह से तनाव में जी रहा है और ऐसे में आए दिन सोशल मीडिया पर कई ऐसी चीजें देखने को मिलती हैं जो की हमारा काफी मनोरंजन करती है और इसलिए आज हम आपके लिए कुछ ऐसे ही चुटकुले लेकर आए है जो हमेशा ही सोशल मीडिया पर आते रहते हैं ये चुटकुले आपको खुब हंसाने वाले हैं और साथ ही आपके तनाव को भी कम करने वाले हैं। तो आइए पढते हैं ये मजेदार चुटकुले
1.पत्नी – सुनो… मेरी मम्मी को डेंगू हुआ है।
पति – अब मच्छरों की तबीयत कैसी है…?
तभी किचन से बेलन आया लहराता हुआ…!
2.गणित का अध्यापक पढ़ा रहा था…
अध्यापक – अगर 1000 किलो = एक टन है,
तो 3000 किलो = कितना होगा…?
पप्पू – टन टन टन…!
फिर अध्यापक ने अपने तरीके से बजाई पप्पू की घंटी…
3.ये नहाना भी अपनी समझ से बाहर है…!
जिस शब्द में ही आगे ‘न’ है और पीछे ‘ना’ है…
तो बीच में दुनिया ‘हां’
कराने पर क्यों तुली है…?
4.एक टीचर की ड्यूटी अफ्रीका के जंगली आदिवासी क्षेत्र में लगी…!
टीचर (पहले दिन) – बच्चों, पहले वाले टीचर कैसे थे…?
बच्चे – स्वादिष्ट… उन्हें पकाकर खाने में मजा आ गया…!
टीचर तुरंत नौकरी छोड़ कर भागे वहां से…!
5.एक सजी-धजी महिला दांत के डॉक्टर के पास गई…!
महिला – एक दांत निकलवाना है, पर सिर्फ 10 मिनट में…
कोई एनेस्थेसिया, बेहोशी या दर्द की दवाई नहीं…थोड़ा बहुत दर्द होता है, तो होने दो, पर जल्दी
मुझे एक किटी पार्टी में जाना है…!
डॉक्टर – कमाल है…! गजब की बहादुर महिला हैं आप, आइए यहां बेड पर लेट जाइए और दिखाइए कौन सा दांत है…?
महिला (अपने पति से) – जाओ लेट जाओ…और बता दो, कौन सा दांत है…!
6.टीचर – दो में से दो गए तो कितने बचे…?
छात्र – मतलब नहीं समझा मैं…!
टीचर – मान लो तुम्हारे पास दो रोटी थी और
तुमने दोनों खा ली, तो अब तुम्हारे पास क्या बचा…?
छात्र – सब्जी बची सर…!
7.राजू शराब पीते-पीते रोने लगा…
दोस्त – क्या हुआ, क्यों रो रहे हो…?
राजू- यार जिस लड़की को भुलाने के लिए पी रहा था,
उसका नाम याद नहीं आ रहा।
8.गुरु जी – बस इरादे बुलंद होने चाहिये, पत्थर से भी पानी निकाला जा सकता है।
लड़का – मैं तो लोहे से भी पानी निकाल सकता हूं…!
गुरु जी – कैसे…?
लडका – चांपाकल से…!
9.पति (पत्नी से) – यह शीशा तुम्हारे कारण टूटा है…!
पत्नी – बिल्कुल नहीं, तुम्हारे कारण टूटा है…
मैंने तुम्हें जब फूलदान फेंककर मारा,
तब तुम अगर अपनी जगह पर ही खड़े रहते,
तो यह शीशा नहीं टूटता…!
10.औरतों के दुख की सबसे बड़ी वजह
अपनी औलाद को सुधारने के बजाय
अपनी सास की औलाद को
सुधारने के चक्कर में पड़ी रहती हैं।
11.पत्नी जज से – मुझे इनसे अब कुछ नहीं लेना
बस मुझे ये उसी हाल में छोड़ दें जिसमें मैं इनको मिली थी…
जज – किस हाल में मिली थी…?
पत्नी – विधवा
जज साहब अभी तक बेहोश हैं।
12.दुकानदार – बहन जी आप हमेशा दुकान पर आती हैं,
सारे गहने देखती हैं, मगर ले नहीं जातीं, क्यों…?
पिंकी – ले जाती हूं भाई साहब, आप ही ध्यान नहीं देते…!
दुकानदार बेहोश…