रतन टाटा को चार बार हुआ प्यार लेकिन फिर भी अधूरी रह गई प्रेम कहानी, इस वजह से मुकाम तक नहीं पहुंच सकी मोहब्बत
जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं दुनिया का हर बंधन प्यार से बना होता है। अगर प्यार ना हो तो जिंदगी में खुशियां नहीं हो सकती। यदि जीवन में सब कुछ प्यार ही है, तो इस अनमोल एहसास को वक्त देना भी बहुत जरूरी है और वक्त शायद इस भागदौड़ की दुनिया में कहीं खो गया है। जैसा कि हम लोग जानते हैं फरवरी, प्यार का महीना होता है। प्यार करने वाले इस हफ्ते को वैलेंटाइन वीक के तौर पर मना रहे हैं। वैलेंटाइन डे के दिन सब अपने प्यार के लिए वक्त निकालते हैं, प्यार का इजहार करते हैं, कीमती वक्त में से जीवन के सबसे कीमती उपहार, जो आपको ऊपर वाले ने दिया है उसको मनाते हैं।
वैलेंटाइन डे केवल एक दिन नहीं बल्कि पूरे हफ्ते मनाया जाता है। 7 फरवरी से ही प्यार के हफ्ते की शुरुआत हो जाती है और दुनियाभर में लोग अपनी प्रेमिका को उनके खास होने का एहसास दिलाते रहते हैं। वैलेंटाइन डे के खास दिन पर हम आपको खास शख्स की प्रेम कहानी के बारे में बताने वाले, जिन्हें भारतीय कारोबार का भीष्म पितामह भी कहा जाता है। जी हां, हम बात कर रहे हैं टाटा समूह को बुलंदियों पर पहुंचाने वाले रतन टाटा की।
रतन टाटा एक सफल कारोबारी के साथ-साथ शांत स्वभाव और सादगी से भरे व्यक्ति हैं। रतन टाटा की प्रेम कहानी भी उन्हीं की तरह जुदा है। लाखों-करोड़ों लोगों की प्रेरणा रहे रतन टाटा ने कभी अपने परिवार के लिए अपने प्यार तक को कुर्बान कर दिया था। एक-दो नहीं चार बार रतन टाटा को प्यार हुआ, फिर भी इनकी मोहब्बत अंजाम तक ना पहुंच सकी।
रत्न टाटा को चार बार हो चुका है प्यार
रतन टाटा दुनिया के प्रसिद्ध उद्योगपतियों में से एक हैं और इनका व्यापार दुनियाभर में फैला हुआ है। हम सभी लोग रतन टाटा की उपलब्धियों के बारे में तो जानते ही हैं लेकिन रतन टाटा की लव स्टोरी के बारे में बहुत कम लोगों को ही पता है। रतन टाटा ने खुद कुछ साल पहले ही CNN को दिए इंटरव्यू में यह कहा था कि उन्होंने ऐसी मोहब्बत की थी जो अपने मुकाम तक नहीं पहुंच सकी है। इंटरव्यू के दौरान रतन टाटा यह कहते हुए नजर आए थे कि उन्हें अब तक चार बार सीरियस प्यार हुआ है।
उन्होंने बताया कि एक बार तो उन्हें शादी वाला मुकाम हासिल होने ही वाला था कि भारत-चीन युद्ध (1962) हो गया। रतन टाटा इस किस्से को बताते हुए कहते हैं उस समय मैं अमेरिका में काम किया करता था और मुझे शिद्दत वाला प्यार हुआ था। लेकिन उस दौरान भारत में उनकी दादी की तबीयत बिगड़ गई और उनकी अपने पोते रतन टाटा से मिलने की इच्छा हुई थी। जिसकी वजह से रतन टाटा को भारत लौटना पड़ गया था और उस वक्त यह तय हुआ था कि रतन टाटा की प्रेमिका भी भारत आएंगी और तब दोनों शादी कर लेंगे।
तब तक भारत-चीन विवाद शुरू हो गया। फिर वह नहीं आई और कुछ समय बाद उनकी शादी यूएस में ही किसी और से हो गई थी। इसके अलावा रतन टाटा ने बड़ौदा मैनेजमेंट एसोसिएशन (बीएमए) के एक प्रोग्राम में स्टूडेंट्स के साथ कई निजी एक्सपीरियंस को शेयर करते हुए यह कहा था कि उन्हें अपने जीवन में चार बार प्यार हुआ है लेकिन वह कुंवारे ही रहे। उन्होंने कहा कि हर बार किसी ना किसी कारण से उनकी शादी ना हो सकी। रतन टाटा ने कहा कि यह अच्छी बात है कि उनकी शादी नहीं हो सकी। यदि होती तो हालात ज्यादा कठिन हो जाते।
अपने जीवन के बारे में क्या मानते हैं रतन टाटा
आपको बता दें कि रेन्डेज़वस विद सिमी ग्रेवाल कार्यक्रम में होस्ट सिमी ग्रेवाल से बात करते हुए रतन टाटा ने अपनी जिंदगी के इस पहलू के बारे में यह कहा था कि उनको कभी कभी जीवन में अकेलापन महसूस होता है और उनको यह लगता है कि किसी के साथ होते तो कैसा होता। लेकिन उन्होंने बाद में यह भी कहा था कि एक तरफ से यह अच्छा ही हुआ है क्योंकि उन्हें किसी की चिंता नहीं करनी होती है और किसी के बारे में लगातार सोचने की आवश्यकता नहीं है। लिहाजा वह अपने कार्य पर बेहतर तरीके से ध्यान दे पाते हैं।
बात दें भले ही रतन टाटा ने अपनी प्रेमिकाओं के बारे में बात की हो परंतु उन्होंने कभी भी अपनी किसी प्रेमिका का नाम उजागर नहीं किया। उनका कहना था कि उनके ऐसा करने से उनकी निजी जिंदगी खराब हो सकती है।