श्रावण का महीना शिव जी को ही समर्पित है। शिव शब्द का अर्थ है पाप नष्ट करने वाला- श्यति पापम। शिव का रुद्र नाम भी बहुत प्रचलित है। इसके अलावा शिवजी को भव, शर्व, पशुपति, उग्र, महादेव और ईशान भी कहा जाता है। अथर्ववेद में ‘नीलमस्योदरं लोहित पृष्टम’ भी कहा गया है। हिन्दी पंचांग के सभी बारह महीनों में श्रावण मास का विशेष महत्व माना जाता है, क्योंकि ये शिवजी की भक्ति का महीना है। श्रावण मास को सावन माह भी कहते है।
पूरे माह भर भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना का दौर जारी रहेगा। सभी शिव मंदिरों में श्रावण मास के दौरान ‘बम-बम भोले और ॐ नम: शिवाय’ की गूंज सुनाई देगी। शिवालयों में श्रद्धालुओं की खासी भीड़ उमड़ने लगी है। धार्मिक पुराणों के अनुसार श्रावण मास में शिवजी को एक बिल्वपत्र चढ़ाने से तीन जन्मों के पापों का नाश होता है। श्रावण मास में शिव-पार्वती का पूजन बहुत फलदायी होता है। इसलिए हिंदू धर्म शास्त्रों में सावन मास का बहुत महत्व है। पौराणिक मान्यता के अनुसार सावन महीने को देवों के देव महादेव भगवान शंकर का महीना माना जाता है।
कब से शुरू हो रहा है सावन:
इस साल श्रावण महीने की शुरुआत 27 जुलाई से हो रही है. लेकिन इसे उदया तिथि यानी 28 जुलाई से मानी जाएगी. 26 अगस्त को श्रावण मास का आखिरी दिन होगा. 26 अगस्त को सोमवार नहीं हैइस साल श्रावण मास में 4 सोमवार पड़ेंगे. अगर आप सावन के महीने में सोमवार व्रत रखते हैं तो इस साल आपको सिर्फ चार ही व्रत रखने होंगे.
यह माह आशाओं की पूर्ति का समय होता है। श्रावण में शिव भक्तों के लिए भगवान शिव का दर्शन एवं जलाभिषेक करने से अश्वमेघ यज्ञ के समान फल प्राप्त होता है। इस महीने में शिव उपासना से मनचाहे फल की प्राप्ति होती है। दोस्तों आज हम इस लेख के माध्यम से आपको आज कुछ ऐसे संकेतों के बारें में बतायेंगे जो यदि इस सावन के महीने में आपके आसपास नजर आ जाये तो समझ लीजिये भगवान शिव का आगमन हो चूका है और आपकी हर इच्छा पूर्ण होने वाली है |तो आइये जानते है उन 3 संकेतों के बारे में
गाय
हिंदू धर्म में गाय को माता का दर्जा दिया गया है. इस धर्म में लोग गाय को अपनी माता मानते हैं. इसकी पूजा भारत में लोग किसी देवी की तरह करते हैं. सावन माह के शुरू होते ही अगर आपको सुबह-सुबह गाय दिख जाए या गाय आपके घर के आँगन में प्रवेश कर जाए तो ये आपके लिए काफी शुभ माना जाता हैं क्योंकि गाय में कई देवी-देवताओं का वास होता हैं और सावन के माह में अगर गाय के दर्शन हो जाए तो मतलब देवी-देवताओं के दर्शन हो जाएंगे।
सांप
सांप एक ऐसा जीव है जिसे शास्त्रों में पूजनीय बताया गया है। भगवान महादेव भी सर्प को एक आभूषण के रूप में स्वीकार करते हैं।सावन माह के पहले दिन ही अगर आप कहीं जा रहें हो या घर में किसी सांप के दर्शन हो जाए तो यह बेहद ही शुभ संकेत माना जाता है और उस घर में भगवान शिव का वास होने लगता हैं घर में जितनी भी परेशानियां चल रही हो वह सब खत्म हो जाएगी और घर की उन्नोति होने लगेगी
ब्राहमण
सावन के पहले सोमवार को यदि आपको सुबह सुबह कोई ब्राहमण नजर आ जाए तो आप बहुत स्वभाग्यशाली हो जायेंगे क्योंकि शास्त्रों के अनुसार मान्यता है की इस धरती पर ब्राह्मणों को देवताओं का दूसरा रूप माना जाता हैं।