30 परीक्षाओं में फेल होने के बावजूद नहीं मानी हार, हर समस्या को हराकर UPSC पास कर IPS बने थे आदित्य
हर इंसान की जिंदगी में हार और जीत लगी रहती है। कोई इंसान अपने जीवन में पहले प्रयास में ही सफलता हासिल कर लेता है, तो कई लोगों को बार-बार प्रयास करने के बावजूद भी कामयाबी नहीं मिल पाती है। एक जीत से ना तो आपकी पूरी जिंदगी की कहानी बदलती है और ना एक हार से सब कुछ खत्म होता है। जीवन तो लड़ते रहने का ही नाम है। ऐसा कहते हैं कि धैर्य और लगन से मेहनत करने वाले लोगों को सफलता की सीढ़ी चढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। बार-बार असफल होने के बाद कभी भी निराश नहीं होना चाहिए और ना ही कभी हार मानना चाहिए।
जो लोग असफलता के बावजूद भी बार-बार कोशिश करते रहते हैं, उनको आखिर में वह मिल जाता है, जिसकी वह चाहत रखते हैं। ऐसे लोग ना सिर्फ सफल होते हैं बल्कि दूसरों के लिए आदर्श भी बनते हैं। आज हम आपको एक ऐसे व्यक्ति की कहानी बताने जा रहे हैं, जिसको सफलता पाने से पहले 30 परीक्षाओं में असफलता मिली।
30 परीक्षाओं में फेल होने के बाद भी नहीं मानी हार
दरअसल, आज हम आपको जिस व्यक्ति की कहानी बता रहे हैं वह और कोई नहीं बल्कि आईपीएस अधिकारी आदित्य हैं। उन्हें 5 साल में एआईईईई, राज्य की प्रशासनिक सेवा, बैंकिंग और केंद्रीय विद्यालय संगठन समेत 30 प्रतियोगी परीक्षाओं को देना पड़ा था। आईपीएस आदित्य ने एक बार इंटरव्यू में यह बताया था कि यूपीएससी पास करने से पहले वह 30 परीक्षाओं में फेल हो गए थे।
लेकिन उन्होंने कभी हिम्मत नहीं हारी और ना ही वह कभी निराश हुए। आदित्य ने बताया कि उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत जारी राखी और आखिरकार चौथे प्रयास में उन्होंने यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा को पास कर लिया। इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने साल 2018 में इस परीक्षा में ऑल इंडिया 630वीं रैंक प्राप्त की।
परीक्षा की तैयारी के लिए 20 घंटे लगातार करते थे पढ़ाई
आदित्य ने इंटरव्यू के दौरान यह बताया था कि वह परीक्षा की तैयारी के लिए कम से कम 20 घंटे लगातार पढ़ाई किया करते थे। उन्होंने यह भी बताया था कि इतनी मेहनत करने के बाद भी वह कई परीक्षा में फेल हो गए थे, जिसके चलते वह कई बार परेशान भी हो जाया करते थे और उनके मन में तैयारी छोड़ने के बारे में ख्याल आने लगता था। लेकिन फिर भी उन्होंने सामाजिक दबाव और नकारात्मकता से दूर रहना चुना और खुद को आगे की पढ़ाई के लिए प्रेरित किया।
आदित्य ने इंटरव्यू में बताया कि वह खुद को यह कहकर प्रोत्साहित करते थे कि उनका वक्त आएगा। उन्होंने अपनी पिछली गलतियों से सीख ली और साल 2017 में फिर से वह परीक्षा में शामिल हुए थे। इस बार उनको सफलता मिली। आदित्य ने अपनी तैयारी की रणनीति बदली और समय प्रबंधन से लेकर सामान्य ज्ञान तक हर पहलू में महारत हासिल की। उन्होंने अपनी पढ़ाई को बिल्कुल भी हल्के में नहीं लिया। आदित्य का बताना है कि उत्तर लिखने का अभ्यास करना सबसे सरल और सबसे सफल सूत्रों में से एक है। इससे लिखने की स्पीड में सुधार तो होता ही है इसके साथ ही उत्तर की संरचना में भी मदद मिलती है।
उन्होंने बताया कि अभ्यास करने के लिए निबंध लिखने की आदत डालना चाहिए और इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। सुनिश्चित करें कि आपने प्रीलिम्स के लिए अच्छे तरीके से तैयारी की है। पुरुषों के लिए समय को मैनेज करना सीखना जरुरी है और इसी के साथ वैकल्पिक विषय पर पूरी कमांड दें। पीटी के लिए भी याद रखें कि जज आपके ज्ञान से ज्यादा आपके व्यक्तित्व की परीक्षा लेंगे, इसलिए अपने बैकग्राउंड की पूरी तरह से तैयारी करना मत भूलिए।