शास्त्रों के अनुसार शनिदेव को सूर्य पुत्र एवं कर्मफल दाता माना जाता है लेकिन इसके साथ ही पितृ शत्रु भी शनि ग्रह के सम्बन्ध मे अनेक भ्रान्तियां और इस लिये उसे मारक, अशुभ और दुख कारक माना जाता है। ज्योतिषी भी उसे दुख देने वाला मानते हैं। लेकिन शनि उतना अशुभ और मारक नही है, जितना उसे माना जाता है। इसलिये वह शत्रु नही मित्र है। मोक्ष को देने वाला एक मात्र शनि ग्रह ही है। सच तो ये है कि शनि प्रकृति में संतुलन पैदा करता है और तो और ये हर इंसान के साथ न्याय करता है। जो लोग अनुचित विषमता और अस्वाभाविक समता को आश्रय देते हैं, शनि केवल उन्ही को दण्डिंत करते हैं। माना जाता है कि इंसान के हर अच्छे बुरे कार्य का फल शनिदेव ही देते हैं।
वहीं ये बात भी सच है कि शनिदेव अगर किसी पर गुस्सा हो जाएं तो व्यक्ति को कई प्रकार से परेशिानियां हो सकती हैं इसलिये लोग शनिदेव से काफी डरते हैं और उन्हें खुश करने के तरह-तरह के उपाय खोजते हैं। लेकिन वहीं अगर शनिदेव किसी पर दिल से खुश होते हैं तो उस इंसान को हर क्षेत्र में सफलता मिलती है। लेकिन वहीं ये भी कहा जाता है कि शनिदेव किसी पर अगर खुश हो जाते हैं तो उस व्यक्ति को हर क्षेत्र में सफलता मिलती है। व्यक्ति की कुंडली में साढ़ेसाती और ढय्या होने पर ये उसकी सफलता में बाधक बनती है। तो आज हम आपको कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं जिससे शनिदेव खुश हो जाते हैं और फिर मन चाहा फल भी देते हैं।
1. सबसे पहला उपाय ये है कि शनिवार को काले तिल के साथ आटा और शक्कर मिला कर उसे चींटियों को खिला दें ऐसा करने से भी शनिदेव प्रसन्न होते हैं।
2. आप अगर शनिदेव के प्रकोप से बचना चाहते हैं तो शनिदेव का नाम 108 बार जप करें। वो नाम इस प्रकार हैं – कोणस्थ, पिंगल, बभ्रु, कृष्ण, रौद्रान्तक, यम, सौरि, शनैश्चर, मंद, पिप्पलाश्रय। वहीं शनिवार को इन सात चीजों को खरीदने से बचें।
3. अगर आपको शनिदेव की कृपा नहीं मिल रही है तो, काले घोड़े की नाल या नाव की कील की अंगूठी बनाकर आप मध्यमा उंगली में शनिवार के दिन सूर्यास्त के समय धारण करें।
4. आप चाहे तो शनिवार के दिन दान जरुर करें इस दिन आज काला तिल, काला कपड़ा, कंबल, लोहे के बर्तन, उदड़ की दाल का दान करें। इससे शनि देव खुश होंगे और फल भी देंगे।
5. वहीं आपको बता दें कि बंदर को हनुमान जी का रूप माना जाता है तो ऐसे में आप चाहे तो बंदरों को गुड़ और चनेखिला सकते हैं शनिवार के दिन ऐसा करने से शनिदोष से मुक्ति मिलता है और हनुमान जी का पूजन करने से व्यक्ति को शनि दोषों का सामना नहीं करना पड़ता।