पति के गुजर जाने के बाद भी नहीं मानी हार, 1 बच्चे की देखभाल करते हुए देश की सेवा करने के लिए बनी फ्लाइंग ऑफिसर
आज के समय में लड़कियां हर छेत्र में लड़कों से आगे जा रही है और माँ बाप का नाम रौशन कर रही है और अज हम आपको एक ऐसी ही बेटी के बारे में बताने जा रहे है जिसने तमाम मुश्किलों का सामना करते हुए अपने लक्ष्य को प्राप्त किया और इस बेटी ने लक्ष्य प्राप्त करने के साथ ही एक माँ और पत्नी होने का धर्म भी बखूबी निभाया है |जी हाँ हम बात कर रहे है जम्मू की रहने वाली राधा चाडक की जिनकी शादी जम्मू के ही रहने वाले बूटा सिंह मन्हास के साथ हुई थी जो की एयरफोर्स में नॉन कमीशंड अफ़सर सीपीएल के पद पर कार्यरत थे और दोनों की शादीशुदा जिंदगी बहुत इह खुशहाल चल रही थी और इनका एक बेटा भी है |
इस खुशहाल परिवार में सब कुछ सही चल रहा था पर कहते है न वक्त पर किसी का जोर नहीं चलता और वक्त कब क्या करवा दे कुछ ठीक नहीं होता और ऐसा ही कुछ हुआ इस परिवार के साथ जहाँ राधा के पति साल 2018 में हार्ट अटैक की वजह से इस दुनिया को अलविदा कह गये जिसके बाद घर परिवार की पूरी जिम्मेदारी अकेली राधा पर आ गयी पर इस मुश्किल घड़ी में भी राधा ने हार नहीं मानी और मजबूती से खुद को भी संभाला अपने बेटे को भी संभाला और अपना फ्लाइंग अफसर बनने का सपना भी साकार किया तो आइये जानते है कैसे उन्होंने इस मुश्किल भरी परिस्थिति का सामना कर सफलता हांसिल की |
बता दे इतनी जल्दी पति का साथ छुट जाने की वजह से अंदर से तो राधा पूरी तरह से टूट गयी थी पर राधा ने खुद को कभी कमजोर पड़ने नहीं दिया और उन्होंने खुद को समझाया और अपने इरादों को और मजबूत किया और उनके पति को काम अधुरा छोड़ गये उसे राधा ने अपने हिम्मत और हौसले के दम पर पूरा किया |बता दे राधा ने अपनी पढाई पूरी की है और इसके साथ ही उन्होंने एलएलबी भी कर रखी है और वे हाई कोर्ट में प्रैक्टिस भी कर रही थी पर जब उनके पति इस दुनिया को अलविदा कह गये तब राधा ने ये ठान लिया की जिस ब्लू यूनिफार्म को उनके पति छोड़ गये उस यूनिफार्म को वो जरुर पहनेंगी और अपने देश की सुरक्षा के लिए अपना पूरा सहयोग देंगी और इसके लिए राधा जी जान से मेहन करने लगी और तैयारी में जुट गयी |
बता दे राधा ने एयरफ़ोर्स में कॉमन एंट्रेंस टेस्ट के लिए अप्लाई कर दिया और फिर उन्होंने इस एंट्रेंस को पास करने के लिए दिल्ली से तैयारी करनी शुरू कर दी और जब पहली बार उन्होंने प्रयास किया तो वे स्क्रीनिंग से बाहर हो गयी और इसके बाद भी राधा ने हार नहीं मानी और वे दोबारा टेस्ट के लिए अप्लाई कर दी और इस बार उन्हें पहले से बेहतर रिजल्ट प्राप्त हुआ और ये देखकर उनके मन में उत्साह और भी ज्यादा बढ़ गया और उनका हौसला भी |
इस तरह से साल 2019 में राधा ने एसएसबी पास कर लिया और वे इसकी ट्रेनिग के लिए हैदराबाद एयरफोर्स एकेडमी पहुँच गयी और वहां से उन्होंने फ्लाइंग अफसर की पूरी ट्रेनिंग ली और ट्रेनिग क बाद राधा की पोस्टिंग चंडीगढ़ में हो गयी जहाँ वे फ्लाइंग अफसर के पद पर कार्यरत है |वही एक इंटरव्यू में अपने मुश्किल सफर के बारे में बात करते हुए राधा ने कहा की यहाँ तक पहुंचना उनके लिए आसान नहीं था और इस मुश्किल समय में उनका अगर सबसे ज्यादा किसी ने साथ दिया तो वो है मेरे पिता और मेरे पिता ही मेरी ताकत बने और अज मैं इस मुकाम पर पहुंची हूँ
उन्होंने कहा की जब मेरे पिता ने मेरा तो साथ दिया ही साथ ही मेरे बेटे को भी उन्होंने संभाला और वही राधा के पिता सूबेदार मेजर TS चाडक ने कहा की उन्हें अपनी बेटी पर गर्व है |