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194 किलो के डॉक्टर ने रोटी-सब्जी खाकर घटाया 110 किलो वजन, फॉलो की थी सिर्फ ये एक चीज

आजकल लोगों की सबसे बड़ी बीमारी मोटापा है। मोटापा एक ऐसी बीमारी है ,जो पूरी दुनिया में एक महामारी बन गई है। भारत में अनेक लोग मोटापा के शिकार हैं। मोटापे के कारण शरीर में कई तरह की बीमारियां उत्पन्न होने लगती हैं। जब परेशानियां बढ़ने लगती हैं, तो लोग मोटापा कम करने के लिए उपाय ढूंढने लगते हैं।

मोटापा बढ़ने के बाद ना सिर्फ दूसरे लोग आपका मजाक बनाते हैं बल्कि इससे आपका चेहरा भी मुरझा जाता है। मोटापा कई गंभीर बीमारियों जैसे स्ट्रोक, कैंसर, ऑस्टियोआर्थराइटिस, टाइप टू डायबिटीज, गॉल ब्लैडर, बीपी और नर्व डिसऑर्डर का भी कारक है।

बता दें कि मोटापा एक नहीं बल्कि कई कारणों से बढ़ सकता है। इसी बीच आज हम आपको इस लेख के माध्यम से एक ऐसे डॉक्टर की वेट लॉस जर्नी के बारे में बताने वाले हैं, जिन्होंने अपना 110 किलो वजन कम किया है। उन्होंने अपना वजन कैसे कम किया? वर्कआउट प्लान क्या था: किस तरह की डाइट ली? चलिए इसके बारे में आपको बताते हैं…

दरअसल, आज हम आपको एक ऐसी वेट लॉस या ट्रांसफॉर्मेशन स्टोरी के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें एक डॉक्टर ने अपना लगभग 110 किलो वजन कम किया है। इतना ज्यादा वजन कम करने में उन्हें सिर्फ 2 साल का वक्त लगा। यह डॉक्टर उनके लिए एक उदाहरण हैं, जो लोग सोचते हैं कि वजन कम करना मुश्किल है। यहां हम आपको एक डॉक्टर के वजन बढ़ने से लेकर वजन कम करने की कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं।

194 से 83 किलो तक फिटनेस जर्नी

मीडिया से बातचीत के दौरान डॉ. अनिरुद्ध ने बताया कि उन्हें बचपन से ही खाने-पीने का बहुत शौक रहा था, जिसके चलते उनका वजन धीरे-धीरे बढ़ता चला गया और उन्होंने अपने बढ़ते वजन पर कभी ध्यान नहीं दिया। डॉ. अनिरुद्ध ने बताया कि उन्हें पिज्जा, बर्गर, फ्राइड फूड काफी पसंद थे। जब उनका पेट नहीं भरता था, तो क्रेविंग कम नहीं होती थी, तब तक वह खाना बंद नहीं करते थे। उन्होंने बताया कि साल 2018 में जब उनका एमबीबीएस पूरा हुआ, तब भी उनके खाने-पीने की आदतों में सुधार नहीं हुआ। फिर कुछ समय के बाद उनकी तबीयत खराब हो गई, जिसके चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ गया।

उन्होंने बताया कि उस समय डॉक्टर्स ने मुझसे कहा था अगर ऐसा ही रहा तो मुझे अगले 5 साल में कोई भी गंभीर बीमारी हो सकती है और मेरे जिंदा बचने की उम्मीद काफी कम है। बस यही डॉ. अनिरुद्ध की जिंदगी का टर्निंग प्वाइंट था और उन्होंने यह ठान लिया कि उन्हें अब तो वजन कम करना ही है। इसके बाद उनके दोस्तों ने उनसे एक फिटनेस कम्युनिटी से जुड़ने के लिए कहा।

उन्होंने बताया कि मैं जब उस कम्युनिटी के ट्रेनर विनोद वैथीस्वरन (फिटनेस ट्रेनर) से मिला, तो उन्होंने मुझसे अपना वजन नापने के लिए कहा। उससे पहले मैंने कभी भी अपना वजन चेक नहीं किया था। जब उन्होंने पहली बार अपना वजन मशीन पर चेक किया, तो 194.5 किलो उनका वजन निकला था। इसके बाद उनके ट्रेनर ने उन्हें मोटिवेट किया और फिर से उनकी फिटनेस जर्नी शुरू हुई।

