“मरने के बाद कौन देखता है मूर्ति…” मां की ये छोटी सी बात छू गई दिल को, बेटों ने जिंदा मां की मूर्ति बनवाकर लगवा दी
अक्सर रोजाना ही ऐसी कोई ना कोई खबर सुनने को मिल जाती है, जिसे जानने के बाद व्यक्ति काफी सोच विचार में पड़ जाता है। एक ऐसा ही आश्चर्यचकित कर देने वाला मामला राजस्थान के सीकर जिले से सामने आया है, जो आपने पहले कभी ना देखा होगा और ना ही सुना होगा। दरअसल, यहां पर दो बेटे ने अपनी जीवित मां की मूर्ति बनाकर लगवा दी और सबसे आश्चर्यचकित कर देने वाली बात यह है कि यह मूर्ति मां के कहने पर ही बेटों ने लगाई है।
हम सभी लोग इस बात को अच्छी तरह जानते हैं कि हर किसी मनुष्य का जीवन मां-बाप के बिना अधूरा रहता है। मां बाप अपने बच्चों के लिए बड़ी से बड़ी मुसीबत का सामना कर सकते हैं। हर मां बाप अपने बच्चों की परेशानी नहीं देख सकते और अपने बच्चों को खुशी देने के लिए वह अपने जीवन में बाहत संघर्ष करते हैं। बच्चे अपनी मां से बेहद प्यार करते हैं और अपनी मां की इच्छा पूरी करने के लिए वह कुछ भी कर सकते हैं।
आप लोगों ने किया तो सुना ही होगा कि माता-पिता के निधन के बाद बच्चों ने उनकी तस्वीर घर पर लगाई या फिर समाधि स्थल पर उनकी प्रतिमा स्थापित करवाई है परंतु राजस्थान के सीकर जिले से एक ऐसा हैरान कर देने वाला मामला आया है जहां पर बच्चों ने अपनी जीवित मां की मूर्ति बनवा दी है। भले ही आपको यह थोड़ा अजीब सा लग रहा होगा परंतु हमारे देश में कुछ भी संभव हो सकता है।
मिली जानकारी के अनुसार, राजस्थान के सीकर जिले के फतेहपुर क्षेत्र के खुड़ी गांव ने दो बेटों ने अपनी जिंदा मां की मूर्ति बनवा कर दिवंगत पिता की मूर्ति के पास स्थापित करवा दी है। ऐसा बताया जा रहा है कि जब सतपाल और महेंद्र नाम की दो बेटों ने अपनी जीवित मां की मूर्ति बनाकर अपने दिवंगत पिता की मूर्ति के पास स्थापित की तो इस प्रतिमा को देखने के लिए दूर-दूर से लोग यहां पर आ रहे हैं और सभी यह सब देख कर काफी आश्चर्यचकित भी हो रहे हैं परंतु लोग बेटों के इस काम की तारीफ भी कर रहे हैं।
आपको बता दें कि खुड़ी गांव के रहने वाले सतपाल और उनके छोटे भाई महेंद्र के पिता नत्थूराम थालौड़ का मई 2019 में निधन हो गया था। एक दिन सतपाल अपने भाई महेंद्र से बातचीत कर रहे थे। दोनों यह बात कर रहे थे कि मां के निधन के बाद उनकी मूर्ति बनवाकर लगा देंगे। लेकिन इन दोनों की बातें उनकी मां ने सुन ली और मां ने अपने बेटे से कहा कि मरने के बाद कौन मूर्ति को देखने आएगा। अगर लगवाना हो तो अभी लगवा दो, जिसको मैं भी जी भर के देख लूँ। मां की यह बात बेटों के दिल को छू गई और वह अपनी मां के आदेश को टाल नहीं सके। लिहाजा उन्होंने अपने जीवित मां की मूर्ती बनवाकर दिवंगत पिता की मूर्ति के साथ स्थापित करवा दी।
बता दें कि जब मूर्ति बनकर तैयार हो गई तो इसका अनावरण कराने के लिए फतेहपुर के विधायक हाकम अली खान को बुलाया गया था। उन्होंने गुरुवार को मां को सामने बैठा कर अनावरण किया। समारोह में आसपास के कई गांवों के लोग भी मौजूद थे, जिन्होंने मूर्ति लगाने के कार्य की सराहना भी की।