“मुझे बचा लो, मैं मरना नहीं चाहता…” ये थे सतीश कौशिक के आखिरी शब्द, मैनेजर ने किया खुलासा

बॉलीवुड इंडस्ट्री के जाने-माने अभिनेता और निर्माता-निर्देशक सतीश कौशिक अब हमारे बीच में नहीं रहे। गुरुवार 9 मार्च की सुबह अचानक हार्ट अटैक आने की वजह से सतीश कौशिक ने 66 साल की उम्र में अंतिम सांस ली और इस दुनिया को हमेशा हमेशा के लिए अलविदा कह कर चले गए। अचानक ही सतीश कौशिक के इस दुनिया को अलविदा कह जाने की खबर सामने आने के बाद हर कोई स्तब्ध है। इस दिल तोड़ देने वाली खबर पर यकीन करना हर किसी के लिए काफी मुश्किल हो रहा है। जिस तरह से अचानक सतीश कौशिक दुनिया को छोड़ कर चले गए उसे उनके फैंस के लिए स्वीकार कर पाना बहुत मुश्किल है।

सतीश कौशिक बॉलीवुड के मल्टीटैलेंटेड अभिनेताओं में से एक थे, जिन्होंने अपनी प्रोफेशनल लाइफ में सफलता का बड़ा मुकाम हासिल किया था। सतीश कौशिक ने अपने एक्टिंग करियर में कॉमेडियन के तौर पर अपनी एक खास पहचान बनाई थी और वह स्क्रीन पर अपने शानदार कॉमिक अंदाज से लोगों को खूब हंसाते थे। परंतु किसी को क्या मालूम था कि सबको हंसाने वाला ऐसे अचानक ही सबकी आंखों में आंसू दे जाएगा।

वहीं सतीश कौशिक के अंतिम समय में उनका मैनेजर संतोष राय उनके साथ ही मौजूद थे। संतोष राय ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत के दौरान यह बताया कि वह बीते 34 सालों से सतीश कौशिक के साथ काम कर रहे थे। अंतिम समय में भी वह अभिनेता के साथ थे। मैनेजर संतोष राय ने सतीश कौशिक के कुछ आखिरी पलों के बारे में बताया है।

अचनाक सांस लेने में हुई तकलीफ

मैनेजर संतोष राय ने यह खुलासा किया कि निधन से पहले सतीश कौशिक ने अच्छी तरह से डिनर खत्म किया था। 9 मार्च को सुबह 8:50 बजे की फ्लाइट से उन्हें मुंबई लौटना था। उन्होंने मुझसे कहा था “संतोष, जल्दी सो जाओ, हमें सुबह की फ्लाइट पकड़नी है। मैंने कहा, ठीक है सर जी। मैं बगल वाले कमरे में सोने चला गया। लेकिन रात 11 बजे उन्होंने मुझे फोन किया और कहा, “संतोष, आ जाओ, मुझे अपना वाईफाई पासवर्ड ठीक करने की जरूरत है।”

मैनेजर संतोष ने आगे यह बताया कि “रात करीब 12:05 बजे उन्होंने जोर-जोर से मेरा नाम पुकारना शुरू कर दिया। मैं दौड़ता हुआ आया और उनसे पूछा, “क्या हुआ सर? क्यों चिल्ला रहे हो? इसके बजाय आपने मुझे फोन पर कॉल क्यों नहीं किया?” उन्होंने मुझसे कहा, “सुनो, मुझे सांस लेने में तकलीफ हो रही है। प्लीज मुझे डॉक्टर के पास ले चलो। हम तुरंत, वो और मैं कार की ओर गए और वह बैठ गए। इस दौरान उनके ड्राइवर और बॉडीगार्ड भी हमारे साथ थे।”

“मैं मरना नहीं चाहता, मुझे बचा लो…”

मैनेजर संतोष ने आगे यह बताया कि जैसे ही हम अस्पताल की ओर निकले तो उनके सीने में दर्द बढ़ गया और उन्होंने कहा “जल्दी चलो अस्पताल।” फिर, उन्होंने अपना सिर मेरे कंधे पर रखा और कहा, “संतोष, मैं मरना नहीं चाहता, मुझे बचा लो।” उन्होंने मुझे पकड़ा और कहा, “मुझे वंशिका के लिए जीना है। मुझे लगता है मैं नहीं बचूंगा। शशि और वंशिका का ख्याल रखना।” हम आठ मिनट में अस्पताल (फोर्टिस अस्पताल) पहुंच गए क्योंकि शायद होली की वजह से सड़क खाली थी, लेकिन जब तक हम हॉस्पिटल अंदर हुए वह बेहोश हो चुके थे।”

संतोष बताते हैं कि डॉक्टरों ने बहुत कोशिश की लेकिन वह अभिनेता को बचा नहीं सके। इस तरह सतीश कौशिक ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। आपको बता दें कि शुरुआती रिपोर्ट में बताया था कि सतीश कौशिक का निधन कार्डियक अरेस्ट के चलते हुआ है। हालांकि इस मामले में अब लगातार नए मोड़ आ रहे हैं। सतीश कौशिक को जहर देने की बात भी कही जा रही है। अब यह दावे और आरोप कितने सच्चे हैं, यह आने वाला वक्त ही बता सकता है। 9 मार्च को मुंबई में उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके परिवार में उनकी पत्नी शशि और बेटी वंशिका बची हैं।