डॉ. अनिरुद्ध ने बताया कि डाइट और वर्कआउट के सभी कॉन्बिनेशन से उन्होंने लगभग 2 साल में अपना 110 किलो वजन कम कर लिया। वह आगे कहते हैं कि “मैं अपने मन में ठान चूका था कि मुझे किसी भी हालत में वजन कम करना ही है। मेरी जर्नी के दौरान लॉकडाउन लगा लेकिन मैंने उस दौरान भी अपनी डाइट और वर्कआउट से चीट नहीं किया। बस इसी दृढ़ निश्चय से मैंने अपना 110 किलो वजन कम कर लिया।” उन्होंने यह भी बताया कि वजन कम होने के बाद उनकी स्किन लटक गई थी तब उन्होंने सर्जरी कराई और एक्स्ट्रा स्किन को डॉक्टर्स ने निकाला।

कैसी रही डॉ. अनिरुद्ध दीपक की डाइट

डॉ. अनिरुद्ध ने बताया कि उन्होंने डाइटिंग नहीं की बल्कि क्वांटिफाइड न्यूट्रिशन से वजन कम किया। क्वांटिफाइड न्यूट्रिशन वह होता है जिसमें आपको फूड की मात्रा को देखना होता है कि आप कितना खा रहे हैं। इसके साथ ही उस फूड की कैलोरी और मात्रा को भी ध्यान रखना होता है। इसके बाद प्रोटीन, फैट, कार्ब की मात्रा पर भी ध्यान देना होता है। उन्होंने बताया कि वह 2000 कैलोरी लेते थे और अपनी एक्टिविटी भी समय के साथ-साथ बढ़ाते गए थे।

डॉ. अनिरुद्ध आगे बताते हैं कि उनकी डाइट समय के हिसाब से बदलती गई। वह कुछ ना कुछ अलग बनाकर खाते रहते थे। वह बस अपने शरीर की जरूरत के अनुसार खाने की मात्रा का ध्यान रखते थे।

ब्रेकफास्ट- पोहा या उपमा या रोटी, सोया चंक्स, सलाद

स्नैक्स- फल, बादाम

दोपहर का भोजन- चावल या रोटी, दाल या चना या राजमा, सब्जी, दही

ईवनिंग स्नैक्स- व्हे प्रोटीन

रात का खाना- चावल या रोटी, पनीर, सब्जी

वर्कआउट

उन्होंने बताया कि 2019 में उन्होंने अपनी जर्नी शुरू की। उस समय लॉकडाउन चुका था। उनके सामने फिजिकल एक्टिविटी बढ़ाना काफी चुनौती भरा था। ऐसे में उन्होंने घर में कुछ डंबल, प्लेट्स और बार्बेल मंगवाए और उनसे एक्सरसाइज की। इसके साथ ही कभी-कभी हाई इंटेंसिटी एक्सरसाइज, जंप रोप, सर्किट ट्रेनिं,ग फंक्शनल ट्रेनिंग भी किया करते थे। उन्होंने बताया कि बाद में जब जिम खुले तो वह हमेशा से ही वेट ट्रेनिंग पर अधिक ध्यान देते थे। लोग उन्हें तरह-तरह की सलाह दिया करते थे लेकिन उन्होंने किसी की भी नहीं सुनी। उन्होंने वेट ट्रेनिंग पर फोकस रखा और उन्होंने वजन कम कर लिया।

वजन कम करने के टिप्स

डॉक्टर अनिरुद्ध बताते हैं कि वजन कम करने में उनके गोल ने सबसे ज्यादा मदद की है। उन्होंने शुरुआत में ही यह फैसला कर लिया था कि वह अपनी मंजिल तक पहुंचकर ही दम लेंगे। उन्होंने बताया अपने वजन को कम करने के लिए सही डाइट और फिजिकल एक्टिविटी की नॉलेज होना चाहिए जो अच्छा ट्रेनर ही दे सकता है। उन्होंने यह सलाह दी है कि हमेशा किसी सर्टिफाइड कोच के अंडर में रहकर ही अपनी फिटनेस जर्नी की शुरुआत करनी चाहिए।

 

 

 

 

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