हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री में ऐसी कई फिल्मे रही हैं जिनकी कहानी बड़े परदे पर तो मशहूर रही ही हैं वहीं ठीक उसी तरह उनके पीछे की स्टोरी भी खूब रोमांचक रही हैं. दरअसल ऐसी ही एक फिल्म कबीर खान के निर्देशन में बनी 14 साल पहले. इस फिल्म का नाम ‘काबुल एक्सप्रेस’ था. फिल्म में बॉलीवुड एक्टर जॉन अब्राहम और अरशद वारसी लीड रोल में थे. 15 दिसंबर,2006 को यह फिल्म रिलीज हुई थी. यह फिल्म तालिबान के शासन काल की खत्म होने के बाद अफगानिस्तान में शूट की गई थी. और यह पहली अंतरराष्ट्रीय फिल्म थी. दरअसल इसी फिल्म के चलते जॉन अब्राहम और कबीर खान को जान से मारने की धमकियां तक मिलने लगी थी.
दरअसल इस फिल्म को रिलीज़ हुए 14 साल पूरे हो गए हैं. इस फिल्म के बनने के समय हुए कुछ अनसुने किस्से आज आपको बताते हैं. इस फिल्म की शूटिंग की कहानी तालिबान से लेकर, सेट पर हथियार बंद कमांडो तक को मौत की धमकियों से लेकर युद्धग्रस्त काबुल में फिल्म का सफर एक दुर्लभ कहानी की तरह रहा था. दरअसल कबीर खान ने एक बार खुद माना था कि वह अपनी पहली फिल्म काबुल एक्सप्रेस की मेकिंग पर पूरी फिल्म बना सकते हैं. क्योंकि यह स्टोरी कुछ रही ही ऐसी थी.
वहीं ऐसा भी बताया जाता है कि काबुल एक्सप्रेस के कलाकारों और क्रू को तालिबान ने मौत की धमकियां देकर उन्हें शूटिंग रोकने के लिए मजबूर कर दिया था. इसके बाद अफगान सरकार ने फिल्म की शूटिंग को पूरा करने के लिए कड़ी सुरक्षा प्रदान कर दी थी. फिल्म के शूट के सबसे खतरनाक एपिसोड में से एक वो था जब कबीर ने कैमरे का रोल करने का आदेश दिया था और वहीं सेट पर गोली चल गई थी.
मेकर कबीर खान ने एक इंटरव्यू में यह बताया था कि हमारी शूटिंग लोकेशन पर क्रू मेंबर्स से ज्यादा सुरक्षाकर्मी मौजूद थे. “मुझे काबुल में भारतीय राजदूत ने बताया था कि तालिबान द्वारा भेजे गए पांच सदस्यीय मौत का दस्ता था. हर कोई बहुत घबरा रहा था. तालिबान यह संदेश भेजना चाहता था कि यहां आप सामान्य जीवन नहीं देख सकते हैं. लेकिन अफगान सरकार ने सच में सहायता की थी. उन्होंने हमें 60 हथियार बंद कमांडो दिए और हम 35 एसयूवी में इधर-उधर शूट करते थे. उन्होंने कहा, सच में, हम एक मिलिशिया की तरह दिखते थे. यह फिल्म तालिबान कैदियों के साथ अफगानिस्तान में कबीर खान के अपने अनुभवो से प्रेरित रही थी.
एक्टर जॉन अब्राहम ने एक इंटरव्यू में काबुल में शूटिंग के अपने तजुरबे के बारे में बात की. उन्होंने कहा था, काबुल एक्सप्रेस की कहानी सभी एक्टर्स से बड़ी है. मौत की धमकियों और आत्मघाती बम विस्फोटों के बाद मैंने अपने ड्राइवर से पूछा था,’ ये हमलावर कहां से आते हैं? उसने जवाब दिया था, ‘अल्लाह तुम्हारे लिए जो भी दिशा से पूछ सकता है वह’.
एक तरफ अरशद वारसी काबुल में बंदूकों को देख कर दंग रह गए. “वहां मोबाइल फोन से ज्यादा बंदूकें हैं. उन्होंने कहा, अगर मैं इस फिल्म में शामिल नहीं होता तो मैं बहुत परेशान हो जाता. इस फिल्म के लिए कबीर खान को इंदिरा गाँधी बेस्ट डेब्यू अवार्ड भी मिला. कबीर खान की फिल्म 83 भी रिलीज़ होने वाली है. ये कपिल देव के विजेता बनने की कहानी है जिसमें रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण नजर आएंगे. वहीं जॉन अब्राहम अपनी आगामी फिल्म ‘सत्यमेव जयते 2 ‘ की शूटिंग में व्यस्त है. साथ ही अरशद वारसी फिल्म बच्चन पांडेय में नजर आएंगे.