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इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ बिना कोचिंग के की तैयारी, मेहनत और लगन से IAS बन गईं सर्जना यादव

इंसान हमेशा अपने जीवन में इसी प्रयास में रहता है कि वह अच्छी कामयाबी हासिल करे। लेकिन कामयाबी इतनी आसानी से नहीं मिलती है। सफलता हासिल करने के लिए जीवन में बहुत से उतार-चढ़ाव भरी परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। ऐसा कहा जाता है कि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। अगर इंसान में धैर्य, हिम्मत और मेहनत करने की लगन हो तो उसके लिए कुछ भी कर पाना असंभव नहीं है। इंसान अपनी कड़ी मेहनत से वह सब कुछ हासिल कर सकता है, जिसकी वह चाहत रखता है।

इस दुनिया में ऐसे बहुत से लोग हैं, जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत के दम पर कई बड़ी-बड़ी कंपनियां खड़ी कर दी हैं। वहीं बहुत से लोग ऐसे हैं जिन्होंने संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा भी पास की है। यूपीएससी परीक्षा देश की कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। इसे पास करना इतना आसान नहीं होता है। इसके लिए हर किसी की अपनी रणनीति होती है।

ज्यादातर उम्मीदवार यूपीएससी परीक्षा के लिए कोचिंग का सहारा लेते हैं। लेकिन हमारे बीच ऐसे भी कुछ उदाहरण हैं, जो बिना किसी कोचिंग के यूपीएससी परीक्षा में सफल हुए। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से आईएएस अधिकारी सर्जना यादव की सफलता की कहानी बताने जा रहे हैं।

दो बार मिली असफलता

इस दुनिया में बहुत से लोग ऐसे हैं, जिनका ऐसा मानना है कि आईएएस बनने के लिए सब कुछ छोड़कर सिर्फ पढ़ाई पर भी ध्यान देना होता है। बिना कोचिंग या गाइडेंस के यह परीक्षा पास करना बहुत मुश्किल हो जाता है। परंतु आईएएस सर्जना यादव ने इस कठिन परीक्षा को सेल्फ़ स्टडी से ही पास कर ली है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सर्जना यादव ने दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है।

ग्रेजुएशन करने के बाद सर्जना यादव की टीआरएआई (टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया) में बतौर रिसर्च ऑफिसर कार्य करने लगीं। उन्होंने फुल टाइम नौकरी के साथ ही यूपीएससी की तैयारी शुरू की परंतु दो बार परीक्षा देने के बाद भी सर्जना यादव को असफलता का सामना करना पड़ा।

नौकरी छोड़ बिना कोचिंग के तैयारी की, लाईं 126 वां रैंक

जब कोई इंसान बैंक अकाउंट में महीने की सैलरी ले रहा हो तो उसके लिए उस नौकरी को छोड़ना बहुत मुश्किल हो जाता है। सर्जना यादव ने अपने नाम के आगे आईएएस लिखा होने का जो सपना देखा था उसे वह किसी भी हाल में पूरा करना चाहती थीं। सर्जना यादव ने साल 2018 में अपनी नौकरी छोड़ दी और यूपीएससी की तैयारी में जुट गईं। खास बात यह है कि सर्जना यादव ने बिना किसी कोचिंग की मदद से सेल्फ स्टडी जारी रखी। साल 2019 में सर्जना यादव की मेहनत रंग लाई। उन्होंने ऑल इंडिया 126 रैंक हासिल की।

अभ्यर्थियों के लिए टिप्स

UPSC की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों से सर्जना कहती हैं कि अधिक किताबें पढ़ने की जगह उम्मीदवार को सीमित किताबें पढ़नी चाहिए। उम्मीदवार को उन किताबों को बार-बार पढ़ते रहना चाहिए। सर्जना का कहना है कि गूगल पर विषयों की जानकारी, वीडियो और ट्यूटोरियल मिल जाएंगे जिससे आपके मन में एक भी डाउट नहीं रहेगा।

 

 

https://www.indiatimes.com/hindi/motivation/ias-sarjana-yadav-success-story-579354.html

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