कुदरत में करिश्मों की कोई कमी नहीं है| हम अक्सर ही ऐसा देखते हैं के जो विज्ञान के लिए सोचना भी असंभव होता है वो कुदरत कर दिखाती है| अब चाहे हम इसे अजूबे का नाम दे या फिर दैवीय शक्ति ये कहा नहीं जा सकता| कुदरत अक्सर ही खुद को विज्ञान से उपर साबित करने में कामयाब हो जाती है| कभी किसी बीमार इंसान जिसे विज्ञान जवाब दे देता है वहां कुदरत उसे बचाने कामयाब हो जाती है| वहीँ दूसरी तरफ कभी कभी ऐसे भी कुछ कारनामे हमे दिख जाते हैं जिनकी विज्ञान कल्पना भी कभी नहीं करता|
आज हम आपके लिए एक ऐसी ही घटना लेकर आये हैं जिसमे फिर एक बार कुदरत का बड़ा करिश्मा देखने को मिला है| घटना सितापुर, उत्तर प्रदेश की है जहाँ पर एक महिला गर्भवती थी| अक्सर ही हम सुनते हैं के जुड़वा बच्चों नें जन्म लिया है| पर अगर हम आपसे कहें के दो दो जुड़वाँ बच्चे यानी 4 बच्चों ने एक माँ से एक वक्त पर ही जन्म लिया है तो आपको शायद ही कानों पर यकीन होगा|
बता दें के इस महिला ने एक साथ 4 बच्चों को जन्म दिया जिनमे 1 बेटा है और 3 बेटियाँ हैं| इतना ही नहीं बल्कि चारों बच्चे पूरी तरह से स्वास्थ्य भी है|
महिला नें दिया 4 बच्चों को जन्म
रेउसा थाना, सीतापुर के रहने वाले मुन्नू लाल भार्गव के घर का यह मामला है| जिनकी पत्नी मौसम देवी ने बच्चों जन्म दिया है| परिजनों की माने तो बीती रात इन्हें तेज दर्द शुरू हुआ जिसपर उन्हें घरवालों नें अस्पताल ले जाने की सोची| पर अचानक दर्द बहुत अधिक बढ़ गया जिससे घर पर ही इनकी डिलीवरी करनी पड़ी| लेकिन चार चार स्वास्थ्य बच्चो को जन्म लेता देख हमारी आपकी तरह इनके परिजनों के भी होश उड़ गए।
बच्चे और मां पूरी तरह स्वस्थ
बाचों के साथ माँ मौसम और पिता मुन्नू काफी खुश है| पिता के अनुसार चारों बच्चे पूरी तरह से स्वास्थ्य है और सभी इस वक्त अच्छी देख रेख में हैं| माँ की भी तबियत अब बिल्कूल नार्मल हो गयी है| जन्म के बाद कुछ घंटों के अंतराल पर डॉक्टर को बुलाया गया था जिसने अब इन बच्चों और माँ को पूरी तरह खतरे से बाहर बता दिया है| पिता मुन्नू का कहना है के तीन लक्ष्मियों के साथ 4 बच्चों के पिता बनकर उनके भाग्य खुल गए हैं| उनके ऊपर साक्षात् इश्वर का आशीर्वाद है|
अगल बगल के गावों तक मची खलबली#
खबरों और लोगों की बताये तो यह घटना समय के साथ काफी अधिक चर्चाओं में नजर आ रही है| लोगों के अनुसार लागल बगल के लोगों का घर में बच्चों को देखने के लिए ताँता लगा हुआ है| सभी इस कुदरत के करिश्मे को देखने के लिए बेताब है| पिता मुन्नू ने बताया के जन्म के बाद से डाक्टरों से अधिक उनके घर पर मीडिया और रिपोर्टर्स की भीड़ लगी हुई है| लेकिन उन्होंने इस सब को अपना सौभाग्य बताते हुए ख़ुशी ज़ाहिर की|