ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को कर्म फल दाता कहा गया है। शनि देव हमेशा मनुष्य के कर्मों के आधार पर ही फल प्रदान करते हैं। जो व्यक्ति अपने जीवन में अच्छे कार्य करता है उसके ऊपर शनि देव की कृपा दृष्टि बनी रहती है परंतु बुरे कामों को करने वाले लोगों को शनि देव के दंड का सामना करना पड़ता है। शनिदेव न्यायधीश हैं और यह मनुष्य के अच्छे और बुरे कर्मों के अनुसार ही न्याय करते हैं।
आजकल के समय में बहुत से लोग ऐसे हैं जो शनिदेव की पूजा अर्चना करते हैं और उनको प्रसन्न करने की कोशिश में लगे रहते हैं। ऐसा कहा जाता है कि जिन लोगों से शनिदेव प्रसन्न हो जाते हैं, उस व्यक्ति के जीवन की सारी परेशानियां दूर हो जाती हैं। अगर आप भी शनिदेव को प्रसन्न करके इनका आशीर्वाद पाना चाहते हैं तो ऐसी स्थिति में ज्योतिष शास्त्र में बताए गए कुछ उपाय कर सकते हैं। इन उपायों को करने से शनि दोष से छुटकारा मिलेगा और जीवन की कई परेशानियों से मुक्ति मिल सकती है। तो चलिए जानते हैं शनिवार के इन उपायों के बारे में।
शनिवार को करें काली उड़द के ये उपाय
1. अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि दोष है तो ऐसी स्थिति में शनिवार के दिन काली उड़द की दाल के चार दाने लीजिए और उसको अपने सिर से तीन बार उल्टा घुमा कर उतार लीजिए। इसके बाद आप दाल के उन दानों को किसी कौए को खिला दीजिए। इस उपाय को आप चार शनिवार करें। इससे शनि दोष से छुटकारा मिलेगा।
2. अगर कोई व्यक्ति शनि की साढ़ेसाती से परेशान चल रहा है तो ऐसी स्थिति में उसे काले तिल और काली उड़द की दाल को किसी काले कपड़े में बांधकर किसी गरीब व्यक्ति को दान करना चाहिए। इससे शनि की साढ़ेसाती से छुटकारा मिलेगा। इतना ही नहीं बल्कि रुपए पैसों से जुड़ी हुई समस्याओं से भी छुटकारा मिलता है।
3. अगर कोई व्यक्ति शनि दोष से पीड़ित है तो ऐसी स्थिति में काली उड़द की दाल का उपाय बहुत ही कारगर साबित हो सकता है। आप शनिवार के दिन उड़द की दाल को पिसवा कर उसके दो बड़े बना लीजिए। इसके बाद आप शनिवार की शाम को सूर्यास्त के समय इन बड़ों पर दही और सिंदूर का टीका लगाएं। अब आप इन्हें पीपल के पेड़ के नीचे रख दीजिए और घर वापस आ जाइए। आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि यह उपाय करते समय आप पीछे मुड़कर ना देखें, सीधे आपको अपने घर आना होगा। अगर आप इस उपाय को सफलतापूर्वक कर लेते हैं तो इससे आपको तरक्की हासिल होगी।
4. अगर किसी व्यक्ति को अपने व्यापार में बार-बार घाटा हो रहा है तो इसके लिए आप एक मुट्ठी काली उड़द को लेकर “श्री” मंत्र का जाप कीजिए। अब इन अभिमंत्रित दानों को व्यवसाय स्थल पर सात बार उतार कर बिखेर दीजिए। अगले दिन मोर पंख की झाड़ू से दाल के दानों को इकट्ठा करके किसी चौराहे पर डालकर आ जाएँ। आपको यह उपाय सात रविवार तक करना होगा। इससे आपकी समस्या बहुत ही जल्दी दूर होगी और व्यापार में भी बढ़ोतरी होने लगेगी।