जब अमिताभ बच्चन ने सरोज खान के दिए 1 रुपये को बताया था अचीवमेंट, ऐसा मिला था रिएक्शन
बॉलीवुड इंडस्ट्री ने साल 2020 में एक और चमकता सितारा खो दिया है। मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान का गुरुवार देर रात कार्डियक अरेस्ट से निधन हो गया। सरोज खान के जाने के बाद हिंदी सिनेमा गहरे सदमे में हैं। 40 साल के करियर में कई बड़े बॉलीवुड सितारों को अपनी उंगलियों पर नचाने वाली सरोज खान अपने पीछे कई यादें छोड़ गईं। इस बीच सरोज खान को याद करते हुए महानायक अमिताभ बच्चन ने एक किस्सा शेयर किया जिसे जानकर उनके फैंस भी भावुक हो जाएंगे।
दरअसल बॉलीवुड में मास्टर जी कहलाने वाली सरोज खान के निधन पर अमिताभ बच्चन ने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया है। जिसे पढ़ लोग काफी इमोशनल हो रहे हैं। पोस्ट में अमिताभ बच्चन ने बताया है कि मास्टर जी ने उन्हें शगुन के तौर पर एक रुपया दिया था। इस किस्से को बिग बी ने बड़े ही विस्तार से लिखा है और एक तस्वीर भी शेयर की है।
फिल्म बंधे हाथ में हुई मुलाकात
अपने शेयर किए पोस्ट में अमिताभ बच्चन ने सरोज खान को श्रद्धांजिल देते हुए लिखा-आप आराम करें, आप अच्छे से आराम करें, आप समय का अच्छा ज्ञान रखती हैं, आप अमृत की तलाश करती हैं, आप लोगों के साथ जुड़ती हैं। सरोज खान ने दुनिया को अलविदा कह दिया है, और इसी के साथ वक्त का इतिहास आपके समक्ष दौड़ में लगा हुआ है।’ ‘वो उस समय के सबसे बड़े डांस डायरेक्टर की यंग जिंदादिल और स्फूर्ति से भरी डांस असिस्टेंट थीं। उस समय जब बस शुरुआत हुई थी, फिल्म ‘बंधे हाथ’ की जिसमें करोड़ों के दिल की धड़कन मुमताज थीं, इसके डायरेक्टर थे ओपी रलहन, मुमताज की चमक और सरोज खान जैसी नई कलाकार के साथ काम करने की रजामंदी, वो एक स्टार थीं और मैं कोई भी नहीं।’
शगुन के तौर पर मिलता था एक रुपये का सिक्का
बीग बी ने सरोज खान को याद करते हुए लिखा, ‘जब भी वह अपने साथ काम कर रहे किसी कलाकार को अच्छा शॉट देते हुए देखती थीं तो उसे बुलाती थीं और शगुन के तौर पर एक रुपये का सिक्का देती थीं। कई सालों बाद एक गाने की सीक्वेंस के दौरान जब मैं उनके साथ काम कर रहा था मैं उस सिक्के का हकदार बना। जो मेरे लिए एक बड़ी उपलब्धि थी।
इस गाने की दीवानी हो गई थी सरोज खान
वहीं अपनी पोस्ट में अमिताभ बच्चन ने आगे लिखा कि ‘सरोज जी आपने हमें और इंडस्ट्री को रिदम, स्टाइल, कोमलता से थिरकने की कला और एक गाने के लिरिक्स को नृत्य के मतलब में बदलने की कला दी है। सालों बाद एक मुलाकात में उन्होंने मुझे शुभकामनाएं दी थी, वो उस समय शादी के बाद दुबई में रह रही थीं, जब डॉन रिलीज हुई थी। उन्होंने कहा था- मैंने फिल्म देखी, मैं थिएटर गई थी उसे देखने, उस वक्त जब तुम्हारा गाना 2चल रहा था, मैंने वो देखा और बाहर आ गई। मैं उसे हर रोज करती थी, मैंने तुम्हारे डांस मूव्स को काफी एंजॉय किया था। उनके मुंह से ये सब सुनना बहुत बड़ी बात थी। एक लीगेसी का अंत हो गया।’