रिक्शे से घूमते हैं बिहार के ये पावरफुल IAS, सादगी जानकर हो जाएंगे कायल
पूरे विश्व भर में यूपीएससी (UPSC Exam) की परीक्षा सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। वहीं भारत में इसे सबसे कठिन एग्जाम माना जाता है। उम्मीदवार इसी एग्जाम को पास करने के बाद आईएएस (IAS), आईपीएस (IPS), आईईएस (IES) या आईएफएस (IFS) जैसे पदों पर पोस्ट होते हैं। हालांकि, इन सभी अधिकारियों के बीच सबसे ज्यादा चर्चा आईएएस को लेकर होती है। यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने वाले ज्यादातर युवा का सपना होता है कि वह हाई रैंक से परीक्षा को पास कर आईएएस अधिकारी बनें।
देश में ऐसे कई आईएएस अधिकारी आपको मिलेंगे जिनके एक इशारे पर गाड़ियों की कतार लग जाती है। जब एक आईएएस निकलता है, तो उसके साथ गाड़ियों का काफिला चलता है। आजू-बाजू में सुरक्षाकर्मी होते हैं। कलेक्टर के तो ठाठ ही ऐसे होते हैं। तभी तो किसी को अकड़ के चलता देख लोग अक्सर कह देते हैं “कहीं के कलेक्टर लगे हो क्या?” डीएम का यही रुतबा हर साल लाखों युवाओं को आईएएस बनने के लिए प्रेरित करता है।
लेकिन आज हम आपको इस लेख के माध्यम से एक ऐसे डीएम के बारे में बताने वाले हैं, जो आम जनता की तरह आम तरीके से रहते हैं। इसी वजह से वह खास हैं। इनकी सादगी ऐसी है जो कभी सड़क पर साइकिल चलाते हुए नजर आ जाएंगे, तो कभी गोलगप्पे की दुकान पर गोलगप्पे का स्वाद चखते। यह अधिकारी पटना के रिक्शे की सवारी से भी परहेज नहीं करते हैं।
रिश्ते की सवारी करते हैं ये IAS
दरअसल, आज हम आपको जिस आईएएस अधिकारी के बारे में बता रहे हैं वह बिहार कैडर के 1991 बैच के सीनियर आईएएस अधिकारी एस सिद्धार्थ हैं, जो अभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रधान सचिव हैं। साथ ही साथ इनके पास कैबिनेट और वित्त विभाग की जिम्मेदारी भी है। लेकिन इस अधिकारी की सादगी ऐसी है कि पटना की सड़कों पर बिना बॉडीगार्ड और बिना गाड़ी के अकेले घूमते हैं। कई बार उन्हें रिक्शा की सवारी करते हुए भी देखा जा चुका है।
बिहार के यह सीनियर आईएएस अधिकारी अगर चाहे तो एक फोन से गाड़ियों और बॉडीगार्ड की लाइन लगा सकते हैं लेकिन यह अपनी पॉवर का ऐसे इस्तेमाल नहीं करते हैं। देश के एक आम नागरिक की तरह ही उनकी सादगी है।
पहनावा है खास
इतना ही नहीं बल्कि आईएएस अधिकारी सिद्धार्थ की एक और विशेषता यह है कि वह साल के 12 महीने हर मौसम में एक ही तरह का पहनावा पहनते हैं। उनको सिर्फ सफेद शर्ट और काले पेंट में ही ज्यादातर देखा जाता है। जब बिहार के विकास की बात होगी तो किसी काम को कम समय में बहुत अच्छा और जनता के लिए फायदेमंद कैसे हो सकता है उसमें इनकी दिलचस्पी बहुत ज्यादा रहती है।
ओहदे में उच्च पद पर बैठे एस सिद्धार्थ शनिवार को दिनभर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ सुखाड़ा का सड़क मार्ग से पटना से मुंगेर तक जायजा लेने गए थे। लेकिन पटना पहुंचने के बाद जैसे ही मौका मिला वह निकल पड़े शहर में चाय, चाट और गोलगप्पा का लुफ्त उठाने। और सबसे कमाल की बात यह है कि वह रिक्शा पर निकले। रिक्शा पैर बैठकर शहर भर में वह घूमे। सिद्धार्थ की यह तस्वीरें सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रही हैं। इस आईएएस की सादगी के सभी कायल हो गए हैं।