मजेदार जोक्स : पत्नी(शराबी पति से )- तुम रोज देसी पीकर आते थे तो मुझे पारो बुलाते थे , अंग्रजी पीते थे तो डार्लिंग पर आज
जोक्स की इस मजेदार दुनिया में आप सबका एक बार फिर से स्वागत है और जैसा की हम जानते है की खुश रहना हमारे सेहत के लिए कितना जरूरी होता है और जब हम खुश रहते है तो हमारे जीवन की आधी समस्या खुद ही दूर हो जाती है और ऐसे में हम आपके लिए कुछ मजेदार जोक्स लेकर आये हैं जो आजकल सोशल मीडिया पर काफी ट्रेंडिंग हैं. हमें यकीन है कि इन जोक्स को पढ़कर आपकी हंसी रुकेगी नहीं. तो चलिए शुरू करते हैं हंसने-हंसाने का ये सिलसिला.
शर्मा जी अपने पड़ोसी के घर पहुंचे और बोले-
देखिए आपके लड़के ने मेरे कमरे का शीशा ईंट मारकर तोड़ दिया।
पड़ोसी (शर्मा जी से)- आप उसकी हरकतो पर ध्यान मत दीजिए वह तो पागल है।
शर्मा जी (पड़ोसी से) – तो फिर अपने मकान का शीशा क्यों नहीं तोड़ता?
पड़ोसी (शर्मा जी से)- क्योंकि वह इतना पागल भी नहीं है।
एक कैदी (दूसरे कैदी से)- तुमसे कोई मिलने क्यों नहीं आता,
क्या तुम्हारा कोई रिश्तेदार नहीं है।
दूसरा कैदी- है तो, बहुत
पर सारे इसी जेल में है।
मां (बेटे से)- ‘तुम्हारा ऑफिस में काम कैसा चल रहा है?‘
बेटा (मां से)- ‘मेरे नीचे 25 आदमी काम करते है।‘
मां – ‘तो क्या तू अभी से अफसर हो गया?‘
बेटा- मां, ‘मैं ऊपर की मंजिल में काम करता हूं।‘
प्रेमिका (प्रेमी से)- तुम इतने घबराये क्यों हो?
प्रेमी (प्रेमिका से)- मुझे एक व्यक्ति की ओर से धमकी भरा खत मिला है
कि मैंने उसकी पत्नी से मिलना नहीं छोड़ा तो वह मेरा खून कर देगा।
प्रेमिका (प्रेमी से)- तो फिर तुम उसकी पत्नी से मिलना क्यों नहीं छोड़ देते?
प्रेमी (प्रेमिका से)- पर धमकी भरा खत गुमनाम व्यक्ति ने लिखा है।
मैं कैसे जान सकता हूं कि उसकी पत्नी कौन है?
सेठ जी (नौकर से)- ‘तुमने आज मुझे नदी में डूबने से बचाया है।
यह लो दस रूपए का नोट। भुनाकर पांच रूपए तुम ले लो और पांच मुझे लौटा दो।‘
नौकर – सेठ जी, यहां तो कोई दुकान भी नहीं है नोट कहां भुनाया जाए।
आप इसे अपने ही पास रख लीजिए।
जब दोबारा डूबे तो मुझे दस रूपए का नोट दे दीजिएगा।
मोहन (अपने दोस्तो से शेखी बघारते हुए)-
मैंने एक ही दिन में शेर की गर्दन तोड़ दी,
चीते के दो टुकड़े कर दिये और एक हाथी की टांग तोड़ दी।
दोस्त (हैरानी से)- फिर क्या हुआ?
मोहन – हुआ क्या? दुकानदार ने अपने खिलौनो की तोड़फोड़ के जुर्म में मुझे जेल भिजवा दिया।
भिखारी (राहगीर से) – जनाब मैं कोई मामूली भिखारी नहीं हूं।
मैंने ‘रूपए कमाने के 100 तरीके‘ नामक किताब लिखी है।
राहगीर (भिखारी से)- तो फिर तुम भीख क्यों मांगते हो?
भिखारी (राहगीर से)- क्योंकि यह उस किताब में बताया गया सबसे आसान तरीका है।
लड़की देखने गए एक परिवार के सामने लड़की के गुणो की प्रशंसा की जा रही थी-
‘हमारी लड़की की आवाज कोयल जैसी है, उसकी गर्दन मोरनी
जैसी है, चाल हिरणी जैसी है और स्वभाव में गऊ जैसी है।‘
इस पर लड़के ने कहा- ‘जी इसमें कोई इंसानी गुण भी है क्या?‘
पागलखाने में एक डॉक्टर मरीजों से घूम-घूम कर मिल रहा था…!
एक मरीज के पास वह पहुंचा, तो वह मरीज बोला डॉक्टर साहब –
आप पिछले डॉक्टर से ज्यादा अच्छे हैं…!
डॉक्टर मरीज की बात सुनकर खुश हुआ पूछा कि कैसे लगा कि मैं अच्छा हूं..
मरीज उत्साहित होते हुए बोला कि आप हम लोगों के जैसे ही लगते हैं।