हौसले और हिम्मत को सलाम: शादी के दिन टूटी दुल्हन की रीढ़ हड्डी, फिर अस्पताल में ही दूल्हे ने सजा दी सिन्दूर से मांग
हमारे बॉलीवुड जगत में कई ऐसी फिल्मे बनी है जिनकी कहानी से असल जिंदगी में भी लोगो का काफी प्रेरणा मिली है और आज हम आपको ऐसी ही रियल स्टोरी के बारे में बताने जा रहे है जिसकी कहानी पूरी फ़िल्मी है |दोस्तों आपको साल 2006 में आई फिल्म विवाह तो याद ही होगी जिसमे शाहिद कपूर और अमृता राव लीड रोल में नजर आई थी और ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपर डुपर हिट साबित हुई थी और इस फिल्म की स्टोरी हर उम्र के लोगो को बेहद ही पसंद आई थी और आज भी इस फिल्म की कहानी लोग भूल नहीं पाए बता दे इस फिल्म में दिखाया गया था की सच्चा प्यार खूबसूरती का मोहताज नहीं होता बल्कि इसके लिए बीएस दो दिलों का मेल होना चाहिए और एक दुसरे के प्रति सच्ची प्रेम भावना होनी चाहिए |
फिल्म में दिखाया गया था की अमृता राव जो की बेहद ही खुबसूरत थी और उनकी शादी शाहिद कपूर के साथ होने वाली थी पर शादी वाले दिन ही उनके घर में आग लग गयी और वे अपनी चेचेरी बहन की जान बचाने के लिए खुद आग में कूद गयी और उनका पूरा शरीर जल गया था और जब वे अस्पताल में भर्ती थी तब शाहिद कपूर उनसे मिलने आते है और वही अस्पताल में ही उनसे शादी करने की इच्छा जगाते है और इसपर अमृता कहती है की एक बार उनके शरीर को वो देख ले फिर शादी करें|
तब इसपर शाहिद कहते है की मेरा प्यार इस परीक्षा का मोहताज नहीं है और वे अस्पताल में ही अमृता की मांग सिन्दूर से भर देते है और उन्हें अपनी संगिनी बनाते है और ये फिल्म काफी ज्यादा सुपरहिट साबित हुई थी |दोस्तों ये तो थी फ़िल्मी स्टोरी पर आज हम आपको जो कहानी बताने जा रहे है वो रियल लाइफ स्टोरी है और इस फिल्म के कहानी से बिलकुल ही मिलती जुलती है |जी हाँ दोस्तों ये मामला है यूपी के प्रयागराज का जहाँ एक नयी नवेली के साथ ठीक वैसा ही वाकया हुआ है जैसे की फिल्म विवाह में अमृता राव के साथ हुआ था |
बता दे प्रयागराज शहर के प्रतापगढ़ के कुंडा इलाके की रहने वाली आरती नाम की एक लड़की जिसकी शादी 8 दिसम्बर को होने वाली और जिस दिन उसकी बारात आने वाली थी उसी दिन छत खेल रहे उसके तीन साल के भतीजे को छत से गिरने से बचाने के चक्कर में आरती खुद छत से गिर गयी और उसकी रीढ़ की हड्डी टूटने के साथ ही उसके दोनों पांव भी बेजान हो गये और आनन फानन में उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहाँ उसका इलाज चलने लगा |
वही इस बात की खबर जब उसके होने वाले पति अवधेश को हुई तब वो तुरंत अस्पताल पहुंचा और आरती की देखरेख में लग गया और तब आरती के घरवालों ने उसे आरती की छोटी बहन से शादी करने की बात कहने लगे और आरती ने भी यही कहा पर अवधेश ने ये कहा की वो शादी करेगा तो बस अपनी आरती से ही और वो जिस हालत में है वो उसे उसी हालत में अपनी दुल्हन बनाएगा और पूरी जिंदगी उसका साथ निभाएगा |
वही अवधेश का ऐसा सच्चा प्यार और हौंसला देखकर सबकी आँखे नम हो गयी और आरती की शादी अवधेश से करा दी गयी और ये शादी आरती ने बेड पर लेटकर ही की और दोनों ही इस शादी से बेहद खुश है |वही इस कपल ने ये सब्ती किया की परेशानी के वक्त जो आपका साथ दे वही सच्चा जीवनसाथी होता है और इस दोनों के प्यार की लोग मिसाल दे रहे है और अवधेश एक रियल हीरो बन चुके है