बहुत आलीशान है सैफ अली खान का पटौदी पैलेस, 800 करोड़ है इसकी कीमत, देखिए Inside तस्वीरें
बॉलीवुड इंडस्ट्री के मशहूर अभिनेता और नवाब सैफ अली खान नवाबों के परिवार से संबंध रखते हैं। अगर वह चाहते थे उन्हें कुछ ज्यादा करने की जरूरत भी नहीं पड़ती परंतु उन्होंने अपने खुद के दम पर अपना करियर खड़ा किया है। आज यह बॉलीवुड इंडस्ट्री के दिग्गज अभिनेताओं की लिस्ट में शामिल हैं और उन्होंने अपने फिल्मी करियर में कई सुपरहिट फिल्में दी हैं। अभिनय से परिपूर्ण छोटे नवाब जी को भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में कई सारे सम्मान मिल चुके हैं। इतना ही नहीं बल्कि इनको राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी दिया जा चुका है।
जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं सैफ अली खान ने बॉलीवुड की मशहूर अदाकारा करीना कपूर से शादी की है। यह दोनों फिल्म इंडस्ट्री के पावर कपल कहे जाते हैं। इन दोनों की जोड़ी फैंस को खूब पसंद आती है। इन दोनों ने ही अपने बेहतरीन अभिनय के दम पर अच्छा खासा नाम कमाया है। इतना ही नहीं बल्कि इन्होने दौलत भी खूब कमाई है।
सैफ अली खान ने अपने सालों के करियर में कई शानदार फिल्मों में काम किया है। सैफ अली खान पटौदी घराने से ताल्लुक रखते हैं। यही वजह है कि वह फैंस के दिलों के साथ-साथ वह करोड़ों की संपत्ति पर भी राज करते हैं। आज हम आपको सैफ अली खान के पटौदी वाले आलीशान बंगले की तस्वीरें दिखाने वाले हैं।
आपको बता दें कि सैफ अली खान पटौदी रियासत के नवाब हैं। पिता मंसूर अली खान के निधन के पश्चात उन्हें पटौदी का नवाब घोषित कर दिया गया। दिल्ली के करीब गुरुग्राम के पटौदी में उनका एक भव्य पैलेस है। अक्सर सैफ अली खान अपनी पत्नी और बच्चों के साथ पटौदी पैलेस में समय व्यतीत करने के लिए जाते रहते हैं।
शायद ही किसी को इस बात का पता होगा कि सैफ अली खान के इस पैलेस को इब्राहिम कोठी के नाम से भी लोग जानते हैं। हरियाणा के गुरुग्राम से करीब 26 किलोमीटर दूर अरावली की पहाड़ियों में सैफ अली खान का पटौदी पैलेस है और इस पैलेस के चारों तरफ हरियाली ही हरियाली नजर आती है।
सैफ अली खान का यह पटौदी पैलेस 200 साल पुराना बताया जाता है। ऐसा बताया जाता है कि 1900 के आसपास इसे रॉबर्ड टोर रसेल के द्वारा डिजाइन किया था। वहीं ऑस्ट्रेलिया के आर्किटेक्ट कार्ल मोल्ट्ज वोन हेंज ने उनके इस कार्य में मदद की थी। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस पैलेस की कीमत 800 करोड़ रुपए से भी अधिक बताई जाती है। हालांकि, पटौदी परिवार के पास भी संपत्ति की किसी भी प्रकार की कमी नहीं है। उनके पास भी 2700 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति है। सैफ के पिता मंसूर अली खान पटौदी की मृत्यु के बाद इसकी देखरेख सैफ अली खान की मां शर्मिला टैगोर करती है।
करीब 10 एकड़ में यह पैलेस फैला हुआ है, जिसमें कुल 150 कमरे हैं। इतना ही नहीं बल्कि इस आलीशान महल में 7 ड्रेसिंग रूम, 7 बिलियर्ड रूम और खूबसूरत ड्राइंग रूम और डाइनिंग रूम भी है। यहां पर 100 से अधिक नौकर चाकर काम करते हैं।
अगर हम सैफ अली खान के इस पटौदी पैलेस के डिजाइन की बात करें तो वह भी बहुत बेहतरीन है। इस आलीशान पैलेस को सफेद रंग से रंगा गया है। इसकी वास्तु शैली कनॉट प्लेस की इमारतों से प्रभावित है। इस पैलेस को इतनी खूबसूरत तरीके से सजाया गया है कि खूबसूरती देखते बनती है।
आपको बता दें कि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और पटौदी रियासत के नौवें नवाब मंसूर अली की 2011 में मृत्यु हो गई थी, जिसके बाद पटौदी रियासत के दसवें नवाब सैफ अली खान बने। इस आलीशान पैलेस में बहुत सुंदर गार्डन भी है। इसके साथ ही कई सारे अस्तबल, गैराज और खेल के मैदान भी इस पैलेस में बने हुए हैं।
सैफ अली खान के इस पटौदी पैलेस में फिल्मों की शूटिंग भी की जाती है। फिल्म “वीर जारा” की शूटिंग भी पटौदी पैलेस में की गई थी। इसके अलावा और भी कई मंगल पांडे, वीर-जारा, गांधी- माय फादर और मेरे ब्रदर की दुल्हन जैसी फिल्मों की शूटिंग भी इस पटौदी पैलेस में की गई है।
सैफ अली खान का यह पटौदी पैलेस किसी आलीशान महल से कम नहीं लगता है। इस पैलेस का इंटीरियर बहुत खूबसूरत लगता है। 1804 में पटौदी रियासत की स्थापना की गई थी। पटौदी हाउस के नाम से यह रियासत दुनिया भर में मशहूर है। जब मंसूर अली खान का निधन हुआ था तो उसके बाद उन्हें पटौदी पैलेस में ही दफनाया गया था। इतना ही नहीं बल्कि पटौदी रियासत के पूर्वजों को भी पैलेस के आस-पास ही दफनाए जाने की बात कही जाती है।
ऐसा बताया जाता है कि जब सैफ अली खान के पिता मंसूर अली खान पटौदी की मृत्यु हो गई थी तो उसके बाद महल को नीमराना होटल्स को दिया गया था, जिसने इसे 2014 तक एक लग्जरी संपत्ति के रूप में संचालित किया था। सैफ अली खान ने इसे वापस हासिल करने में भारी कीमत चुकाई थी।
खुद सैफ अली खान ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि “जो घर मुझे मिलना चाहिए था, उसे मुझे फिल्मों से पैसे कमा कर वापस लेना पड़ा।” सैफ अली खान ने जब इस महल को वापस ले लिया तो उन्होंने अपने हिसाब से इसका निर्माण करवाया और इंटीरियर भी उन्होंने अपने हिसाब से करवाया। उन्होंने इंटीरियर डिजाइनर दर्शिनी सिंह की सहायता से इसके डिजाइन में बदलाव किया। इस घर का इंटीरियर इतना शानदार है कि इस पैलेस की एक झलक पाने को लोग बेताब रहते हैं।